जयपुर। राजस्थान में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा है कि राज्य में निकाय चुनाव में पार्टी की हार से वे हतोत्साहित नहीं होकर भविष्य की तैयारी जाएगी।
पायलट निकाय चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद मीडिया से अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि पार्टी को उम्मीद से काफी कम सीटे मिली हैं और जहां भारतीय जनता पार्टी के बोर्ड बनने की संभावना को रोकने की तैयारी भी असफल रही है लेकिन वे इससे मायूस नहीं होकर आगामी पंचायत चुनाव की तैयारी शुरू करेंगे।
उन्होंने कहा कि गत विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस ने चालीस प्रतिशत युवाओं सहित नए लोगों को मौका दिया। उन्होंने कहा कि गत विधानसभा में भाजपा को मिली ऎतिहासिक जीत के बाद भाजपा सरकार पिछले एक साल में जनहित में अच्छा काम नहीं कर पाने के मुद्दे के साथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं एवं नेताओं ने काफी मेहनत की लेकिन वे चुनाव नहीं जीत पाए।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में और अच्छा काम करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गत विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव में पार्टी को मिले मत की तुलना में इस बार निकाय चुनाव में शहरों में पार्टी को अधिक मत प्राप्त किए हैं। हालांकि सीटे जीतने में सफलता नहीं मिली हैं।
उन्होंने अपनी पार्टी की हार स्वीकार करते हुए कहा कि जनता ने एक बार फिर भाजपा को बहुमत देकर काम करने का मौका दिया हैं और उन्हें अपनी सही जिम्मेदारी निभाते हुए जनहित में काम किया जाना चाहिए। -
पायलट निकाय चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद मीडिया से अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि पार्टी को उम्मीद से काफी कम सीटे मिली हैं और जहां भारतीय जनता पार्टी के बोर्ड बनने की संभावना को रोकने की तैयारी भी असफल रही है लेकिन वे इससे मायूस नहीं होकर आगामी पंचायत चुनाव की तैयारी शुरू करेंगे।
उन्होंने कहा कि गत विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस ने चालीस प्रतिशत युवाओं सहित नए लोगों को मौका दिया। उन्होंने कहा कि गत विधानसभा में भाजपा को मिली ऎतिहासिक जीत के बाद भाजपा सरकार पिछले एक साल में जनहित में अच्छा काम नहीं कर पाने के मुद्दे के साथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं एवं नेताओं ने काफी मेहनत की लेकिन वे चुनाव नहीं जीत पाए।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में और अच्छा काम करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गत विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव में पार्टी को मिले मत की तुलना में इस बार निकाय चुनाव में शहरों में पार्टी को अधिक मत प्राप्त किए हैं। हालांकि सीटे जीतने में सफलता नहीं मिली हैं।
उन्होंने अपनी पार्टी की हार स्वीकार करते हुए कहा कि जनता ने एक बार फिर भाजपा को बहुमत देकर काम करने का मौका दिया हैं और उन्हें अपनी सही जिम्मेदारी निभाते हुए जनहित में काम किया जाना चाहिए। -
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