रविवार, 24 मई 2015

पाली पर पड़ सकता है बालोतरा का भार

पाली पर पड़ सकता है बालोतरा का भार 


पाली पाली. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश से बंद हुआ बालोतरा का टैक्सटाइल उद्योग अब पाली की ओर रुख कर सकता है। दोनों ही शहरों में कपड़ा प्रोसेसिंग प्रक्रिया समान होने से इस प्रकार की आशंका बनी हुई है। हालांकि, इसके अच्छे और बुरे दोनों पक्ष देखे जा रहे हैं।

बालोतरा के कपड़ा उद्योग पर आया संकट कोई उबार सकता है तो वह पाली ही है। एेसा कपड़ा जो ब्लीच होने के बाद प्रिंटिंग के लिए पड़ा था और एकाएक इकाइयों को बंद करने के आदेश दे दिए गए तो एेसे में उस कपड़े की प्रिटिंग की पाली में होने के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि, औपचारिक तौर पर इस संबंध में कोई समझौता नहीं हुआ है, लेकिन इस बात का संशय है कि सेसकर चोरी के जरिए माल पाली आ सकता है।

बालोतरा के हालात

बालोतरा और आस-पास के क्षेत्र की करीब 700 से अधिक इकाइयां एनजीटी के आदेश से प्रभावित हुई है। हालांकि, बालोतरी में पोपलीन का कपड़ा तैयार किया जाता है। लेकिन डाइंग और प्रिटिंग का जो प्रोसेस बालोतरा में उपयोग में लिया जाता है वही प्रोसेस पाली में भी उपयोग में लिया जाता है।

पाली की स्थिति

पाली में 600 से अधिक रेड और 400 के करीब औरेंज श्रेणी की इकाइयां है। सूती कपड़ा और रूबीया यहां तैयार होता है। इसका भी प्रिटिंग प्रोसेस बालोतरा के समान है। खास बात यह है कि वर्तमान में पाली की इकाइयां अपनी क्षमता से आधे पर ही संचालित हो रही है।

सेसकर चोरी की आशंका

पाली और बालोतरा दोनों ही स्थानों पर कच्चा (माल) कपड़ा ईचलकरणजी और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों से आता है। पाली में यह माल कोई भी व्यापारी बिना सेसकर चुकाए नहीं ले जा सकता। सीईटीपी की प्रदूषित पानी को ट्रीट करने के लिए आय भी यही है, लेकिन अब जब बालोतरा पर संकट आया है तो एेसी आशंका है कि यह कपड़ा सेसकर चोरी कर महाराष्ट्र की बजाय बालोतरा से तो नहीं लाया जा रहा।

कपड़ा पाली आने की आशंका

पाली और बालोतरा का प्रोसेसिंग तरीका समान है। एेसे में वहां जो कपड़ा ब्लीच होने के लिए रखा गया है वह पाली आ सकता है, एेसी आशंका है। हालांकि, सेसकर चोरी कर कोई भी कपड़ा पाली नहीं लाने दिया जाएगा। इसके लिए हमने अलर्ट रहने के लिए कहा है।

- अनिल मेहता, अध्यक्ष, सीईटीपी ट्रस्ट पाली।

प्रोसेसिंग समान

पाली और बालोतरा में वैसे कोई औपचारिक व्यापारिक लेन-देन नहीं है और न ही एक-दूसरे पर आश्रित है। कच्चा माल का स्थान एक ही है और प्रोसेसिंग तरीका समान है। एेसे में हो सकता है पाली में यह माल प्रोसेस होने के लिए आए।

- रजनीश कर्नावट, अध्यक्ष, राजस्थान टैक्सटाइल हैण्ड प्रोसेसर्स एसोसिएशन।

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