हैदराबाद। आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले में आज सुबह भारतीय गैस प्राधिकरण लिमिटेड (गेल) की पाइपलाइन में विस्फोट की वजह से लगी आग से 11 लोगों की जलकर मौत हो गई है और 15 अन्य बुरी तरह से जल गए हैं।
हैदराबाद से करीब 560 किलोमीटर दूर अमालपुरम मंडल के नगरम गांव में हुए इस हादसे की वजह से 50 घरों के जलने की भी रिपोर्ट है।
पाइपलाइन में गैस की सप्लाई रोक दी गई है और नगरम समेत आसपास के गांवों को खाली करा लिया गया था। फायरब्रिगेड की 8 गाडçयां मौके पर पहुंच गईं और ढाई घंटे के भीतर आगू पर काबू पा लिया गया। घायलों को काकीनाड़ा और अमलापुरम अस्पतालों में ले जाया गया है।
गेल और जिला प्रशासन के सभी बड़े अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। पूर्वी गोदावरी जिले की कलेक्टर नीतू कुमारी ने इस हादसे में तीन लोगों के ही मरने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया, `आग पर नियंत्रण पा लिया गया है और राहत कार्य जारी है। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।`
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति सांत्वना जताते हुए हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने भविष्य में ऎसी दुर्घटनाओं से बचने के लिए कार्ययोजना बनाए जाने की जरूरत है।
गेल और जिला प्रशासन के सभी बड़े अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। पूर्वी गोदावरी जिले की कलेक्टर नीतू कुमारी ने इस हादसे में तीन लोगों के ही मरने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया, `आग पर नियंत्रण पा लिया गया है और राहत कार्य जारी है। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।`
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति सांत्वना जताते हुए हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने भविष्य में ऎसी दुर्घटनाओं से बचने के लिए कार्ययोजना बनाए जाने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने उपमुख्यमंत्री चिनारजप्पा को दुर्घटनास्थाल के लिए रवाना होने और हरसंभव सहायता उपलब्ध करवाने का निर्देश दिया है।
गेल के चेयरमैन बीसी त्रिपाठी ने बताया कि आग ओएनजीसी रिफाइनरी कैंपस के नजदीक स्थित कंपनी की 18 इंच की एक पाइपलाइन में लगी। उन्होंने कहा, `आग के कारणों का अभी पता नहीं लग पाया है। फिलहाल हमारा ध्यान राहत एवं बचाव कार्य पर केंद्रित है।` - See more at:
गेल के चेयरमैन बीसी त्रिपाठी ने बताया कि आग ओएनजीसी रिफाइनरी कैंपस के नजदीक स्थित कंपनी की 18 इंच की एक पाइपलाइन में लगी। उन्होंने कहा, `आग के कारणों का अभी पता नहीं लग पाया है। फिलहाल हमारा ध्यान राहत एवं बचाव कार्य पर केंद्रित है।` - See more at:
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