सलमान खान का हिट एंड रन केस स्थगित; गवाह ने मांगी सुरक्षा
मुंबई- बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के वकील की तबीयl खराब होने के चलते सोमवार को तय उनके हिट एंड रन मामले में सुनवाई नही हो पाई। वहीं, इस केस के मुख्य गवाह डॉक्टर सुहास पवार ने मौखिक तौर पर कोर्ट से पुलिस सुरक्षा की मांग की।
जज ने कहा कि जब गवाह लिखित तौर पर पुलिस सुरक्षा की मांग करेगा तब सुनवाई की जाएगी।
जबकि डॉ. सुहास ने लिखित एप्लिकेशन ना देते हुए कोर्ट से सुरक्षा की मांग की है।
जब सोमवार को कोर्ट की कार्यवाही शुरू हुई तो बचाव पक्ष के एक वकील ने बताया कि खान के वकील श्रीकांत शिवाडे की तबीयत खराब है। उन्होंने अवकाश मांगा है। इस पर कोर्ट ने सुनवाई 22 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दी।
इस बीच सलमान के खून के नमूने लेने वाले डॉ. सुहास पवार ने सरकारी वकील प्रदीप घराट के माध्यम से पुलिस सुरक्षा की मांग की। लेकिन उन्होंने पुलिस सुरक्षा मांगने के पीछे कोई कारण नहीं बताया।
जज डी डब्ल्यू देशपांडे ने उनको लिखित तौर पर अपील करने को कहा।
अगली सुनवाई में डॉ. पवार और सिपाही माने से सवाल किए जाएंगे।
गौरतलब है कि 28 सितंबर 2002 को हुई हिंट एंड रन घटना के बाद डॉ. पवार ही सलमान को बांद्रा थाने से जेजे अस्पताल ले गए थे।
मुंबई- बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के वकील की तबीयl खराब होने के चलते सोमवार को तय उनके हिट एंड रन मामले में सुनवाई नही हो पाई। वहीं, इस केस के मुख्य गवाह डॉक्टर सुहास पवार ने मौखिक तौर पर कोर्ट से पुलिस सुरक्षा की मांग की।
जज ने कहा कि जब गवाह लिखित तौर पर पुलिस सुरक्षा की मांग करेगा तब सुनवाई की जाएगी।
जबकि डॉ. सुहास ने लिखित एप्लिकेशन ना देते हुए कोर्ट से सुरक्षा की मांग की है।
जब सोमवार को कोर्ट की कार्यवाही शुरू हुई तो बचाव पक्ष के एक वकील ने बताया कि खान के वकील श्रीकांत शिवाडे की तबीयत खराब है। उन्होंने अवकाश मांगा है। इस पर कोर्ट ने सुनवाई 22 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दी।
इस बीच सलमान के खून के नमूने लेने वाले डॉ. सुहास पवार ने सरकारी वकील प्रदीप घराट के माध्यम से पुलिस सुरक्षा की मांग की। लेकिन उन्होंने पुलिस सुरक्षा मांगने के पीछे कोई कारण नहीं बताया।
जज डी डब्ल्यू देशपांडे ने उनको लिखित तौर पर अपील करने को कहा।
अगली सुनवाई में डॉ. पवार और सिपाही माने से सवाल किए जाएंगे।
गौरतलब है कि 28 सितंबर 2002 को हुई हिंट एंड रन घटना के बाद डॉ. पवार ही सलमान को बांद्रा थाने से जेजे अस्पताल ले गए थे।
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