बाडमेर स्वाइनफ्लू की आंशका के मद्दे नजर एहतियात बरतने की हिदायत
बाडमेर, 12 जनवरी। जिलें में स्वाइनफलू की आशंका के मद्दे नजर जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने एहतियात बरतते हुए तुरन्त प्रभाव से चिकित्सा विभाग को आवश्यक प्रबन्ध सुनिश्चित करने की हिदायत दी है। वह सोमवार को अपने कक्ष में पानी, बिजली, चिकित्सा व्यस्थाओं की साप्ताहिक समीक्षा कर रहे थे।
इस अवसर पर जिला कलक्टर ने बताया कि स्वाइनफ्लू के ताजा मामले प्रकाश में आने के पश्चात् सभी आंशका वाले लोगों को तुरन्त प्रभाव से टेमीफ्लू का वितरण किया जाए तथा उन्होने दस हजार केप्सूल के टेमीफ्लू स्टोर को अपर्याप्त मानते हुए 50 हजार अतिरिक्त केप्सूल मंगाने के निर्देश दिए। उन्होने जिले में परिवार कल्याण के लक्ष्यों के विपरित धीमी प्रगति पर चिन्ता जताते हुए विशेष कार्ययोजना बनाकर इसमें तेजी लाने के निर्देश दिए है।
जिला कलक्टर ने बताया कि बाडमेर जिला परिवार कल्याण के मामलें में उपलब्धियों पर राज्य के 34 जिलों में सबसे निचले स्थान पर है जो कि चिन्ता जनक है। उन्होने इस योजना में अगले दोमाह में 50 फीसदी लक्ष्य हासिल करने के लिए विशेष कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होने जिले के प्रत्येक ग्राम सेवकों तथा पटवारियों को 2-2 का लक्ष्य आवंटित करने को कहा। साथ ही इसकी सुनिश्चितता के लिए विकास अधिकारियों तथा तहसीलदारों को पाबन्द करने के निर्देश दिए। साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनवाडी के कार्मिकों तथा आशा सहयोगिनियों की सहायता लेकर परिवार नियोजन के प्रति प्रोत्साहन की हिदायत दी। इसके अलावा परिवार नियोजन के प्रोत्साहन के लिए स्वयं सेवी संस्थाओं की सहायता लेने के भी निर्देश दिए। इसके लिए संस्थाओं को चिन्हित करने के अलावा आकर्षक पुरस्कारों के जरिये प्रोत्साहित करने को कहा।
जिला कलक्टर ने मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच योजना के तहत जिले के ग्रामीण चिकित्सा संस्थानों में सरकार द्वारा निर्धारित जांचों तथा निःशुल्क दवाईयों की उपलब्धता को सुनिश्चित करने को कहा।
जिला कलक्टर ने पेयजल योजनाओं की समीक्षा के दौरान जिले में नियमित तथा सुचारू पेयजल आपूर्ति करने के निर्देश दिए। उन्होने स्वीकृत हैण्डपम्पों की खुदाई कार्य में गति लाने तथा खराब हैण्डपम्पों की शीध्र मरम्मत कराने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि भौतिक सत्यापन के दौरान समस्याओं के समाधान में किसी प्रकार की कमी या लापरवाही पाए जाने पर जिम्मेवारी तय कर सख्त कार्यवाही की जाएगी। बैठक में पेयजल योजनाओं के विद्युतिकरण आदि की प्रगति की समीक्षा पश्चात् जिला कलेक्टर ने बकाया विधुतिकरण का कार्य शीध्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होने जिले में अवैध नल कनेक्शन को हटाने तथा आरोपियों के विरूद्ध पुलिस में मुकदमा दर्ज कराने के भी निर्देश दिए।
बैठक में प्रभारी अधिकारी तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोपालराम बिरडा, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी. विश्नोई, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.के.एस. बिष्ट, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियन्ता नेमाराम परिहार समेत संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
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बाडमेर, 12 जनवरी। जिलें में स्वाइनफलू की आशंका के मद्दे नजर जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने एहतियात बरतते हुए तुरन्त प्रभाव से चिकित्सा विभाग को आवश्यक प्रबन्ध सुनिश्चित करने की हिदायत दी है। वह सोमवार को अपने कक्ष में पानी, बिजली, चिकित्सा व्यस्थाओं की साप्ताहिक समीक्षा कर रहे थे।
इस अवसर पर जिला कलक्टर ने बताया कि स्वाइनफ्लू के ताजा मामले प्रकाश में आने के पश्चात् सभी आंशका वाले लोगों को तुरन्त प्रभाव से टेमीफ्लू का वितरण किया जाए तथा उन्होने दस हजार केप्सूल के टेमीफ्लू स्टोर को अपर्याप्त मानते हुए 50 हजार अतिरिक्त केप्सूल मंगाने के निर्देश दिए। उन्होने जिले में परिवार कल्याण के लक्ष्यों के विपरित धीमी प्रगति पर चिन्ता जताते हुए विशेष कार्ययोजना बनाकर इसमें तेजी लाने के निर्देश दिए है।
जिला कलक्टर ने बताया कि बाडमेर जिला परिवार कल्याण के मामलें में उपलब्धियों पर राज्य के 34 जिलों में सबसे निचले स्थान पर है जो कि चिन्ता जनक है। उन्होने इस योजना में अगले दोमाह में 50 फीसदी लक्ष्य हासिल करने के लिए विशेष कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होने जिले के प्रत्येक ग्राम सेवकों तथा पटवारियों को 2-2 का लक्ष्य आवंटित करने को कहा। साथ ही इसकी सुनिश्चितता के लिए विकास अधिकारियों तथा तहसीलदारों को पाबन्द करने के निर्देश दिए। साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनवाडी के कार्मिकों तथा आशा सहयोगिनियों की सहायता लेकर परिवार नियोजन के प्रति प्रोत्साहन की हिदायत दी। इसके अलावा परिवार नियोजन के प्रोत्साहन के लिए स्वयं सेवी संस्थाओं की सहायता लेने के भी निर्देश दिए। इसके लिए संस्थाओं को चिन्हित करने के अलावा आकर्षक पुरस्कारों के जरिये प्रोत्साहित करने को कहा।
जिला कलक्टर ने मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच योजना के तहत जिले के ग्रामीण चिकित्सा संस्थानों में सरकार द्वारा निर्धारित जांचों तथा निःशुल्क दवाईयों की उपलब्धता को सुनिश्चित करने को कहा।
जिला कलक्टर ने पेयजल योजनाओं की समीक्षा के दौरान जिले में नियमित तथा सुचारू पेयजल आपूर्ति करने के निर्देश दिए। उन्होने स्वीकृत हैण्डपम्पों की खुदाई कार्य में गति लाने तथा खराब हैण्डपम्पों की शीध्र मरम्मत कराने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि भौतिक सत्यापन के दौरान समस्याओं के समाधान में किसी प्रकार की कमी या लापरवाही पाए जाने पर जिम्मेवारी तय कर सख्त कार्यवाही की जाएगी। बैठक में पेयजल योजनाओं के विद्युतिकरण आदि की प्रगति की समीक्षा पश्चात् जिला कलेक्टर ने बकाया विधुतिकरण का कार्य शीध्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होने जिले में अवैध नल कनेक्शन को हटाने तथा आरोपियों के विरूद्ध पुलिस में मुकदमा दर्ज कराने के भी निर्देश दिए।
बैठक में प्रभारी अधिकारी तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोपालराम बिरडा, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी. विश्नोई, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.के.एस. बिष्ट, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियन्ता नेमाराम परिहार समेत संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
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