जयपुर। राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के अध्यक्ष हबीब खां गौरान ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार गौरान ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल कल्याण सिंह को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
उल्लेखनीय है कि गौरान पर आरपीएससी में भर्तियों में धांधली एवं जोधपुर से नियम विरूद्ध एलएलबी की डिग्री लेने का आरोप हैं। गौरान पूर्व कांग्रेस सरकार के समय वर्ष 2012 में आयोग के अध्यक्ष नियुक्त किए गए थे।
एक के बाद एक खुलासे
आरपीएससी को एलडीसी 2013 परीक्षा का पर्चा लीक होने की सूचना पहले से मिल गई थी। इसके बावजूद आरपीएससी ने इसी लीक पर्चे से परीक्षा करवा दी।
एसओजी के निरीक्षक ने एलडीसी परीक्षा का पर्चा लीक मामला सामने आने के बाद अपनी जांच में इसकी पुष्टि की और 19 सितम्बर की रात को पर्चा लीक होने के संबंध में एसओजी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।
अभी लीक प्रकरण उजागर होने के बाद आरपीएससी ने एलडीसी 2013 परीक्षा का परिणाम नहीं निकाला। बताया जाता है कि अब आरपीएससी को भाषा संबंधी पेपर रद्द करना पड़ेगा।
एसओजी ने रिपोर्ट में बताया कि 26 दिसम्बर, 13 की रात को अहमदाबाद की प्रिंटिंग प्रेस कर्मचारी बाबू चिंतामणी ने एलडीसी परीक्षा का पर्चा चोरी किया और जितेन्द्र चौहान उर्फ मामा को दे दिया।
पर्चा चोरी की सूचना प्रेस मालिक को मिली तो उसने पर्चा जितेन्द्र सिंह के घर से बरामद किया। प्रेस मालिक ने इसकी सूचना आरपीएससी अधिकारियों को दे दी थी।
प्रेस मालिक के कहने पर आरपीएससी ने एलडीसी 2013 परीक्षा का जीके का पेपर प्रेस द्वारा तैयार करवाया और ई-मेल के जरिए भाषा प्रश्न बैंक प्रेस को भिजवा दिया। दोनों के बैकअप पेपर छपवा लिए गए।
मूल और बैकअप पर्चा सेंटरों पर भिजवा दिया
आरपीएससी ने प्रेस के जरिए मूल लीक पर्चा और बैकअप प्लान पर्चा प्रदेश के विभिन्न जिलों में सेंटरों के लिए रवाना किए। 11 जनवरी, 14 को हुई परीक्षा में बैकअप प्लान पर्चा की बजाए मूल लीक पर्चा वितरित करवा दिया। जबकि प्रेस मालिक ने मूल पर्चा पहले ही प्रेस से चोरी होकर बाहर निकल जाना बता दिया गया था।
लीक हुआ पर्चा
एलडीसी 2013 पर्चा लीक मामले में प्राथमिक जांच की गई तो इस परीक्षा का पर्चा लीक होने की पुष्टि हुई है। इस पर ही एसओजी ने मुकदमा दर्ज किया है।
डॉ. आलोक त्रिपाठी, एडीजी, एटीएस-एसओजी
गौरान की जांच करने आई टीम बैरंग लौटी
उधर, अजमेर में हबीब गौरान की विधि डिग्री हासिल करने के संबंध में जोधपुर से भ्रष्टाचार निरोधक विभाग की टीम सोमवार को अजमेर आई।
विभाग के जोधपुर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रणजीत सिंह के नेतृत्व में टीम पूर्वाह्न आयोग कार्यालय पहुंची जहां गौरान के अनुपस्थित रहने पर उसे बैरंग लौैटना पड़ा।
विभाग सूत्रों के अनुसार गौरान बीकानेर में पदस्थापित होते हुए एलएलबी की डिग्री जोधपुर से ली थी। रिकॉर्ड के अनुसार इस डिग्री के लिए गौरान की उपस्थिति 75 प्रतिशत रही थी। -
उल्लेखनीय है कि गौरान पर आरपीएससी में भर्तियों में धांधली एवं जोधपुर से नियम विरूद्ध एलएलबी की डिग्री लेने का आरोप हैं। गौरान पूर्व कांग्रेस सरकार के समय वर्ष 2012 में आयोग के अध्यक्ष नियुक्त किए गए थे।
एक के बाद एक खुलासे
आरपीएससी को एलडीसी 2013 परीक्षा का पर्चा लीक होने की सूचना पहले से मिल गई थी। इसके बावजूद आरपीएससी ने इसी लीक पर्चे से परीक्षा करवा दी।
एसओजी के निरीक्षक ने एलडीसी परीक्षा का पर्चा लीक मामला सामने आने के बाद अपनी जांच में इसकी पुष्टि की और 19 सितम्बर की रात को पर्चा लीक होने के संबंध में एसओजी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।
अभी लीक प्रकरण उजागर होने के बाद आरपीएससी ने एलडीसी 2013 परीक्षा का परिणाम नहीं निकाला। बताया जाता है कि अब आरपीएससी को भाषा संबंधी पेपर रद्द करना पड़ेगा।
एसओजी ने रिपोर्ट में बताया कि 26 दिसम्बर, 13 की रात को अहमदाबाद की प्रिंटिंग प्रेस कर्मचारी बाबू चिंतामणी ने एलडीसी परीक्षा का पर्चा चोरी किया और जितेन्द्र चौहान उर्फ मामा को दे दिया।
पर्चा चोरी की सूचना प्रेस मालिक को मिली तो उसने पर्चा जितेन्द्र सिंह के घर से बरामद किया। प्रेस मालिक ने इसकी सूचना आरपीएससी अधिकारियों को दे दी थी।
प्रेस मालिक के कहने पर आरपीएससी ने एलडीसी 2013 परीक्षा का जीके का पेपर प्रेस द्वारा तैयार करवाया और ई-मेल के जरिए भाषा प्रश्न बैंक प्रेस को भिजवा दिया। दोनों के बैकअप पेपर छपवा लिए गए।
मूल और बैकअप पर्चा सेंटरों पर भिजवा दिया
आरपीएससी ने प्रेस के जरिए मूल लीक पर्चा और बैकअप प्लान पर्चा प्रदेश के विभिन्न जिलों में सेंटरों के लिए रवाना किए। 11 जनवरी, 14 को हुई परीक्षा में बैकअप प्लान पर्चा की बजाए मूल लीक पर्चा वितरित करवा दिया। जबकि प्रेस मालिक ने मूल पर्चा पहले ही प्रेस से चोरी होकर बाहर निकल जाना बता दिया गया था।
लीक हुआ पर्चा
एलडीसी 2013 पर्चा लीक मामले में प्राथमिक जांच की गई तो इस परीक्षा का पर्चा लीक होने की पुष्टि हुई है। इस पर ही एसओजी ने मुकदमा दर्ज किया है।
डॉ. आलोक त्रिपाठी, एडीजी, एटीएस-एसओजी
गौरान की जांच करने आई टीम बैरंग लौटी
उधर, अजमेर में हबीब गौरान की विधि डिग्री हासिल करने के संबंध में जोधपुर से भ्रष्टाचार निरोधक विभाग की टीम सोमवार को अजमेर आई।
विभाग के जोधपुर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रणजीत सिंह के नेतृत्व में टीम पूर्वाह्न आयोग कार्यालय पहुंची जहां गौरान के अनुपस्थित रहने पर उसे बैरंग लौैटना पड़ा।
विभाग सूत्रों के अनुसार गौरान बीकानेर में पदस्थापित होते हुए एलएलबी की डिग्री जोधपुर से ली थी। रिकॉर्ड के अनुसार इस डिग्री के लिए गौरान की उपस्थिति 75 प्रतिशत रही थी। -
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