रविवार, 17 मई 2015

अब डाक बंगले भी होंगे निजी हाथों में

अब डाक बंगले भी होंगे निजी हाथों में
बीकानेर. सरकारी अधिकारियों व कार्मिकों की सुविधा के लिए बने डाक बंगलों को प्रदेश की भाजपा सरकार निजी हाथों में सौंपने की तैयारी कर रही है।
इसके लिए प्रथम चरण में प्रदेश के ग्यारह डाक बंगलों का चयन किया गया है, शेष 197 डाक बंगले भी अब पीपीपी मोड पर चलेंगे।
फिलहान इन डाक बंगलों का संचालन सार्वजनिक निर्माण विभाग कर रहा है। घाटे का तर्क देते हुए सरकार अब इन डाक बंगलों से मुनाफा कमाने की सोच रही है।
योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए सरकार जल्द ही निविदा जारी कर सकती है।
डाक बंगलों के संचालन को निजी हाथों में सौंपने का खुलासा लक्ष्मणगढ़ के विधायक गोविन्द सिंह टोडासरा द्वारा अप्रेल माह में सम्पन्न हुई 14वीं विधानसभा में पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब से हुआ है।
प्रथम चरण में चिन्हित जिन 11 डाक बंगलों को सरकार ने निजी हाथों में सौंपने का निर्णय लिया है, उनमें बीकानेर का डाक बंगला भी शामिल हैं।
स्टेशन रोड के सामने स्थित यह डाक बंगला विवादों में फंसा हुआ है। इसके परिसर में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग कार्यालय भी लगता है।
सूत्रों की मानें तो डाक बंगले को अन्यत्र स्थानांतरित करने के लिए सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने सरकार को डाक बंगले की कीमत करीब ढाई दशक पूर्व ही चुका दी थी।
नए डाक बंगले के लिए दुर्गादास सर्किल के पास जमीन भी चिन्हित कर ली गई थी, लेकिन सेना द्वारा हस्तक्षेप करने के बाद वहां डाक बंगला नहीं बन सका।

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