नई दिल्ली। आंधप्रदेश के तटवर्ती जिलों से टकराए चक्रवाती तूफान (हुदहुद) ने रविवार को राज्य में जमकर तबाही मचाई हालांकि ओडिशा में इसके कारण जानमाल का अधिक नुकसान नहीं हुआ है।
गृह मंत्रालय ने रविवार को जारी विज्ञप्ति में बताया कि केंद्र सरकार ने अपनी सभी एजेंसियों को आपात स्थिति के लिए तैयार रहने के लिए कहा है।
कैबिनेट सचिव अजित सेठ की अध्यक्षता में शाम राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति ने फिर बैठक आयोजित की गई और दोनों राज्यों के प्रभावित जिलों की स्थिति की समीक्षा की गई।
प्रभावित जिलों में संचार सेवा और बिजली आपूर्ति बाधित है। इधर राष्ट्रीय आपदा कार्यबल के चार दल ओडिशा से आंध्रप्रदेश के लिए रवाना हो गए हैं।
गृह मंत्रालय ने रविवार को जारी विज्ञप्ति में बताया कि केंद्र सरकार ने अपनी सभी एजेंसियों को आपात स्थिति के लिए तैयार रहने के लिए कहा है।
कैबिनेट सचिव अजित सेठ की अध्यक्षता में शाम राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति ने फिर बैठक आयोजित की गई और दोनों राज्यों के प्रभावित जिलों की स्थिति की समीक्षा की गई।
प्रभावित जिलों में संचार सेवा और बिजली आपूर्ति बाधित है। इधर राष्ट्रीय आपदा कार्यबल के चार दल ओडिशा से आंध्रप्रदेश के लिए रवाना हो गए हैं।
कार्यबल के दलों ने विशाखापट्टनम से 1300, विजय नगरम से 2500, पूर्वी गोदावरी जिले से 7500 लोगों और ओडिशा के केंद्रपाडा जिले से 40, गंजम से 50, पुरी से 500 और कोरापुट से 813 लोगों केा सुरक्षित बाहर निकाला है। इसके अलावा केंद्रपाडा जिले के गुप्ती गांव में फंसे 50 लोगों को भी सुरक्षित निकाल लिया गया है।
संचार व्यवस्था चरमराई
आंधप्रदेश के तटीय जिलों से दो लाख से अधिक लोगों को हटाकर उन्हें लगभग 400 राहत शिविरों में रखा गया है। चक्रवाती तूफान के साथ 195 से 200 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज रफ्तार से चल रही प्रलयकारी हवा के कारण पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए जिससे जगह जगह रास्ता बंद हो गया।
विशाखापत्तनम और अन्य इलाकों में मोबाइल के टावर भी गिर गए जिससे संचार व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। विशाखापत्तनम, श्रीकाकुलम और विजयनगर जिले के निवासियों को घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है। विशाखापत्तनम में पेड़ गिरने से दो लोगों और चारदीवारी गिरने से श्रीकाकुलम जिले में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
उड़ीसा और छत्तीसगढ़
विशाखापत्तनम से पूर्वाह्न लगभग साढ़े 11 बजे टकराने के बाद हुदहुद पहले ओडिशा पहुंचा। तूफान सोमवार रात साढ़े दस बजे ओडिशा से छत्तीसगढ की ओर बढ़ेगा। तूफान के विशाखापट्टनम के तट से टकराते ही वहां समुद्र में कई मीटर ऊंची लहरें उठती देखी गईं और तेज बारिश शुरू हो गई।
तूफान की निगरानी के लिए लगाए गए नौसेना के रडार से केन्द्र का संपर्क तूफान के आते ही कट गया जिससे तूफान के पहुंचने की जानकारी केन्द्र से नहीं मिलकर नौसेना की ओर से मिली। तूफान के कारण कुल 62 ट्रेनों को रद्द किया गया और पांच को आंशिक रूप से रद्द किया गया तथा 51 ट्रेनों के मार्ग परिवर्तित कर दिए गए।
पीएम से आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री की बातचीत
आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर बात करके उन्हें तूफान की ताजा जानकारी दी और उनसे अनुरोध किया कि वह तूफान को राष्ट्रीय आपदा घोषित करें। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए और दो हजार करोड़ रूपए का पैकेज दिया जाए।
गृह मंत्री ने सहायता देने का दिया भरोसा
इस बीच केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी नायडू और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से फोन पर बातचीत की और तूफान के बारे में जानकारी हासिल की। गृह मंत्री ने दोनों मुख्यमंत्रियों को तूफान से हुए नुकसान से निपटने के लिए हर संभव सहायता देने का भरोसा दिया।
कई राज्यों में भारी सुरक्षा बल तैनात
कर्नाटक, बिहार, झारखंड़ और छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में भी तूफान के असर से हल्की और मध्यम वर्षा हो रही है। तटरक्षक बल ने 17 जहाजों, दो एयर कुशन जहाज और नौ विमानों को पूर्वी और उत्तर पूर्वी क्षेत्र में तैनात किया है। इन 17 जहाजों में से चेन्नई में पांच, काकीनाडा में छह, विशाखापत्तनम में तीन, पारादीप में चार और हल्दिया में एक जहाज तैनात किया है।
वायुसेना ने तीन चेतक विमानों को हैदराबाद में और बैरकपुर, नागपुर तथा रांची में दो हेलीकाप्टरों को तैयार रखा है। एनडीआरएफ और नौसेना के दस्ते तूफान प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यो के लिए पूरी मुस्तैदी के साथ लगे हुए हैं। एनडीआरएफ ने ओडिशा और आंध्रप्रदेश में अपनी 42 टीमें तैनात की है। आंध्र प्रदेश में तैनात कुल 24 टीमों में से 10 विशाखापट्टनम, चार पूर्वी गोदावरी जिले, छह श्रीकाकुलम और एक विजयानगरम में तैनात हैं। -
संचार व्यवस्था चरमराई
आंधप्रदेश के तटीय जिलों से दो लाख से अधिक लोगों को हटाकर उन्हें लगभग 400 राहत शिविरों में रखा गया है। चक्रवाती तूफान के साथ 195 से 200 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज रफ्तार से चल रही प्रलयकारी हवा के कारण पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए जिससे जगह जगह रास्ता बंद हो गया।
विशाखापत्तनम और अन्य इलाकों में मोबाइल के टावर भी गिर गए जिससे संचार व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। विशाखापत्तनम, श्रीकाकुलम और विजयनगर जिले के निवासियों को घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है। विशाखापत्तनम में पेड़ गिरने से दो लोगों और चारदीवारी गिरने से श्रीकाकुलम जिले में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
उड़ीसा और छत्तीसगढ़
विशाखापत्तनम से पूर्वाह्न लगभग साढ़े 11 बजे टकराने के बाद हुदहुद पहले ओडिशा पहुंचा। तूफान सोमवार रात साढ़े दस बजे ओडिशा से छत्तीसगढ की ओर बढ़ेगा। तूफान के विशाखापट्टनम के तट से टकराते ही वहां समुद्र में कई मीटर ऊंची लहरें उठती देखी गईं और तेज बारिश शुरू हो गई।
तूफान की निगरानी के लिए लगाए गए नौसेना के रडार से केन्द्र का संपर्क तूफान के आते ही कट गया जिससे तूफान के पहुंचने की जानकारी केन्द्र से नहीं मिलकर नौसेना की ओर से मिली। तूफान के कारण कुल 62 ट्रेनों को रद्द किया गया और पांच को आंशिक रूप से रद्द किया गया तथा 51 ट्रेनों के मार्ग परिवर्तित कर दिए गए।
पीएम से आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री की बातचीत
आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर बात करके उन्हें तूफान की ताजा जानकारी दी और उनसे अनुरोध किया कि वह तूफान को राष्ट्रीय आपदा घोषित करें। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए और दो हजार करोड़ रूपए का पैकेज दिया जाए।
गृह मंत्री ने सहायता देने का दिया भरोसा
इस बीच केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी नायडू और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से फोन पर बातचीत की और तूफान के बारे में जानकारी हासिल की। गृह मंत्री ने दोनों मुख्यमंत्रियों को तूफान से हुए नुकसान से निपटने के लिए हर संभव सहायता देने का भरोसा दिया।
कई राज्यों में भारी सुरक्षा बल तैनात
कर्नाटक, बिहार, झारखंड़ और छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में भी तूफान के असर से हल्की और मध्यम वर्षा हो रही है। तटरक्षक बल ने 17 जहाजों, दो एयर कुशन जहाज और नौ विमानों को पूर्वी और उत्तर पूर्वी क्षेत्र में तैनात किया है। इन 17 जहाजों में से चेन्नई में पांच, काकीनाडा में छह, विशाखापत्तनम में तीन, पारादीप में चार और हल्दिया में एक जहाज तैनात किया है।
वायुसेना ने तीन चेतक विमानों को हैदराबाद में और बैरकपुर, नागपुर तथा रांची में दो हेलीकाप्टरों को तैयार रखा है। एनडीआरएफ और नौसेना के दस्ते तूफान प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यो के लिए पूरी मुस्तैदी के साथ लगे हुए हैं। एनडीआरएफ ने ओडिशा और आंध्रप्रदेश में अपनी 42 टीमें तैनात की है। आंध्र प्रदेश में तैनात कुल 24 टीमों में से 10 विशाखापट्टनम, चार पूर्वी गोदावरी जिले, छह श्रीकाकुलम और एक विजयानगरम में तैनात हैं। -
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