नई दिल्ली। नेल पॉलिस अब लड़किओं के हाथों की खूबसूरती बढ़ाने के साथ ही उनकी सुरक्षा भी करेगी। चौंकिए नहीं, जी हां एक ऎसी खास नेल पॉलिश ईजाद की गई है, जो डेट रेप ड्रग्स के संपर्क में आते ही रंग बदल लेगी। इस तरह लड़कियों को पता चल जाएगा कि पार्टी में जो ड्रिंक उन्हें पीने के लिए दी गया है, उसमें कोई नशीली दवा मिली हुई है और वह ड्रिंक पिलाकर कोई गलत नीयत से उनकी आबरू लूट सकता है ।
भारतीय मूल के एक छात्र और अमेरिका के कुछ छात्रों ने मिलकर एक ऎसी नेल पॉलिस बनाई है, जो यौन हमलों को रोकने में मददगार साबित हो सकती है। जिन यौन उत्पीड़न या यौन हमलों के दौरान पीडिताओं को धोखे से नशीली दवा (डेट रेप ड्रग्स) पिलाई जाती है उन्हें रोकने में यह खासा कारगर होगा। किसी ड्रिंक में यदि नशीली दवा होगी तो ड्रिंक की कुछ बूंदे इस नेल पॉलिस पर छिड़कने के बाद इसका रंग बदल जाएगा । इससे महिला को पहले ही पता चल जाएगा कि उसके खिलाफ कोई साजिश रची गई है और वह सतर्क हो जाएगी। अमेरिकी-भारतीय छात्र अंकेश मदान इस दल का हिस्सा हैं जिसने "अंडरकवर कलर्स" नाम की इस नेल पॉलिश का अविष्कार किया है।
नेल पॉलिश के असर की जांच के लिए महिला को अपनी उंगली से पेय पदार्थ को हिलाना होगा। पेय पदार्थ में रोहिप्नोल, जानक्स या जीएचबी (गामा-हाइड्रोक्सीबुटिरिक एसिड) जैसे डेट रेप ड्रग्स के मौजूद होने पर उनके संपर्क में आने पर नेल पॉलिश का रंग बदल जाएगा । अंडरकवर कलर्स के चारों संस्थापकों ने कहा कि वह ऎसे किसी ना किसी इंसान को जानते हैं जो यौन शोषण का शिकार रहा है।
मदन ने कहा कि हम अपने समाज में मौजूद बड़ी समस्याओं के बारे में सोच रहे थे और मादक पदाथरें की मदद से किए जाने से यौन अपराध का विषय हमारे सामने आया । उन्होंने कहा कि इसके बाद डेट रेप ड्रग्स का पता लगाने वाली नेल पॉलिश के निर्माण का विचार हमारे मन में आया । डेट रेप ड्रग्स वे होती हैं, जिन्हें लेने के बाद इंसान नींद जैसी स्थिति में पहुंच जाता है। वैसे तो इन्हें डॉक्टरों के इस्तेमाल के लिए बनाया गया है, लेकिन अक्सर इनके दुरूपयोग की खबरें आती रहती हैं। पार्टी या अन्य जगहों पर ड्रिंक्स में इन्हें मिलाकर लड़कियों से रेप या छेड़छाड़ किए जाने के कारण ही इन्हें डेट रेप ड्रग्स कहा जाता है।
इनका न तो रंग होता है, न गंध और न ही अपना कोई स्वाद। इस वजह से इनकी आसानी से पहचान नहीं होती। भारत में भी रेप के लिए डेट रेप ड्रग यूज किए जाने के मामले सामने आ रहा हैं। पिछले दिनों जयपुर में भी बड़ी मात्रा में ऎसे ड्रग्स को पकड़ा गया था ।
भारतीय मूल के एक छात्र और अमेरिका के कुछ छात्रों ने मिलकर एक ऎसी नेल पॉलिस बनाई है, जो यौन हमलों को रोकने में मददगार साबित हो सकती है। जिन यौन उत्पीड़न या यौन हमलों के दौरान पीडिताओं को धोखे से नशीली दवा (डेट रेप ड्रग्स) पिलाई जाती है उन्हें रोकने में यह खासा कारगर होगा। किसी ड्रिंक में यदि नशीली दवा होगी तो ड्रिंक की कुछ बूंदे इस नेल पॉलिस पर छिड़कने के बाद इसका रंग बदल जाएगा । इससे महिला को पहले ही पता चल जाएगा कि उसके खिलाफ कोई साजिश रची गई है और वह सतर्क हो जाएगी। अमेरिकी-भारतीय छात्र अंकेश मदान इस दल का हिस्सा हैं जिसने "अंडरकवर कलर्स" नाम की इस नेल पॉलिश का अविष्कार किया है।
नेल पॉलिश के असर की जांच के लिए महिला को अपनी उंगली से पेय पदार्थ को हिलाना होगा। पेय पदार्थ में रोहिप्नोल, जानक्स या जीएचबी (गामा-हाइड्रोक्सीबुटिरिक एसिड) जैसे डेट रेप ड्रग्स के मौजूद होने पर उनके संपर्क में आने पर नेल पॉलिश का रंग बदल जाएगा । अंडरकवर कलर्स के चारों संस्थापकों ने कहा कि वह ऎसे किसी ना किसी इंसान को जानते हैं जो यौन शोषण का शिकार रहा है।
मदन ने कहा कि हम अपने समाज में मौजूद बड़ी समस्याओं के बारे में सोच रहे थे और मादक पदाथरें की मदद से किए जाने से यौन अपराध का विषय हमारे सामने आया । उन्होंने कहा कि इसके बाद डेट रेप ड्रग्स का पता लगाने वाली नेल पॉलिश के निर्माण का विचार हमारे मन में आया । डेट रेप ड्रग्स वे होती हैं, जिन्हें लेने के बाद इंसान नींद जैसी स्थिति में पहुंच जाता है। वैसे तो इन्हें डॉक्टरों के इस्तेमाल के लिए बनाया गया है, लेकिन अक्सर इनके दुरूपयोग की खबरें आती रहती हैं। पार्टी या अन्य जगहों पर ड्रिंक्स में इन्हें मिलाकर लड़कियों से रेप या छेड़छाड़ किए जाने के कारण ही इन्हें डेट रेप ड्रग्स कहा जाता है।
इनका न तो रंग होता है, न गंध और न ही अपना कोई स्वाद। इस वजह से इनकी आसानी से पहचान नहीं होती। भारत में भी रेप के लिए डेट रेप ड्रग यूज किए जाने के मामले सामने आ रहा हैं। पिछले दिनों जयपुर में भी बड़ी मात्रा में ऎसे ड्रग्स को पकड़ा गया था ।
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