जयपुर। केन्द्रीय सूचना प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा है कि देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में सीमा पार से होने वाले दुष्प्रचार पर अंकुश लगाने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे। राठौड ने शुक्रवार को एक सवाल के जवाब में कहा कि सीमा पार से होने वाले दुष्प्रचार को रोक ने का विषय ध्यान में है तथा ऎसे प्रचार पर जरूर अंकुश लगाने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
उन्होंने स्पष्ट किया कि ऎसे दुष्प्रचार की बजाए देश के विकास पर जोर रहेगा। वैसे पड़ोसी देश दुष्प्रचार के माध्यम से यहां कुछ नहीं कर पाया और अपने देश में भी कोई विकास नहीं कर सका है। हर देश को अपने संसाधनों को विकास के लिए उपयोग में लेना चाहिए।
उन्होंने एक अन्य प्रश्न के जवाब में कहा कि देश का मीडिया बहुत परिपक्व है और वह अपने पर स्वयं निगरानी रख सकता है तो सरकार की तरफ से मीडिया पर निगरानी रखने की जरूरत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से राजस्थान सबसे बड़ा प्रदेश हैऔर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने वाले तीनों केन्द्रीय राज्यमंत्री राज्य के कार्यो को जल्द से जल्द पूरा कराने का प्रयास करेंगे।
राठौड़ ने कहा कि केन्द्र के सभी मंत्रालयों में प्रदेश से संबंधित कार्य कराने के लिए सांसदों को भी मंत्रालयों की जिम्मेदारी सौंपी गई है तथा सप्ताह में एक बार बैठक कर प्रदेश के कामकाजों को पूर्ण कराने के लिए मंथन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी मंत्रालयों के कामकाज एवं विकास की जानकारी जनता तक पहुंचाने की जिम्मेदारी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की होती है इसलिए इस मंत्रालय का महत्व एवं उपयोगिता बहुत है।
उन्होंने बताया कि इस प्रकार व्यवस्था की जाएगी कि मिसकाल करने पर ही आपको मोबाइल संदेश से जानकारी उपलब्ध हो जाएगी तथा समुन्द्र में मछुआरों को एवं किसानों को समय पर मौसम की जानकारी मिलेगी। उन्होंने बताया कि सोशियल मीडिया के लिए अलग विंग बनाई जा रही है तथा अच्छी नीति लोगों तक अवश्य जानी चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता अभियान की सराहना करते हुए कहा कि इस अभियान में मीडिया की अह्म भूमिका रही हैं।
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