देहरादून। फेसबुक पर फैले अपराध के नेटवर्क में फंसकर एक अमीर घर की बहू कहीं की नहीं रही। उसके साथ जो हुआ, किसी के साथ भी हो सकता है।
फेसबुक पर अंजान इंसान से दोस्ती करना और दोस्ती के बाद दिन-दिन भर उससे चैटिंग करना। शुरू में तो सभी को अच्छा लगता है। लेकिन, कई बार इस फेसबुक चैटिंग और दोस्ती का अंजाम खौफनाक होता है।
ऎसा ही हुआ इस अमीर बहू के केस में। महिला की फेसबुक पर एंडरसन नाम के एक कथित विदेशी से दोस्ती हुई।
एंडरसन की बातें और उसका बेबाकपन महिला को आकर्षित करता गया। एंडरसन भांप गया था कि कम समय में ही महिला का काम तमाम हो जाएगा।
फेसबुक पर दोस्ती के कुछ दिन बाद ही एंडरसन ने महिला से कहा कि वो बेसहारा बुजुर्गो के लिए भारत में एक वृद्ध आश्रम बनाना चाहता है।
महिला एंडरसन की बातों में आ गई। एंडरसन ने आश्रम के लिए महिला से मदद मांगी। महिला तनिक भी नहीं सोची और हां कर दी। इसके बाद एंडरसन ने महिला से कहा कि वो उसके खाते में 9 करोड़ रूपये भेजेगा।
एंडरसन की यह बात सुनकर महिला फूले नहीं समाई और एंडरसन की हर बातों पर हामी भरती चली गई।
एक दिन बाद ही महिला को फोन आया कि आपके खाते में 9 करोड़ रूपये ट्रांसफर करने हैं। इसके लिए टैक्स पहले जमा करना होगा। फोन करने वाले ने टैक्स की राशि 1.30 करोड़ बताई।
महिला तब भी समझ नहीं पाई। फोन करने वाले व्यक्ति के कहे अनुसार महिला ने अलग-अलग खातों में 1.30 करोड़ रूपये जमा कर दिए।
फोन करने वाले ने बताया था कि वो आरबीआई की फॉरेन एक्सचेंज ब्रांच से बोल रहा है।
कई दिन बीत गए न एंडरसन का फोन आया न ही किसी बैंक से जुड़े व्यक्ति ने ही महिला को फोन किया। अब महिला भांप चुकी थी कि वो जालसाजी का शिकार हो चुकी है।
महिला ने उसके साथ हुई ठगी की शिकायत संबंधित पुलिस से की। पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ ठगी और अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
देहरादून के एसएसपी रौतेला ने बताया कि पीडित महिला ने 1.30 करोड़ रूपये 25 अलग-अलग खातों में जमा किए हैं।
इन सभी खातों की डिटेल मिलते ही ठगों तक पहुंचना आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि ठगी का यह मायाजाल पूरे देश में फैला हुआ है।
ऎसे मामलों के तार दक्षिण भारत से जुड़े होते हैं। इस केस में भी यही सामने आ रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ खातों की डिटेल मिली है। खाते केरला, तमिलनाडु और कर्नाटक के हैं।
एसएसपी ने यह भी कहा कि हो सकता है कि महिला को किसी भारत के ही शातिर ने ठगा हो। ये जरूरी नहीं कि घटना को अंजाम देने वाला व्यक्ति विदेशी हो।
बता दें कि पीडित महिला का पति ओएनजीसी से जुड़ा हुआ है।
फेसबुक पर अंजान इंसान से दोस्ती करना और दोस्ती के बाद दिन-दिन भर उससे चैटिंग करना। शुरू में तो सभी को अच्छा लगता है। लेकिन, कई बार इस फेसबुक चैटिंग और दोस्ती का अंजाम खौफनाक होता है।
ऎसा ही हुआ इस अमीर बहू के केस में। महिला की फेसबुक पर एंडरसन नाम के एक कथित विदेशी से दोस्ती हुई।
एंडरसन की बातें और उसका बेबाकपन महिला को आकर्षित करता गया। एंडरसन भांप गया था कि कम समय में ही महिला का काम तमाम हो जाएगा।
फेसबुक पर दोस्ती के कुछ दिन बाद ही एंडरसन ने महिला से कहा कि वो बेसहारा बुजुर्गो के लिए भारत में एक वृद्ध आश्रम बनाना चाहता है।
महिला एंडरसन की बातों में आ गई। एंडरसन ने आश्रम के लिए महिला से मदद मांगी। महिला तनिक भी नहीं सोची और हां कर दी। इसके बाद एंडरसन ने महिला से कहा कि वो उसके खाते में 9 करोड़ रूपये भेजेगा।
एंडरसन की यह बात सुनकर महिला फूले नहीं समाई और एंडरसन की हर बातों पर हामी भरती चली गई।
एक दिन बाद ही महिला को फोन आया कि आपके खाते में 9 करोड़ रूपये ट्रांसफर करने हैं। इसके लिए टैक्स पहले जमा करना होगा। फोन करने वाले ने टैक्स की राशि 1.30 करोड़ बताई।
महिला तब भी समझ नहीं पाई। फोन करने वाले व्यक्ति के कहे अनुसार महिला ने अलग-अलग खातों में 1.30 करोड़ रूपये जमा कर दिए।
फोन करने वाले ने बताया था कि वो आरबीआई की फॉरेन एक्सचेंज ब्रांच से बोल रहा है।
कई दिन बीत गए न एंडरसन का फोन आया न ही किसी बैंक से जुड़े व्यक्ति ने ही महिला को फोन किया। अब महिला भांप चुकी थी कि वो जालसाजी का शिकार हो चुकी है।
महिला ने उसके साथ हुई ठगी की शिकायत संबंधित पुलिस से की। पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ ठगी और अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
देहरादून के एसएसपी रौतेला ने बताया कि पीडित महिला ने 1.30 करोड़ रूपये 25 अलग-अलग खातों में जमा किए हैं।
इन सभी खातों की डिटेल मिलते ही ठगों तक पहुंचना आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि ठगी का यह मायाजाल पूरे देश में फैला हुआ है।
ऎसे मामलों के तार दक्षिण भारत से जुड़े होते हैं। इस केस में भी यही सामने आ रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ खातों की डिटेल मिली है। खाते केरला, तमिलनाडु और कर्नाटक के हैं।
एसएसपी ने यह भी कहा कि हो सकता है कि महिला को किसी भारत के ही शातिर ने ठगा हो। ये जरूरी नहीं कि घटना को अंजाम देने वाला व्यक्ति विदेशी हो।
बता दें कि पीडित महिला का पति ओएनजीसी से जुड़ा हुआ है।
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