बाड़मेर मातमी धुनों के साथ ताज़िया सुपुर्द इ खाक हुआ
बाड़मेर इस्लाम धर्म के पैगेम्बर हजरत मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन की शहादत की याद में मनाये जाने वाला मोहर्रम पर्व प्रदेश भर में आज मनाया जा रहा है। राजधानी जयपुर के मुस्लिम बहुल इलाकों में आज सुबह से ही ताजियों का ढोल-ताशों की मातमी धुनों के बीच प्रातः ग्यारह बजे निकलना शुरू हो गया था बावड़ी चौक पर ताजिये का ठहराव था जहा युवको ने विभिन दिल दहलाने वाले करतब दिखा लोगो को रोमांचित कर दिया।
ताजियों को देर शाम गेंहू रोड स्थित कर्बला मैदान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया । वहीं शहर भर में करीब पौने चार घंटे ताज़िया विभिन महलो गलियो एयर मुख्य बाजार से गुजर आज़ाद चौक बावड़ी पहुंचा ,ताजिये निकाले जांगे। ताजियों का मुख्य जुलूस शहर केगांधी चौक ,रे कॉलोनी होता हुआ कर्बला मैदान पहुंचा । वहीं दूसरी ओर मुस्लिम धर्मावलंबियों ने ताजियों के साथ चलने वाले जायरीनों के लिए ठंडे शर्बत की सबीलें लगाई गई हैं व मोहर्रम पर बनने वाले विशेष पकवान हलीम बनाकर लोगों में बांटा गया।
इससे पूर्व सोमवार को कत्ल की रात मनाई गई और ताजिये जुलूस के साथ अपने मुकाम तक पहुंचे। इस दौरान हजारों लोगों ने ताजियों की जियारत की और दुरूद-फातिहा पढ़ी। शहर में कई मुस्लिम मौहल्ले या हुसैन-या हुसैन के नारों से गुंजते रहे। बाद में ताजियों को बावड़ी चौक पर लाया गया और फि र
वापस उन्हें उनके स्थान पर ले जाया गया।
वहीं दूसरी ओर मोहर्रम पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने विशेष प्रबंध किए हैं। -
बाड़मेर इस्लाम धर्म के पैगेम्बर हजरत मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन की शहादत की याद में मनाये जाने वाला मोहर्रम पर्व प्रदेश भर में आज मनाया जा रहा है। राजधानी जयपुर के मुस्लिम बहुल इलाकों में आज सुबह से ही ताजियों का ढोल-ताशों की मातमी धुनों के बीच प्रातः ग्यारह बजे निकलना शुरू हो गया था बावड़ी चौक पर ताजिये का ठहराव था जहा युवको ने विभिन दिल दहलाने वाले करतब दिखा लोगो को रोमांचित कर दिया।
ताजियों को देर शाम गेंहू रोड स्थित कर्बला मैदान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया । वहीं शहर भर में करीब पौने चार घंटे ताज़िया विभिन महलो गलियो एयर मुख्य बाजार से गुजर आज़ाद चौक बावड़ी पहुंचा ,ताजिये निकाले जांगे। ताजियों का मुख्य जुलूस शहर केगांधी चौक ,रे कॉलोनी होता हुआ कर्बला मैदान पहुंचा । वहीं दूसरी ओर मुस्लिम धर्मावलंबियों ने ताजियों के साथ चलने वाले जायरीनों के लिए ठंडे शर्बत की सबीलें लगाई गई हैं व मोहर्रम पर बनने वाले विशेष पकवान हलीम बनाकर लोगों में बांटा गया।
इससे पूर्व सोमवार को कत्ल की रात मनाई गई और ताजिये जुलूस के साथ अपने मुकाम तक पहुंचे। इस दौरान हजारों लोगों ने ताजियों की जियारत की और दुरूद-फातिहा पढ़ी। शहर में कई मुस्लिम मौहल्ले या हुसैन-या हुसैन के नारों से गुंजते रहे। बाद में ताजियों को बावड़ी चौक पर लाया गया और फि र
वापस उन्हें उनके स्थान पर ले जाया गया।
वहीं दूसरी ओर मोहर्रम पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने विशेष प्रबंध किए हैं। -
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