भायल संरक्षक, परिहार नगर अध्यक्ष बने
मायड भाषा समिति सिवाना की बैठक सम्पन्न
सिवाना। अखिल भारतीय मायड भाषा राजस्थानी मान्यता संघर्ष समिति घटक सिवाना की ब्लॉक स्तरीय बैठक रविवार को मंडल अध्यक्ष जितेन्द्र जांगिड की अध्यक्षता और महामंत्री प्रकाश सोनी के निर्देशन में सम्पन्न हुई। जिसमे सर्वसम्मती से सुरेन्द्रसिंह भायल पादरडी को संगठन का संरक्षक चुना गया। वहीं महेंद्र परिहार को नगर अध्यक्ष मनोनीत किया गया।
मायड भाषा समिति सिवाना की बैठक सम्पन्न
सिवाना। अखिल भारतीय मायड भाषा राजस्थानी मान्यता संघर्ष समिति घटक सिवाना की ब्लॉक स्तरीय बैठक रविवार को मंडल अध्यक्ष जितेन्द्र जांगिड की अध्यक्षता और महामंत्री प्रकाश सोनी के निर्देशन में सम्पन्न हुई। जिसमे सर्वसम्मती से सुरेन्द्रसिंह भायल पादरडी को संगठन का संरक्षक चुना गया। वहीं महेंद्र परिहार को नगर अध्यक्ष मनोनीत किया गया।
बैठक में वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए जांगिड ने कहा कि मायड भाषा को संवैधानिक मान्यता दिलवाने के लिए क्षेत्र में निरंतर गतिविधिया संचालित होती रही है। अब आन्दोलन को और तीव्र करने की आवश्यकता है। महामंत्री प्रकाश सोनी ने कहा कि राजस्थानी भाषा हमारी मातृभाषा है और इसे मान्यता न मिलना हर राजस्थानी वासी के लिए शर्म की बात है। हर सतारूढ़ पार्टी द्वारा इस सम्बन्ध में कार्य न करना उनकी उदासीनता को दर्शाता है।
बैठक में ब्लॉक कार्यकारिणी का सर्वसम्मती से पुनर्गठन किया गया है जिसमे सुधीर शर्मा, अशोक चौधरी चिरडिया, शौकत अली और इंद्रजीत सैन को उपाध्यक्ष, मीठालाल मेघवाल को कोषाध्यक्ष, अमित शर्मा को महासचिव, विकाश सोनी को सचिव और विष्णु वैष्णव को प्रवक्ता बनाया गया है।
इसी तरह नगर कार्यकारिणी का भी गठन किया गया जिसमे नवीन शर्मा, ओमप्रकाश प्रजापत और पियूष श्रीमाली को उपाध्यक्ष, मनीष सैन को महामंत्री, सुरेन्द्र वैष्णव को कोषाध्यक्ष, रज्जाक ज़ोया को महासचिव, मोहम्मद खान को संगठन सचिव, नितेश शर्मा और एम् हुसैन पठान को सचिव और देवेन्द्रपाल सिंह को मंत्री मनोनीत किया गया है।
बैठक में उपस्थित सदस्यों ने राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलवाने के लिए विशेष अभियान चलाने और आन्दोलन को गति देने का ऐलान किया। वहीं क्षेत्र वासियों को अधिक से अधिक संख्या में संगठन को समर्थन देने का आह्वान किया गया।
बैठक में उपस्थित सदस्यों ने राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलवाने के लिए विशेष अभियान चलाने और आन्दोलन को गति देने का ऐलान किया। वहीं क्षेत्र वासियों को अधिक से अधिक संख्या में संगठन को समर्थन देने का आह्वान किया गया।
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