बायतु। खेमा बाबा मेले में उमड़ा आस्था का ज्वार
रिपोर्टर:-माधुसिंह गोरा / बायतु
बाड़मेर जिले के बायतु मुख्यालय पर भरा।जिसमे प्रदेश भर के श्रद्धालुओं ने धोक लगाकर खुशहाली की कामना की।खेमा बाबा को सर्पो का देवता कहा जाता हैं। प्राचीन मान्यता के अनुसार सर्प के काटने पर खेमाबाबा के नाम की तांती(धागा) बांधने पर सही हो जाता हैं। बायतु मठाधीश भैर भारती के सानिध्य में दीप प्रज्वलित कर मेले का शुम्भारम्भ किया गया और शनिवार को रात्रि जागरण में स्थानीय कलाकारों द्धारा भजनों की प्रस्तुतियों दी गई। भजनो पर पूरी रात श्रोता झूमे।मेले का मुख्य आकर्षण भोपो का सांकल व ताजणो का न्रत्य रहा। रविवार सुबह बायतु विधायक कैलाश चौधरी ने मेलास्थल पर पहुँच बाबा को धोक लगाकर अमन चैन की कामना की तथा मेले में पुलिस की व्यवस्थाओ चार चौबंद रही।
रिपोर्टर:-माधुसिंह गोरा / बायतु
बाड़मेर जिले के बायतु मुख्यालय पर भरा।जिसमे प्रदेश भर के श्रद्धालुओं ने धोक लगाकर खुशहाली की कामना की।खेमा बाबा को सर्पो का देवता कहा जाता हैं। प्राचीन मान्यता के अनुसार सर्प के काटने पर खेमाबाबा के नाम की तांती(धागा) बांधने पर सही हो जाता हैं। बायतु मठाधीश भैर भारती के सानिध्य में दीप प्रज्वलित कर मेले का शुम्भारम्भ किया गया और शनिवार को रात्रि जागरण में स्थानीय कलाकारों द्धारा भजनों की प्रस्तुतियों दी गई। भजनो पर पूरी रात श्रोता झूमे।मेले का मुख्य आकर्षण भोपो का सांकल व ताजणो का न्रत्य रहा। रविवार सुबह बायतु विधायक कैलाश चौधरी ने मेलास्थल पर पहुँच बाबा को धोक लगाकर अमन चैन की कामना की तथा मेले में पुलिस की व्यवस्थाओ चार चौबंद रही।
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