नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी और कांग्रेस में गठबंधन पर फैसला हो चुका है। सूत्रों के अनुसार मंगलवार को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव गठबंधन के तहत कांग्रेस को 12 और एनसीपी के लिए 1 सीट छोड़ने को तैयार हो गए हैं। सीटों के इस बंटवारे पर कांग्रेस आलाकमान की मुहर लगना बाकी है।
मालूम हो कि सीटों का बंटवारा करने के लिए लालू प्रसाद के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनता दल ने कांग्रेस को एक तय समय सीमा के भीतर मामला आर-पार करने के अल्टीमेटम दे रखा था। चुनाव से पहले नए सहयोगियों की तलाश में जुटी कांग्रेस के लिए इससे परेशानी बढ़ गई थी। बिहार में राम विलास पासवान की लोक जनशकि्त पार्टी को गंवाने के बाद राजद भी कांग्रेस के साथ कसकर मोलभाव की स्थिति में आ गई। हालांकि कांग्रेस ने इस बात से इनकार किया है कि राजद ने उसे कोई अल्टीमेटम दिया है।
कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि ऎसी कोई समय सीमा लालू प्रसाद ने तय नहीं की है। आप अनावश्यक चिंता न करें। गठबंधन माकूल और प्रभावशाली होगा और बातचीत नाजुक स्थिति में चल रही है।
लोजपा के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने के लिए सिंघवी ने शायरी का सहारा लिया। उन्होंने कहा कि इस बारे में तो यही कहा जा सकता है कि...अजब जमाने के दस्तूर निभाते हैं लोग दिल तो मिलते नहीं, हाथ मिलाते हैं लोग..।
युवाओं का साथ होने के बारे में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के दावों को खोखला बताने के लिए भी सिंघवी ने एक और शेर पढ़ा। ठहाकों के बीच उन्होंने कहा...बरसात में तालाब तो हो जाते हैं कमजर्फ बाहर कभी आपे से समंदर को नहीं आते देखा। -
मालूम हो कि सीटों का बंटवारा करने के लिए लालू प्रसाद के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनता दल ने कांग्रेस को एक तय समय सीमा के भीतर मामला आर-पार करने के अल्टीमेटम दे रखा था। चुनाव से पहले नए सहयोगियों की तलाश में जुटी कांग्रेस के लिए इससे परेशानी बढ़ गई थी। बिहार में राम विलास पासवान की लोक जनशकि्त पार्टी को गंवाने के बाद राजद भी कांग्रेस के साथ कसकर मोलभाव की स्थिति में आ गई। हालांकि कांग्रेस ने इस बात से इनकार किया है कि राजद ने उसे कोई अल्टीमेटम दिया है।
कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि ऎसी कोई समय सीमा लालू प्रसाद ने तय नहीं की है। आप अनावश्यक चिंता न करें। गठबंधन माकूल और प्रभावशाली होगा और बातचीत नाजुक स्थिति में चल रही है।
लोजपा के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने के लिए सिंघवी ने शायरी का सहारा लिया। उन्होंने कहा कि इस बारे में तो यही कहा जा सकता है कि...अजब जमाने के दस्तूर निभाते हैं लोग दिल तो मिलते नहीं, हाथ मिलाते हैं लोग..।
युवाओं का साथ होने के बारे में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के दावों को खोखला बताने के लिए भी सिंघवी ने एक और शेर पढ़ा। ठहाकों के बीच उन्होंने कहा...बरसात में तालाब तो हो जाते हैं कमजर्फ बाहर कभी आपे से समंदर को नहीं आते देखा। -
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