उदयपुर
गृहमन्त्री गुलाबचन्द कटारिया की मानें तो मुख्यमन्त्री वसुन्धरा राजे उदयपुर शहर से 'ईष्र्याÓ रखती हैं। बकौल कटारिया, स्वच्छता और सुन्दरता को लेकर उदयपुर शहर से सीएम भी ईष्र्या करती हैं।
वह कई बार पूछ चुकी हैं कि अन्य शहरों में गन्दगी दिखती है तो आपका शहर इतना सुन्दर कैसे? कटारिया शनिवार को यहां नगर निगम की ओर से आयोजित कार्यक्रम में पार्षदों, प्रशासनिक अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे।
जयपुर स्थानान्तरित हुए उदयपुर के पुराने कलक्टर आशुतोष एटी पेडणेकर की विदाई और नए कलक्टर रोहित गुप्ता को पार्षदों से रूबरू कराने के इस कार्यक्रम में कटारिया ने पेडणेकर के कार्यकाल में हुए कार्यों की चर्चा की। उन्होंने कहा, सीएम अक्सर पूछती हैं कि उदयपुर शहर इतना सुन्दर क्यों है?
जयपुर में कैबिनेट मीटिंग तक में सीएम उदयपुर की सुन्दरता पर सवाल करती हैं कि प्रदेश के अन्य शहरों में गंदगी दिखाई देती है, आपका उदयपुर ही साफ-सुथरा कैसे दिखता है? समारोह में पेडणेकर के सम्मान पर कटारिया की चुटकी चर्चा का विषय बन गई। कटारिया बोले, सम्मान काम का होता है, नाम का नहीं। सम्मान का कार्यक्रम छोटा सा इसलिए रखा, ताकि आपका सम्मान कहीं आपके गले की घंटी न बन जाए! इस पर पार्षदों सहित अधिकारियों में खुसर-फुसर शुरू हो गई।
कटारिया की इस चुटकी का मतलब राजनीतिक हलके में इन अर्थों में लिया गया कि भाजपा में बाहर तो सबकुछ ठीक दिख रहा है लेकिन भीतर कुछ ठीक नहीं है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें