सोमवार, 17 फ़रवरी 2014

महंगा पड़ा बस निकलना, काल के ग्रास बने तीन युवा

जालौर। कहते हैं कि भगवान कभी भी मौत की जिम्मेदारी खुद पर नहीं लेते। ऎसा ही कुछ सोमवार सुबह राजस्थान के जालौर में हुआ। यहां बस छूटने पर यात्री को बस पकड़ाने के लिए तीन लोग सड़क दुर्घटना के कारण काल के ग्रास बन गए। घटना जालौर जिले के सांचौर थाना इलाके में हुआ। महंगा पड़ा बस निकलना, काल के ग्रास बने तीन युवा
हुआं यूं कि भाव नगर गुजरात निवासी दर्शन भाई निजी बस में गुजरात जा रहा था। सांचौर स्थित टोल नांके पर सुबह करीब छह बजे बस रूकी तो उस दौरान दर्शन भाई टॉयलेट करने बस से उतर गए। टोल चुकाने के बाद बस के चालक व परिचालक को सवारी के नीचे उतरने का ध्यान नहीं रहा और बस लेकर चल दिए।

टॉयलेट करके लौटे यात्री को बस नहीं मिली तो उसने टोल कर्मियों से मदद की गुहार की। युवक ने कहा कि उसे बस तक छुड़वा दे। टोलकर्मी इटावा यूपी निवासी सचिन और मुकेश अपनी बाइक लेकर पीडित को बस तक छोड़ने निकल पड़े। बस पकड़ने की जल्दी में वह बाइक तेज चला रहे थे।

टोल नाके से करीब दस किमी आगे पीरों की झाल गांव के पास स्पीड ब्रेकर पर बाइक उछलने से दुर्घटना हो गई। तीनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को राजकीय अस्पताल में पोस्टमार्टम में पहुंचाकर उनके परिजनों को सूचना दी। इस दर्दनाक हादसे की सूचना के बाद ग्रामीणों की भीड़ लग गई।

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