अमित शाह की रैली में शामिल होने की सजा, जलती सिगरेट से सीने पर लिख दिया
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में बीजेपी के एक कार्यकर्ता को कथित तौर पर अमित शाह की रैली में शामिल होने की सजा के तौर पर सिगरेट से जलाया गया। आरोप है कि यह हरकत तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने किया। हुगली जिले के रहने वाले विष्णु चौधरी ने दावा किया कि रैली के तीन दिन बाद नाराज तृणमूल कार्यकर्ता उसे जबरन घर के बाहर घसीटकर ले गए। चौधरी के मुताबिक, तृणमूल कार्यकर्ता उसे एक क्लब में ले गए औँर उसकी पिटाई की। इसके बाद उन्हें तृणमूल ज्वॉइन करने को कहा। ऐसा न करने पर सिगरेट से पूरे बदन को जला दिया। इसके अलावा, उसके सीने पर TMC (तृणमूल कांग्रेस) लिख दिया।
चौधरी ने कहा कि उन्होंने स्पीड पोस्ट से पुलिस को शिकायत भेजी है, क्येांकि उन्हें खुद थाने जाने से डर लगता है। इसके अलावा, उन्होंने मानवाधिकार आयोग को भी शिकायत भेजी है। उधर, स्थानीय तृणमूल नेताओं ने पार्टी की भूमिका होने से इनकार किया है। तृणमूल नेता तपनदास गुप्ता ने कहा कि यह बीजेपी द्वारा रचा गया ड्रामा है। वहीं, विपक्षी पार्टियों ने इस मामले को लेकर तृणमूल पर निशाना साधा है।
बीजेपी-तृणमूल आमने सामने
बता दें कि राज्य में बीजेपी अपना राजनीतिक धरातल मजबूत कर रही है। बीते दो महीनों में तृणमूल और बीजेपी कार्यकर्ताओं में कई बार भिड़ंत हो चुकी है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने जब कोलकाता में रैली करनी चाही थी तो राज्य की तृणमूल सरकार ने इसके लिए रजामंदी नहीं दी। बाद में बीजेपी ने हाईकोर्ट से परमिशन लेकर रैली की। रैली में शाह ने ममता को चेतावनी दी थी कि वह उनकी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए आए हैं।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में बीजेपी के एक कार्यकर्ता को कथित तौर पर अमित शाह की रैली में शामिल होने की सजा के तौर पर सिगरेट से जलाया गया। आरोप है कि यह हरकत तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने किया। हुगली जिले के रहने वाले विष्णु चौधरी ने दावा किया कि रैली के तीन दिन बाद नाराज तृणमूल कार्यकर्ता उसे जबरन घर के बाहर घसीटकर ले गए। चौधरी के मुताबिक, तृणमूल कार्यकर्ता उसे एक क्लब में ले गए औँर उसकी पिटाई की। इसके बाद उन्हें तृणमूल ज्वॉइन करने को कहा। ऐसा न करने पर सिगरेट से पूरे बदन को जला दिया। इसके अलावा, उसके सीने पर TMC (तृणमूल कांग्रेस) लिख दिया।
चौधरी ने कहा कि उन्होंने स्पीड पोस्ट से पुलिस को शिकायत भेजी है, क्येांकि उन्हें खुद थाने जाने से डर लगता है। इसके अलावा, उन्होंने मानवाधिकार आयोग को भी शिकायत भेजी है। उधर, स्थानीय तृणमूल नेताओं ने पार्टी की भूमिका होने से इनकार किया है। तृणमूल नेता तपनदास गुप्ता ने कहा कि यह बीजेपी द्वारा रचा गया ड्रामा है। वहीं, विपक्षी पार्टियों ने इस मामले को लेकर तृणमूल पर निशाना साधा है।
बीजेपी-तृणमूल आमने सामने
बता दें कि राज्य में बीजेपी अपना राजनीतिक धरातल मजबूत कर रही है। बीते दो महीनों में तृणमूल और बीजेपी कार्यकर्ताओं में कई बार भिड़ंत हो चुकी है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने जब कोलकाता में रैली करनी चाही थी तो राज्य की तृणमूल सरकार ने इसके लिए रजामंदी नहीं दी। बाद में बीजेपी ने हाईकोर्ट से परमिशन लेकर रैली की। रैली में शाह ने ममता को चेतावनी दी थी कि वह उनकी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए आए हैं।
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