लखनऊ। यूपी पुलिस में कार्यरत एक महिला एसआई ने यौन शोषण के खिलाफ न्याय के लिए फेसबुक पर मुहिम छेड़ी है।
उसने यह मुहिम डीआईजी रैंक के एक अधिकारी के खिलाफ शुरू की है। महिला एसआई का आरोप है कि उस अधिकारी ने उसका यौन शोषण किया है।
उसने आरोपी अधिकारी की शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से की थी लेकिन उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने पर उसने न्याय के लिए फेसबुक को अपना मंच बना लिया। आरोपी अधिकारी के खिलाफ उचित कार्रवाई के लिए उसने फेसबुक पर एक पेज बनाया है।
देखते ही देखते उसके समर्थन में सोमवार शाम तक 5377 लाइक्स हो गए। 29 वर्षीय एसआई का कहना है कि जब इस मामले पर कोई कार्रवाई की उम्मीद नहीं रही तो उसने लोगों से इस बारे में बताने का निर्णय लिया।
क्या है आरोप?
पीडिता ने बताया कि 23 अप्रैल को आरेापी अधिकारी ने उसे बुलाया था। जब वह मिलने गई तो उस अधिकारी ने उसे एक कागज दिया, जिसमेे सेक्स का प्रस्ताव लिखा था।
कागज पढ़कर वह सन्न रह गई। उसने कागज को फाड़कर उस अधिकारी पर फेंक दिया। इस पर आरोपी ने उससे छेड़छाड़ की कोशिश की। वह वहां से भागी और अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। लेकिन किसी ने उसकी एक न सुनी।
फेसबुक अभियान के बाद में जून में आरोपी अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज किया गया। पीडिता उस केस में एफबी पेज पर हर अपडेट देती है।
उसने यह मुहिम डीआईजी रैंक के एक अधिकारी के खिलाफ शुरू की है। महिला एसआई का आरोप है कि उस अधिकारी ने उसका यौन शोषण किया है।
उसने आरोपी अधिकारी की शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से की थी लेकिन उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने पर उसने न्याय के लिए फेसबुक को अपना मंच बना लिया। आरोपी अधिकारी के खिलाफ उचित कार्रवाई के लिए उसने फेसबुक पर एक पेज बनाया है।
देखते ही देखते उसके समर्थन में सोमवार शाम तक 5377 लाइक्स हो गए। 29 वर्षीय एसआई का कहना है कि जब इस मामले पर कोई कार्रवाई की उम्मीद नहीं रही तो उसने लोगों से इस बारे में बताने का निर्णय लिया।
क्या है आरोप?
पीडिता ने बताया कि 23 अप्रैल को आरेापी अधिकारी ने उसे बुलाया था। जब वह मिलने गई तो उस अधिकारी ने उसे एक कागज दिया, जिसमेे सेक्स का प्रस्ताव लिखा था।
कागज पढ़कर वह सन्न रह गई। उसने कागज को फाड़कर उस अधिकारी पर फेंक दिया। इस पर आरोपी ने उससे छेड़छाड़ की कोशिश की। वह वहां से भागी और अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। लेकिन किसी ने उसकी एक न सुनी।
फेसबुक अभियान के बाद में जून में आरोपी अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज किया गया। पीडिता उस केस में एफबी पेज पर हर अपडेट देती है।
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