जबलपुर। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह का न्यूज एंकर से प्रेम प्रसंग सामने आने के बाद पहली बार अपने गुरू ज्योतिष एवं द्वारका शारदापीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती से मिलने के लिए परमहंसी गंगा आश्रम दो दिनों की यात्रा पर आए।
इस दौरान दिग्गी ने शंकराचार्य से एकांत में 20 मिनिट बात करते हुए कहा कि कुछ गलती हो गई है उसके लिए क्षमा मांगता हूं। मुलाकात के बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि मुझे जो कहना था पहले ही सब कह दिया है। अब कुछ नहीं कहना।
हालांकि उन्हें न्यूज एंकर से शादी के लिए शंकराचार्य से आशीर्वाद प्राप्त नहीं हुआ। इस संबंध में स्वरूपानंद महाराज ने कहा कि लोकहित के कार्यो के लिए ही आशीर्वाद देते हैं जो बात लोकहित की नहीं उसके लिए आशीर्वाद नहीं मिलता।
रविवार को दूसरी बार फिर दिग्विजय सिंह स्वरूपानंद सरस्वती महाराज से मिलने पहुंचे। पुन: एकांत में चर्चा हुई, लेकिन उन्हें शादी के लिए आशीर्वाद नहीं मिल सका।
कड़ी सजा की मांग
मीडिया से मुखातिब होते हुए दिग्विजय ने कहा कि जिसने फेसबुक पर सनातन धर्म के धर्मगुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के संबंध में कमेंट किया है कि वह कांग्रेस के एंबेसेडर हैं इसकी वह घोर निंदा करते हैं और मध्यप्रदेश सरकार से मांग करते हैं कि जबलपुर के सुधीर नायक को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम में गिरफ्तार किया जाए ।
दिग्विजय ने कहा कि भाजपा ने चुनाव आयोग पर जो आरोप लगाकर उसकी निष्पक्षता पर सवाल खडे किए हैं, इसकी हम निंदा करते हंै। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग हमेशा निष्पक्षता से कार्य करता है।
नहीं बनने देंगे बांध
दिग्गी ने भगवती राजराजेश्वरी देवी के मंदिर पहुंचकर पूजा की, और उसके बाद नर्मदा नदी के चिनकी उमरिया गांव पहुंचे जहां पर बांध का निर्माण प्रस्तावित है। यहां के किसानों से बात करते हुए दिग्गी ने कहा कि भाजपा नेता भी इस बांध का विरोध कर रहे हैं। इसे किसी भी कीमत पर बनने नहीं दिया जाएगा। -
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