मेड़ता रोड (नागौर)। फेसबुक पर धार्मिक भावना को आहत करने वाली टिप्पणी से कस्बे में बवाल मच गया।
एक समुदाय के लोगों ने इसके विरोध में कस्बे का बाजार बंद करा दिया और विरोध प्रदर्शन करते हुए टायर जलाकर मार्ग जाम किया।
इस दौरान प्रशासन की ओर से ठोस आश्वासन नहीं मिलने पर गुस्साए युवकों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। पथराव से पुलिस के एक वाहन का कांच टूट गया।
बवाल बढ़ता देख पुलिस ने लाठियां फटकारी। सुबह ग्यारह बजे से शुरू हुआ हंगामा शाम तक चलता रहा। एएसपी डॉ. प्यारेलाल शिवरान एवं एसडीएम सोहनलाल से आरोपियों की गिरफ्तार का आश्वासन मिलने के बाद शाम को मामला शांत हुआ।
पुलिस ने शिवसेना कार्यकर्ता सियाराम खदाव की रिपोर्ट पर फेसबुक पर टिप्पणी करने वाले युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मामले के अनुसार मेड़ता रोड निवासी वसीम पठान एवं रोमी उर्फ यासीन खां ने फेसबुक पर समुदाय विशेष की धार्मिक भावना को आहत करने वाली टिप्पणी की।
इसे लेकर रविवार शाम को लोगों ने मेड़ता रोड थाने में शिकायत की। इस पर पुलिस ने रविवार को युवक वसीम पठान को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। एसडीएम के समक्ष पेश करने पर सोमवार सुबह युवक को जमानत मिल गई। युवक को जमानत मिलने से हंगामा खड़ा हो गया। लोगों ने मामले में मेड़ता रोड पुलिस पर ढिलाई बरतने का आरोप लगाते हुए विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया।
थानाधिकारी लाइन हाजिर
जिला पुलिस अधीक्षक लक्ष्मण गौड़ ने इस मामले में प्रथम दृष्टया मेड़ता रोड थानाधिकारी राजेन्द्र सिंह की लापरवाही मानते हुए लाइन हाजिर कर दिया है। राजेन्द्र सिंह के स्थान पर कोतवाली के उप निरीक्षक हरिनारायण मीणा को मेड़ता रोड थानाधिकारी लगाया है।
विरोध की यह वजह
विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि जब आरोपी के खिलाफ शिवसेना कार्यकर्ता जगदीश जाजड़ा ने शिकायत की थी तो मामला दर्ज क्यूं नहीं किया गया। लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मामले में लापरवाही बरतते हुए युवक को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया और उसे सुबह जमानत मिल गई। युवक को जमानत मिलने से एक समुदाय के लोग आक्रोशित हो गए।
बंद करवाया बाजार
युवक को जमानत मिलते ही स्थानीय लोग शिवसेना कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में बाजार बंद कराने पहुंच गए। मामले की नजाकत को देखते हुए व्यापारियों ने बाजार बंद कर दिया। इस दौरान मेड़ता रोड पुलिस ने समझाइश की, लेकिन बात नहीं बनी। मामला बढ़ता देख मेड़ता सिटी एवं गोटन पुलिस भी मौके पर पहुंची।
पत्थरबाजी का बचाव, फिर लाठियां फटकारी
पुलिस एवं प्रशासन की ओर से दोनों युवकों की गिरफ्तारी के संबंध में कोई ठोस आश्वासन नहीं मिलने से युवकों ने पुलिस जाब्ते पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। काफी देर तक हुई पत्थरबाजी के दौरान पुलिस बचाव करती रही। इस दौरान एक पत्थर से पुलिस वाहन का कांच फूट गया। इस पर पुलिस ने लाठियां फटकार कर युवकों को भगाया। लाठियां फटकारने पर युवक तितर-बितर हो गए।
हंगामा सुबह से और चार बजे पहुंचे एसडीएम
फेसबुक पर टिप्पणी मामले में जमानत देने वाले एसडीएम सोहनलाल सुबह से हो रहे हंगामे के बावजूद दोपहर तक मौके पर नहीं पहुंचे। आखिरकार पथराव करने और माहौल बिगड़ने की सूचना मिलने पर वे चार बजे मौके पर पहुंचे। एएसपी व एसडीएम ने आरोपियों को दो दिन में गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया, तब जाकर लोग शांत हुए।
कानून व्यवस्था कायम
शांति समिति की बैठक बुलाकर लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की गई है। टिप्पणी के संबंध में मुकदमा दर्ज कर लिया है। कस्बे में कानून व्यवस्था कायम है।- डॉ. प्यारेलाल शिवरान, एएसपी, नागौर -
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