मंगलवार, 11 फ़रवरी 2014

मरे हुए परिजनों से भी अब हो सकेगी वीडियो चैट



वाशिंगटन। दुनिया से चले जाने के बाद अपने प्रियजनों, रिश्तेदारों और दोस्तों से वीडियो चैट कर पाना अब संभव हो सकता है। हाल ही में लांच हुई एक नई वेबसाइट लोगों को एक ऐसी सुविधा प्रदान कर रही है जिसके जरिए किसी मृत व्यक्ति की आभासी छवि तैयार की जा सकती है।

मेसाच्यूसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी द्वारा तैयार की गई 'इटर्नीडॉटमी' नाम की यह वेबसाइट डिजिटल दुनिया में एक बड़ा कदम है। एमआइटी के उद्यमिता विकास कार्यक्रम के तहत कुछ इंजीनियरों, डिजाइनरों और कारोबारियों द्वारा इसे मिलकर तैयार किया गया है। इस टीम ने दावा किया है इस वेबसाइट के जरिये किसी व्यक्ति को उसकी मौत के बाद आभासी दुनिया में जिंदा रखा जा सकता है।

सीएनईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति मरने के बाद अपने परिजनों से संपर्क में रहना चाहता है तो पहले उसे इस वेबसाइट पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके बाद अपनी चैट हिस्ट्री , सोशल नेटवर्किग की जानकारी, फोटो और ईमेल आदि की जानकारी दी जाती है। इनके इस्तेमाल से उस व्यक्ति की यादों, शैली और व्यवहार को नए सिरे से संगठित कर आभासी छवि तैयार की जाती है।

वेबसाइट के मुताबिक, जानकारियों के इस्तेमाल से तैयार वर्चुअल छवि आपके व्यक्तित्व से काफी हद तक मेल खाने वाली होगी। यह आपके दुनिया से चले जाने के बाद आपके करीबियों, रिश्तेदारों, दोस्तों से बातचीत कर सकेगी, उन्हें सलाह दे सकेगी। यह अपने अतीत से नए सिरे से बातचीत करने जैसा अनुभव होगा।' 24 घंटे के भीतर इस वेबसाइट को 36 हजार लोग देख चुके हैं और 1300 से अधिक अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।

इससे पहले वैज्ञानिक 'सैकेंड लाइफ' नाम से एक पूरी आभासी दुनिया का निर्माण कर चुके हैं। 23 जून, 2003 को लिंडेन लैब कंपनी द्वारा साइबर में एक आभासी दुनिया सृजित की गई। जहां आप उसी तरह आभासी जीवन जी सकते हैं, जैसे पृथ्वी पर। हजारों लोग यहां अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।

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