बाड़मेर में निर्माण कार्यो से बढ़ी वायुसेना की चिंता
जिप्सम के अवैध खनन के साथ सौ मीटर की परिधि में द्रुतगति से हो रहे निर्माण, नए रास्ते निकलने, पानी की टंकियां खड़ी करने, होटल और रेस्टोरेंट निर्माण के साथ हजारों बाहरी लोगों का जमावड़ा फिक्र बढ़ा रहा है। वायुसेना की ओर से तीन मामलों में तो रक्षा मंत्रालय से पत्र व्यवहार किया गया है।
नियमानुसार उत्तरलाई वायुसेना क्षेत्र के 100 मीटर की परिधि में इन गतिविधियों का संचालन प्रतिबंधित है, लेकिन तेल उत्पादन के चलते निजी कंपनियों के आने के बाद उत्तरलाई गांव रहवासी से व्यावसायिक इलाके मेें तब्दील हो रहा है।
इसके निकट की ग्राम पंचायतों कुड़ला, बाड़मेर आगोर आदि क्षेत्र में व्यावसायिक गतिविधियां बढ़ी हैं। ऊंचे भवन, रेस्टोरेंट बन गए हैं। मजदूरों का जमावड़ा रहने लगा है।
वायुसेना क्षेत्र, आवासीय क्षेत्र, तकनीकी क्षेत्र के निकट जहां पहले कोई आवास नहीं था, वहां तक लोगों के निवास हो गए हैं। प्रतिष्ठानों की संख्या दो सौ के करीब पहुंच गई है।
तारबंदी से ऊपर तक की पानी की टंकियां और वायुसेना क्षेत्र के निकट से सड़कों का निर्माण होने लगा है। वायुसेना जहां अपने इस बेस को और मजबूत करने की कवायद में जुटी है वहीं दूसरी ओर ये अवांछित गतिविधियां उसके लिए परेशानी का सबब बन रही हैं।
वायुसेना ने इसके लिए जिला प्रशासन से दकल कर कार्य रूकवाने को कहा है। तीन मामलों में रक्षा मंत्रालय से पत्र व्यवहार कर इन गतिविधियों को रूकवाने का आग्रह किया गया है।
पक्षी परेशानी का सबब
तेल कंपनियों में कार्य करने वाले बाहरी जिलों के मजदूर व अन्य कार्मिक यहां पहुंच रहे हैं। इसको लेकर भी फिक्र बढ़ रही है। सड़ी-गली खाद्य सामग्री को वायुसेना क्षेत्र के निकट डालने से यहां पक्षियों के झुण्ड मण्डराने लगे हैं। विमान की उड़ान में पक्षी बहुत बड़ी बाधा बनते हैं।
बनने लगी सुरक्षा दीवार
पहले उत्तरलाई वायुसेना क्षेत्र के चारों तरफ तारबंदी ही थी अब वहां सुरक्षा दीवार बनाई जा रही है ताकि भीतर की गतिविधियां बाहर से नजर नहीं आए। पूर्व में तारबंदी होने से यहां खड़े विमान तक नजर आते थे।
मिली है शिकायत
वायुसेना की ओर से शिकायत मिली है। वायुसेना क्षेत्र की सौ मीटर की परिधि में निर्माण कार्य पर प्रतिबंध है। इसको लेकर कार्रवाई की जाएगी। देश की सुरक्षा के हित में कार्य होगा।
राकेश शर्मा, उपखण्ड अधिकारी, बाड़मेर -
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