इस्लामाबाद। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद का वीवीआईपी इलाका रेड जोन पिछले 24 घंटों से जंग के मैदान में तब्दील हो चुका है। पाक में तख्ता पलट का खतरा बढ़ता नजर आ रहा है। सोमवार को प्रदर्शनकारियों ने इस्लामाबाद स्थित सरकारी टीवी चैनल पीटीवी की इमारत पर कब्जा कर तोड़फोड़ की। तोड़फोड़ के बाद पीटीवी का प्रसारण बंद हो गया था। इसके बाद तहरीक-ए-इंसाफ के चीफ इमरान खान ने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने और पीटीवी की इमारत से बाहर आने के लिए कहा। इसके साथ ही वहां सेना के जवान पहुंच गए थे, उन्होंने प्रदर्शनकारियों से पीटीवी की इमारत खाली करवाई। जिसके बाद टीवी चैनल का प्रसारण दोबारा से शुरू कर दिया गया है।
इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को सचिवालय का गेट तोड़ दिया था और उसके अंदर घुस गए। इसके साथ ही उन्होंने संसद के अंदर भी घुसने की कोशिश की थी। सेना का कहना है कि उन्होंने प्रदर्शनकारियों को सचिवालय के अंदर स्थित किसी भी मंत्रालय में घुसने नहीं दिया। हालांकि प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे इमरान खान और कादरी ने पहले कहा था कि वे किसी भी सरकारी इमारत को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।
तहरीक-ए-इंसाफ के इमरान खान और पाकिस्तान आवामी तहरीक के ताहिर-अल-कादरी के नेतृत्व में चल रहा यह प्रदर्शन उस वक्त हिंसक हो गया जब पुलिस के आंसू गोलों और रबड़ की गोलियां को जवाब में प्रदर्शनकारियों ने सेना के जवानों पर फायरिंग की। हंगामा तब रूका जब सेना ने इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करने का फैसला किया।
इसी बीच पाकिस्तान के आर्मी चीफ राहिल शरीफ ने सोमवार को सभी कोर कमांडरों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में सेना अपने अगले कदम का फैसला लेगी। रेड जोन में पाकिस्तानी संसद और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का घर है। तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान और धर्मगुरू ताहिर उल कादरी की अगुवाई में यहां 18 दिन से प्रदर्शन कर रहे लोगों और पुलिस में जमकर झड़प हुई। शनिवार देर रात शुरू हुई इस झड़प में अब तक तीन लोगों के मारे जाने की खबर आई है। 535 से ज्यादा लोग घायल हैं। इसमें 100 के करीब पुलिसवाले भी हैं। स्थानीय मीडिया के मुताबिक यहां करीब 25 हजार लोगों की भीड़ मौजूद थी। बवाल उस वक्त शुरू हुआ जब इमरान खान और ताहिर उल कादरी ने लोगों से प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के घर की तरफ चलने के लिए कहा। ये लोग नवाज के घर का घेराव करना चाहते थे। -
इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को सचिवालय का गेट तोड़ दिया था और उसके अंदर घुस गए। इसके साथ ही उन्होंने संसद के अंदर भी घुसने की कोशिश की थी। सेना का कहना है कि उन्होंने प्रदर्शनकारियों को सचिवालय के अंदर स्थित किसी भी मंत्रालय में घुसने नहीं दिया। हालांकि प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे इमरान खान और कादरी ने पहले कहा था कि वे किसी भी सरकारी इमारत को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।
तहरीक-ए-इंसाफ के इमरान खान और पाकिस्तान आवामी तहरीक के ताहिर-अल-कादरी के नेतृत्व में चल रहा यह प्रदर्शन उस वक्त हिंसक हो गया जब पुलिस के आंसू गोलों और रबड़ की गोलियां को जवाब में प्रदर्शनकारियों ने सेना के जवानों पर फायरिंग की। हंगामा तब रूका जब सेना ने इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करने का फैसला किया।
इसी बीच पाकिस्तान के आर्मी चीफ राहिल शरीफ ने सोमवार को सभी कोर कमांडरों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में सेना अपने अगले कदम का फैसला लेगी। रेड जोन में पाकिस्तानी संसद और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का घर है। तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान और धर्मगुरू ताहिर उल कादरी की अगुवाई में यहां 18 दिन से प्रदर्शन कर रहे लोगों और पुलिस में जमकर झड़प हुई। शनिवार देर रात शुरू हुई इस झड़प में अब तक तीन लोगों के मारे जाने की खबर आई है। 535 से ज्यादा लोग घायल हैं। इसमें 100 के करीब पुलिसवाले भी हैं। स्थानीय मीडिया के मुताबिक यहां करीब 25 हजार लोगों की भीड़ मौजूद थी। बवाल उस वक्त शुरू हुआ जब इमरान खान और ताहिर उल कादरी ने लोगों से प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के घर की तरफ चलने के लिए कहा। ये लोग नवाज के घर का घेराव करना चाहते थे। -
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें