राजसमंद
रेलमगरा में मंगलवार देर रात अफीम और डोडा चूरा की तस्करी कर भागते बदमाशों ने सतपलिया घाटी में नाकाबंदी कर रही दिवेर पुलिस पर फायरिंग की।
इस दौरान दिवेर थाना प्रभारी रमेश कविया के सिर में गोली लग गई। जवाब में पुलिस ने भी फायर किए, लेकिन तस्कर फरार हो गए।
रमेश को अस्पताल ले जाया गया। जहां बुधवार सुबह उदयपुर में दो घंटे के ऑपरेशन के बाद कविया की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। घटना के बाद तस्करों को पकडऩे के लिए पूरे जिले में अभियान चलाया जा रहा है।
फिर सतपलिया घाटी में फायरिंग की
घटना के बाद जिलेभर के थानों की पुलिस अलर्ट हो गई। इसके ठीक डेढ़ घंटे बाद करीब दो बजे दिवेर थाना क्षेत्र के सतपालिया घाटी में नाकाबंदी कर खड़ी पुलिस पर स्कॉर्पियो लेकर आए तस्करों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी।
इस दौरान थाना प्रभारी रमेश कविया के भौंहों को भेदती हुई गोली माथे के अगले भाग की हड्डी में जा धंसी। हालांकि पुलिस ने जवाबी फायर भी किए, तब तक तस्कर वापस मुड़कर राष्ट्रीय राजमार्ग आठ की तरफ भाग गए।
हड्डी में फंसी गोली
चिकित्सकों ने बताया कि गोली रमेश कविया के सिर की अगली हड्डी में जाकर फंस गई थी। बिना ऑपरेशन इसे निकालना संभव नहीं था।
छर्रे के आकार का यह बुलेट हड्डी में ही अटका पड़ा था। यह बुलेट बिखर जाता या हड्डी के आगे के हिस्से में चला जाता तो जान पर बन आती।
पहले रेलमगरा में नाकाबंदी तोड़ी
पुलिस को राशमी (चित्तौडग़ढ़) से अफीम और डोडा चूरा से भरी स्कॉर्पियो से तस्करी होने की सूचना मिली थी।
सूचना पर रात करीब पौने बारह बजे से ही रेलमगरा थाना प्रभारी मदनसिंह चौहान नाकाबंदी कर खड़े हो गए।
करीब साढ़े बारह बजे तेज रफ्तार आई कार ने नाकाबंदी तोड़ी तो पुलिस ने पीछा किया। इसके बाद तस्करों ने पुलिस की जीप को कट मार दी। इससे जीप असंतुलित हो गई। इसके बाद तस्कर फरार हो गए।
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