जयपुर। विधानसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान विधायक अनीता के एक पूरक प्रश्न का जवाब देने के लिए जल संसाधन मंत्री सांवरलाल जाट खड़े हुए तो विपक्षी सदस्यों ने हंगामा खड़ा कर दिया।
जैसे ही सांवरलाल जवाब देने के लिए खड़े हुए वैसे ही डीग-कुम्हेर विधायक विश्वेन्द्र सिंह खड़े हुए और कहा कि एक व्यक्ति दो पदों पर नहीं रह सकता।
सिंह ने कहा कि सांवरलाल जाट अब विधायक नहीं हैं, बल्कि सांसद हैं, लिहाजा वे जल संसाधन मंत्री भी नहीं हैं। ऎसे में वे इस विभाग से जुड़े सवालों के जवाब नहीं दे सकते हैं। इस पर सदन में हंगामा हुआ और विपक्ष ने सदन से वॉक आउट कर दिया।
हंगामे के दौरान सांवरलाल जाट जवाब देते रहे। हालांकि सदस्यों को अध्यक्ष कैलाश मेघवाल समझाते रहे, लेकिन विपक्षी सदस्यों ने उनकी नहीं मानी। इस पर संसदीय कार्यमंत्री राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि आज इस तरह का हंगामा करने का कोई औचित्य नहीं है, बस विपक्ष किसी तरह से सदन को बाधितकरने का मन बनाकर आया है ।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ओर से सोमवार को राज्य विधानसभा में पेश किए गए बजट पर आज से बहस शुरू होगी। इसमें सत्ता पक्ष के विधायक बजट की खूबियां गिनाएंगे तो विपक्ष के विधायक अपनी पूर्व सरकार के कामकाज के साथ ही इस बजट की खामियों को उजागर करेंगे।
वहीं दोपहर बाद बिजनेस एडवायजरी कमेटी की बैठक होगी। इसमें 18 जुलाई के बाद सदन चलाने की कार्य योजना पर चर्चा होगी। विधानसभा शुरू होते ही वित्त विभाग और आबकारी विभाग समेत सभी विभागों ने सदन के पटल पर अधिसूचनाएं रखीं।
जैसे ही सांवरलाल जवाब देने के लिए खड़े हुए वैसे ही डीग-कुम्हेर विधायक विश्वेन्द्र सिंह खड़े हुए और कहा कि एक व्यक्ति दो पदों पर नहीं रह सकता।
सिंह ने कहा कि सांवरलाल जाट अब विधायक नहीं हैं, बल्कि सांसद हैं, लिहाजा वे जल संसाधन मंत्री भी नहीं हैं। ऎसे में वे इस विभाग से जुड़े सवालों के जवाब नहीं दे सकते हैं। इस पर सदन में हंगामा हुआ और विपक्ष ने सदन से वॉक आउट कर दिया।
हंगामे के दौरान सांवरलाल जाट जवाब देते रहे। हालांकि सदस्यों को अध्यक्ष कैलाश मेघवाल समझाते रहे, लेकिन विपक्षी सदस्यों ने उनकी नहीं मानी। इस पर संसदीय कार्यमंत्री राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि आज इस तरह का हंगामा करने का कोई औचित्य नहीं है, बस विपक्ष किसी तरह से सदन को बाधितकरने का मन बनाकर आया है ।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ओर से सोमवार को राज्य विधानसभा में पेश किए गए बजट पर आज से बहस शुरू होगी। इसमें सत्ता पक्ष के विधायक बजट की खूबियां गिनाएंगे तो विपक्ष के विधायक अपनी पूर्व सरकार के कामकाज के साथ ही इस बजट की खामियों को उजागर करेंगे।
वहीं दोपहर बाद बिजनेस एडवायजरी कमेटी की बैठक होगी। इसमें 18 जुलाई के बाद सदन चलाने की कार्य योजना पर चर्चा होगी। विधानसभा शुरू होते ही वित्त विभाग और आबकारी विभाग समेत सभी विभागों ने सदन के पटल पर अधिसूचनाएं रखीं।
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