आठवीं बोर्ड : परीक्षा वैकल्पिक मगर आवेदन सबसे मांगे
उदयपुर। राज्य में आठवीं बोर्ड परीक्षा वैकल्पिक रखी गई है लेकिन अब आठवीं कक्षा के समस्त नियमित विद्यार्थियों को इस परीक्षा के लिए आवेदन भरना होगा। शिक्षा विभाग के इस ताजा आदेश से शिक्षकों और विद्यार्थियों में पसोपेश खड़ा हो गया है।
शिक्षकों को अंदेशा है कि आवेदन सभी से भरवाने का मतलब सभी विद्यार्थियों को यह परीक्षा देनी होगी। बोर्ड परीक्षा होने के कारण बच्चों को अनुत्तीर्ण भी किया जा सकेगा जबकि शिक्षा का अधिकार के तहत आठवीं के बच्चों को अनुत्तीर्ण नहीं किया जा सकता।
विभागीय सूत्रों के अनुसार शिक्षा विभाग ने आठवीं के समस्त विद्यार्थियों से उक्त परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन भरवाने के निर्देश दिए हैं। बीकानेर स्थित शिक्षा विभागीय परीक्षा पंजीयक ने समस्त जिला शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।
गौरतलब है कि आठवीं बोर्ड परीक्षा की शुरूआत विकल्प के रूप में की गई थी लेकिन अब सभी विद्यार्थियों से आवेदन भरवाने के कारण माना जा रहा है कि आठवीं बोर्ड वैकल्पिक परीक्षा इसी सत्र से वैकल्पिक नहीं रही बल्कि अनिवार्य हो गई है।
बोर्ड परीक्षा में तो फेल भी होंगे!
शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत आठवीं के विद्यार्थियों को अनुत्तीर्ण नहीं किया जा सकता जबकि बोर्ड परीक्षा हुई तो नतीजे में अनुत्तीर्ण भी किया जा सकता है।
वहीं, उन स्कूलों के बच्चों में भी पसोपेश की स्थिति बन गई है, जो एकमात्र शिक्षक के भरोसे हैं। वहां पाठ्यक्रम पूरा नहीं होने के कारण विद्यार्थियों को अब फेल होने की चिन्ता सताने लगी है। ऎसे विद्यालयों के शिक्षक भी बच्चों के परीक्षा परिणाम को लेकर पसोपेश में हैं।
गुणवत्ता बढ़ाने के प्रयास
विभाग ने सभी नियमित विद्यार्थियों से आठवीं वैकल्पिक बोर्ड परीक्षा 2015 के ऑनलाइन फॉर्म भरवाने के निर्देश दिए हैं। बोर्ड परीक्षा के जरिये विद्यार्थियों में शिक्षा के प्रति गंभीरता और गुणवत्ता बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। -
उदयपुर। राज्य में आठवीं बोर्ड परीक्षा वैकल्पिक रखी गई है लेकिन अब आठवीं कक्षा के समस्त नियमित विद्यार्थियों को इस परीक्षा के लिए आवेदन भरना होगा। शिक्षा विभाग के इस ताजा आदेश से शिक्षकों और विद्यार्थियों में पसोपेश खड़ा हो गया है।
शिक्षकों को अंदेशा है कि आवेदन सभी से भरवाने का मतलब सभी विद्यार्थियों को यह परीक्षा देनी होगी। बोर्ड परीक्षा होने के कारण बच्चों को अनुत्तीर्ण भी किया जा सकेगा जबकि शिक्षा का अधिकार के तहत आठवीं के बच्चों को अनुत्तीर्ण नहीं किया जा सकता।
विभागीय सूत्रों के अनुसार शिक्षा विभाग ने आठवीं के समस्त विद्यार्थियों से उक्त परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन भरवाने के निर्देश दिए हैं। बीकानेर स्थित शिक्षा विभागीय परीक्षा पंजीयक ने समस्त जिला शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।
गौरतलब है कि आठवीं बोर्ड परीक्षा की शुरूआत विकल्प के रूप में की गई थी लेकिन अब सभी विद्यार्थियों से आवेदन भरवाने के कारण माना जा रहा है कि आठवीं बोर्ड वैकल्पिक परीक्षा इसी सत्र से वैकल्पिक नहीं रही बल्कि अनिवार्य हो गई है।
बोर्ड परीक्षा में तो फेल भी होंगे!
शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत आठवीं के विद्यार्थियों को अनुत्तीर्ण नहीं किया जा सकता जबकि बोर्ड परीक्षा हुई तो नतीजे में अनुत्तीर्ण भी किया जा सकता है।
वहीं, उन स्कूलों के बच्चों में भी पसोपेश की स्थिति बन गई है, जो एकमात्र शिक्षक के भरोसे हैं। वहां पाठ्यक्रम पूरा नहीं होने के कारण विद्यार्थियों को अब फेल होने की चिन्ता सताने लगी है। ऎसे विद्यालयों के शिक्षक भी बच्चों के परीक्षा परिणाम को लेकर पसोपेश में हैं।
गुणवत्ता बढ़ाने के प्रयास
विभाग ने सभी नियमित विद्यार्थियों से आठवीं वैकल्पिक बोर्ड परीक्षा 2015 के ऑनलाइन फॉर्म भरवाने के निर्देश दिए हैं। बोर्ड परीक्षा के जरिये विद्यार्थियों में शिक्षा के प्रति गंभीरता और गुणवत्ता बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। -
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