बाड़मेर। कांग्रेस में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के धुर विरोधी रहे बाड़मेर से अब भाजपाई सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने रविवार को एक बार फिर अशोक गहलोत पर निशाना साधा।
उन्होंने रिफाइनरी और मेट्रो रेल परियोजना को लेकर उनकी आलोचना करते हुए यहां तक कहा कि वे उस समय यदि कांग्रेस के आलाकमान होते तो गहलोत को पार्टी से ही निकाल देते। उन्होंने आरोप लगाया कि मेट्रो कोच खरीद में दिल्ली और जयपुर स्तर पर दलाली हुई है। रिफाइनरी का स्थान परिवर्तन करने के पीछे भी नेताओं का स्वार्थ रहा है।
शुरूआत ही रही खराब
कर्नल चौधरी ने रविवार को संवाददाताओं से स्थानीय सर्किट हाउस में बातचीत में कहा कि बिना कारण रिफाइनरी को लीलाला से हटाकर पचपदरा किया गया।
पहले लीलाला के पास नेताओं ने जमीन की खरीद-फरोख्त की और बाद में पचपदरा के आसपास अजा, अजजा खरीदने में अनियमितता हुई।
रिफाइनरी की शुरूआत ही खराब रही। उन्होंने कहा कि पचपदरा के पास रिफाइनरी लगने के बाद भी बाड़मेर, बायतु, शिव, चौहटन सहित सभी तहसीलों को फायदा मिले इसके लिए यहां पेट्रो केमिकल यूनिवर्सिटी सहित रिफाइनरी से जुड़े उद्योग धंधे यहां लगने चाहिएं।
उन्होंने कहा कि रिफाइनरी के लिए बिना ब्याज के एचपीसीएल को ऋण देने का गलत निर्णय किया है, जो एमओयू हुआ है, वह ठीक नहीं है।
खैरात के बदले नहीं मिलते वोट
गहलोत की गलत नीतियों के चलते कांग्रेस की हालत खराब हुई। गहलोत ने अन्तिम समय में प्रदेश में खैरात बांटकर मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की, लेकिन जनता विशेषकर युवाओं ने दिखा दिया कि वे खैरात के बदले वोट नहीं देते।
उन्होंने मेट्रो परियोजना को लेकर कहा कि मेट्रो पर लगे रूपए बाड़मेर-जैसलमेर सहित कई जिलों में पेयजल, चिकित्सा, शिक्षा और सड़कों पर खर्च होते तो प्रदेश का विकास होता।
तारीफ की, समस्याएं बताई
कर्नल ने मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि वसुंधराराजे के नेतृत्व में पहले भी प्रदेश ने प्रगति की, अब प्रदेश फिर तरक्की करेगा। उन्होंने कहा कि बाड़मेर-जैसलमेर के पचास फीसदी गांवों में विद्युत सुविधा नहीं है।
यहां चिकित्सक व एएनएम के पद खाली है, शिक्षकों की कमी है। सड़कों की कमी है। कर्नल ने अधिकारियों को भी चेताते हुए कहा कि अधिकारी राजनीति से ऊपर उठकर ईमानदारी से कार्य करें वरना कठोर कार्रवाई भी होगी।
पिछली बार भाजपा कांग्रेस से नहीं हारी
उन्होंने कहा कि वसुंधराराजे को पिछली बार कांग्रेस ने नहीं भाजपा नेताओं ने हराया था। उन्होंने चेतावनी दी कि कांग्रेस के राज में हुए भ्रष्टाचार को लेकर कार्रवाई होने पर आधे कांग्रेस नेता जेल चले जाएंगे।
कर्नल में रेल बजट में बाड़मेर को नहीं मिलने पर कहा कि आने वाले समय में बाड़मेर को फायदा मिलेगा। कचरा कहना ठीक नहीं- उन्होंने पूर्व मंत्री अमीनखां के कचरा हटाने के बयान पर नाम लिए बगैर कहा कि 1999 के लोकसभा चुनाव में मै चुनाव हारा, लेकिन मैने किसी को कचरा नहीं कहा। ऎसे बयान सरहद पर भाईचारे और कौमी एकता को तोड़ने का काम करते हैं।
उन्होंने रिफाइनरी और मेट्रो रेल परियोजना को लेकर उनकी आलोचना करते हुए यहां तक कहा कि वे उस समय यदि कांग्रेस के आलाकमान होते तो गहलोत को पार्टी से ही निकाल देते। उन्होंने आरोप लगाया कि मेट्रो कोच खरीद में दिल्ली और जयपुर स्तर पर दलाली हुई है। रिफाइनरी का स्थान परिवर्तन करने के पीछे भी नेताओं का स्वार्थ रहा है।
शुरूआत ही रही खराब
कर्नल चौधरी ने रविवार को संवाददाताओं से स्थानीय सर्किट हाउस में बातचीत में कहा कि बिना कारण रिफाइनरी को लीलाला से हटाकर पचपदरा किया गया।
पहले लीलाला के पास नेताओं ने जमीन की खरीद-फरोख्त की और बाद में पचपदरा के आसपास अजा, अजजा खरीदने में अनियमितता हुई।
रिफाइनरी की शुरूआत ही खराब रही। उन्होंने कहा कि पचपदरा के पास रिफाइनरी लगने के बाद भी बाड़मेर, बायतु, शिव, चौहटन सहित सभी तहसीलों को फायदा मिले इसके लिए यहां पेट्रो केमिकल यूनिवर्सिटी सहित रिफाइनरी से जुड़े उद्योग धंधे यहां लगने चाहिएं।
उन्होंने कहा कि रिफाइनरी के लिए बिना ब्याज के एचपीसीएल को ऋण देने का गलत निर्णय किया है, जो एमओयू हुआ है, वह ठीक नहीं है।
खैरात के बदले नहीं मिलते वोट
गहलोत की गलत नीतियों के चलते कांग्रेस की हालत खराब हुई। गहलोत ने अन्तिम समय में प्रदेश में खैरात बांटकर मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की, लेकिन जनता विशेषकर युवाओं ने दिखा दिया कि वे खैरात के बदले वोट नहीं देते।
उन्होंने मेट्रो परियोजना को लेकर कहा कि मेट्रो पर लगे रूपए बाड़मेर-जैसलमेर सहित कई जिलों में पेयजल, चिकित्सा, शिक्षा और सड़कों पर खर्च होते तो प्रदेश का विकास होता।
तारीफ की, समस्याएं बताई
कर्नल ने मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि वसुंधराराजे के नेतृत्व में पहले भी प्रदेश ने प्रगति की, अब प्रदेश फिर तरक्की करेगा। उन्होंने कहा कि बाड़मेर-जैसलमेर के पचास फीसदी गांवों में विद्युत सुविधा नहीं है।
यहां चिकित्सक व एएनएम के पद खाली है, शिक्षकों की कमी है। सड़कों की कमी है। कर्नल ने अधिकारियों को भी चेताते हुए कहा कि अधिकारी राजनीति से ऊपर उठकर ईमानदारी से कार्य करें वरना कठोर कार्रवाई भी होगी।
पिछली बार भाजपा कांग्रेस से नहीं हारी
उन्होंने कहा कि वसुंधराराजे को पिछली बार कांग्रेस ने नहीं भाजपा नेताओं ने हराया था। उन्होंने चेतावनी दी कि कांग्रेस के राज में हुए भ्रष्टाचार को लेकर कार्रवाई होने पर आधे कांग्रेस नेता जेल चले जाएंगे।
कर्नल में रेल बजट में बाड़मेर को नहीं मिलने पर कहा कि आने वाले समय में बाड़मेर को फायदा मिलेगा। कचरा कहना ठीक नहीं- उन्होंने पूर्व मंत्री अमीनखां के कचरा हटाने के बयान पर नाम लिए बगैर कहा कि 1999 के लोकसभा चुनाव में मै चुनाव हारा, लेकिन मैने किसी को कचरा नहीं कहा। ऎसे बयान सरहद पर भाईचारे और कौमी एकता को तोड़ने का काम करते हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें