आरएएस 2012 के अंतिम साक्षात्कार 23 जून से
अजमेर राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से पिछले पांच माह से चल रही आरएएस 2012 की साक्षात्कार प्रक्रिया अब अंतिम चरण में पहुंच गया है। मौजूदा चौथे चरण के साक्षात्कार 19 जून तक चलेंगे। इसमें 630 अभ्यर्थियों के साक्षात्कार लिए जाएंगे। अंतिम व पांचवे चरण के साक्षात्कार संभवत: 23 जून से शुरू हो जाएंगे।
इसमें लगभग 625 अभ्यर्थियों के साक्षात्कार लिए जाएंगे। आयोग इसका विस्तृत कार्यक्रम इसी सप्ताह घोषित करेगा। आरएएस साक्षात्कार की प्रक्रिया मार्च माह से शुरू हुई थी जो जुलाई माह में पूरी होगी। इसके फौरन बाद आरएएस 2012 परीक्षा का परिणाम घोषित किए जाने की उम्मीद है।
मुश्किलें और परेशानियां
वर्ष 2012 की आरएएस परीक्षा आयोग के लिए प्रारंभ से ही सरदर्द साबित हुईं। यह आखिरी परीक्षा थी जो पुराने पैटर्न से होनी थी। आगामी परीक्षाएं नए पैटर्न से कराया जाने का निर्णय प्रस्तावित किया गया। आयोग के लिए पुराने पैटर्न से ली जाने वाली यह परीक्षा परिणाम 27 जनवरी 2014 को घोषित होने के साथ ही मुसीबतें लेकर आईं।
परिणाम में स्केलिंग अंकों के साथ रॉ अंकों के डाले जाने के बाद अभ्यर्थियों में असंतोष फैल गया। आयोग की स्केलिंग व मॉड्रेशन प्रणाली को लेकर सवालिया निशान उठे और मामला हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंचा। हालाकि अंतिम निर्णय आयोग के पक्ष में हुआ लेकिन कानूनी दावपेच में आयोग को एक वर्ष तक माथा पच्ची करनी पडी।
सीमित सदस्यों के कारण हुई लंबी प्रक्रिया
आरएएस साक्षात्कार के लिए आयोग में सदस्यों की सीमित संख्या से भी साक्षात्कार प्रक्रिया लंबी चली। आयोग में गत वर्ष सितम्बर माह में पर्चा लीक प्रकरण होने के बाद आरएएस प्री 2013 की परीक्षा निरस्त कर दी गई। इसके बाद विवादों में आए आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष डा. हबीब खां गौरान को इस्तीफा देना पड़ गया। सितम्बर 2014 से यह पद रिक्त हो गया।
इस बीच आयोग के सदस्यों के कार्यकाल पूरे हो जाने के बाद चार पद रिक्त हो गए। कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में वरिष्ठ सदस्य डा. आर.डी. सैनी ने कार्यभार संभाला। अन्य सदस्यों एस. एल. मीणा व के. आर बगडि़या वर्तमान में कामकाज देख रहे हैं। आयोग में साक्षात्कार प्रक्रिया मार्च के प्रथम सप्ताह से शुरू हुई। प्रतिदिन दो बैच में 30 अभ्यर्थियों को बुलाया गया। प्रक्रिया जुलाई के प्रथम सप्ताह में पूरी होंगे और जुलाई में परिणाम घोषित होने की उम्मीद है
इसमें लगभग 625 अभ्यर्थियों के साक्षात्कार लिए जाएंगे। आयोग इसका विस्तृत कार्यक्रम इसी सप्ताह घोषित करेगा। आरएएस साक्षात्कार की प्रक्रिया मार्च माह से शुरू हुई थी जो जुलाई माह में पूरी होगी। इसके फौरन बाद आरएएस 2012 परीक्षा का परिणाम घोषित किए जाने की उम्मीद है।
मुश्किलें और परेशानियां
वर्ष 2012 की आरएएस परीक्षा आयोग के लिए प्रारंभ से ही सरदर्द साबित हुईं। यह आखिरी परीक्षा थी जो पुराने पैटर्न से होनी थी। आगामी परीक्षाएं नए पैटर्न से कराया जाने का निर्णय प्रस्तावित किया गया। आयोग के लिए पुराने पैटर्न से ली जाने वाली यह परीक्षा परिणाम 27 जनवरी 2014 को घोषित होने के साथ ही मुसीबतें लेकर आईं।
परिणाम में स्केलिंग अंकों के साथ रॉ अंकों के डाले जाने के बाद अभ्यर्थियों में असंतोष फैल गया। आयोग की स्केलिंग व मॉड्रेशन प्रणाली को लेकर सवालिया निशान उठे और मामला हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंचा। हालाकि अंतिम निर्णय आयोग के पक्ष में हुआ लेकिन कानूनी दावपेच में आयोग को एक वर्ष तक माथा पच्ची करनी पडी।
सीमित सदस्यों के कारण हुई लंबी प्रक्रिया
आरएएस साक्षात्कार के लिए आयोग में सदस्यों की सीमित संख्या से भी साक्षात्कार प्रक्रिया लंबी चली। आयोग में गत वर्ष सितम्बर माह में पर्चा लीक प्रकरण होने के बाद आरएएस प्री 2013 की परीक्षा निरस्त कर दी गई। इसके बाद विवादों में आए आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष डा. हबीब खां गौरान को इस्तीफा देना पड़ गया। सितम्बर 2014 से यह पद रिक्त हो गया।
इस बीच आयोग के सदस्यों के कार्यकाल पूरे हो जाने के बाद चार पद रिक्त हो गए। कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में वरिष्ठ सदस्य डा. आर.डी. सैनी ने कार्यभार संभाला। अन्य सदस्यों एस. एल. मीणा व के. आर बगडि़या वर्तमान में कामकाज देख रहे हैं। आयोग में साक्षात्कार प्रक्रिया मार्च के प्रथम सप्ताह से शुरू हुई। प्रतिदिन दो बैच में 30 अभ्यर्थियों को बुलाया गया। प्रक्रिया जुलाई के प्रथम सप्ताह में पूरी होंगे और जुलाई में परिणाम घोषित होने की उम्मीद है
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