पणजी। गोवा में विजय संकल्प रैली में बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने एक बार फिर अपने चिरपरिचित अंदाज में कांग्रेस पर जमकर हमला बोला और कहा कि कांग्रेस मुक्त भारत ही उनका सपना है। उन्होंने की कांग्रेस मुक्त भारत का मतलब सिर्फ कांग्रेस पार्टी या उनके नेताओं से नहीं है बल्कि देश से कांग्रेस कलचर को खत्म करना है। इसके साथ ही उन्होंने बिना नाम लिए आप पार्टी को भी आड़े हाथों लिया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस रूपी कलचर की विकृति देश की रगो में कांग्रेस, उसके नेताओं के माध्यम से फैली। इसका परिणाम है कि देश में जातिवाद, वंशवाद, ऊंचनीच, संप्रदायवाद, गरीबी, बेरोजगारी पनपी। इस कलचर को खत्म करना ही कांग्रेस मुक्त भारत का सपना है, इस सपने को साकार करना है। बीते दस साल में देश ने बड़े बुरे दिन देखें हैं। कांग्रेस ने गरीबी, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी मिटाने जैसे वादे बहुत किए पर वह इन वादों को पूरा नहीं कर पाई। इन समस्याओं और बीमारियों की जड़े कांग्रेस के नाम से जानी जाती है।
बीजेपी की ईमानदारी पर सवाल क्यों?
सत्ता में रहने के बाद भी बीजेपी कार्यकर्ता इमानदारी के साथ समर्पण भाव से भारत माता के लिए काम करते हैं। वाजपेयी देश के पीएम रहे, आज तक उनका अपना कोई निजी घर नहीं है। क्या इसके बाद भी हमारी प्रमाणिकता और निष्ठा पर सवाल पूछे जाएंगे। मोदी ने कहा कि बीजेपी ने आम लोगों को नेता बनाया। मैं खुद पार्टी की ताकत से यहां तक पहुंचा। एक चाय वाले को जनता ने इतना सम्मान और प्यार दिया।
केजरीवाल पर भी साधा निशाना
आप पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल का नाम लिए बगैर मोदी ने कहा कि सादगी के नाम पर ड्रामा करना कहां तक उचित है। अब देश की जनता को तय करना है कि टीवी पर दिखने से देश का भला होगा या फिर देश के लिए नई सोच रखने वाला नेता देश का भला करेगा। मोदी ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर गोवा के मुख्यमंत्री दिल्ली में होते तो क्या होता, सारे देश को पता चल जाता कि इतने पढ़े लिखे होने के बाद भी मनोहर पार्नीकर में कितनी सादगी है। लेकिन मीडिया वालों को दिल्ली के बाहर कुछ दिखता ही नहीं है। मैं खुद 12 साल से गुजरात में हूं, मीडिया वालों से हमेशा हारता रहा लेकिन जनता का दिल जीतता रहा हूं। अब देश को तय करना है कि टेलीविजन का चेहरा चाहिए या नई सोच। जनता चाहे तो देश का भाग्य बदल सकता है।
बीजेपी देगी शासन में पारदर्शीता
मोदी ने कहा कि अब हमे परिवार वाद, जातिवाद मिटाना है। बीजेपी सत्ता में आई तो हम संवैधानिक पदों की प्रतिष्ठा बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि मंत्री, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री कोई भी हो सत्ता का विकेन्द्रीकरण होना चाहिए। देश के आम लोगों को मौका मिले तभी सही मायने में प्रगति होगी। देश की जवाबदेही तय करने का समय आ गया है। बीजेपी शासन में पारदर्शिता होगी। सबका साथ सबका विकास हारा नारा है।
शिंदे राज्यों को कानून न सिखाएं
मोदी ने आरोप लगाया कि दिल्ली में बैठी सरकार भारत के संघीय ढांचे को नकार रही है। जितना महत्व केन्द्र सरकार का है उतना ही महत्व राज्य सरकार का है। कांग्रेस ने देश के संघीय ढांचे को नींव से हिला दिया है। हम संघीय ढांचे को और मजबूत बनाएंगे। मोदी ने कहा कि भारत की सभी राज्य सरकारों को केन्द्र सरकार से शिकायत है। केन्द्र राज्यों पर दबाव डालता रहता है। उन्होंने हाल ही में गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे के बयान का उल्लेख करते हुए कहा कि सभी गुनाहागारों के लिए समान कानून हो लेकिन केन्द्र सरकार अब इसके उलट करने की कोशिशों में लगी है।
केन्द्र सरकार कहती है कि अगर किसी मामले में अरेस्ट करने की नौबत आती है तो ध्यान रखा जाए कि मुसलमान अरेस्ट न हो। क्या रिलिजन के आधार पर तय होगा कि कौन अरेस्ट हो कौन नहीं? अपराधी किसी धर्म जाति का हो उसे सजा और बेगुनाह कोई को न्याय मिलना ही चाहिए। मोदी ने कहा कांग्रेस संप्रदाय के आधार पर राजनीति करने से बाज नहीं आ रही है। कानून यवस्था राज्य का विषय है दिल्ली में बैठकर शिंदे को राज्य को कानून पढ़ाने का हक नहीं है। धर्म के आधार पर गिरफ्तारी में भेदभाव क्यों? गुनाहागार का कोई मजहब नहीं होता।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस रूपी कलचर की विकृति देश की रगो में कांग्रेस, उसके नेताओं के माध्यम से फैली। इसका परिणाम है कि देश में जातिवाद, वंशवाद, ऊंचनीच, संप्रदायवाद, गरीबी, बेरोजगारी पनपी। इस कलचर को खत्म करना ही कांग्रेस मुक्त भारत का सपना है, इस सपने को साकार करना है। बीते दस साल में देश ने बड़े बुरे दिन देखें हैं। कांग्रेस ने गरीबी, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी मिटाने जैसे वादे बहुत किए पर वह इन वादों को पूरा नहीं कर पाई। इन समस्याओं और बीमारियों की जड़े कांग्रेस के नाम से जानी जाती है।
बीजेपी की ईमानदारी पर सवाल क्यों?
सत्ता में रहने के बाद भी बीजेपी कार्यकर्ता इमानदारी के साथ समर्पण भाव से भारत माता के लिए काम करते हैं। वाजपेयी देश के पीएम रहे, आज तक उनका अपना कोई निजी घर नहीं है। क्या इसके बाद भी हमारी प्रमाणिकता और निष्ठा पर सवाल पूछे जाएंगे। मोदी ने कहा कि बीजेपी ने आम लोगों को नेता बनाया। मैं खुद पार्टी की ताकत से यहां तक पहुंचा। एक चाय वाले को जनता ने इतना सम्मान और प्यार दिया।
केजरीवाल पर भी साधा निशाना
आप पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल का नाम लिए बगैर मोदी ने कहा कि सादगी के नाम पर ड्रामा करना कहां तक उचित है। अब देश की जनता को तय करना है कि टीवी पर दिखने से देश का भला होगा या फिर देश के लिए नई सोच रखने वाला नेता देश का भला करेगा। मोदी ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर गोवा के मुख्यमंत्री दिल्ली में होते तो क्या होता, सारे देश को पता चल जाता कि इतने पढ़े लिखे होने के बाद भी मनोहर पार्नीकर में कितनी सादगी है। लेकिन मीडिया वालों को दिल्ली के बाहर कुछ दिखता ही नहीं है। मैं खुद 12 साल से गुजरात में हूं, मीडिया वालों से हमेशा हारता रहा लेकिन जनता का दिल जीतता रहा हूं। अब देश को तय करना है कि टेलीविजन का चेहरा चाहिए या नई सोच। जनता चाहे तो देश का भाग्य बदल सकता है।
बीजेपी देगी शासन में पारदर्शीता
मोदी ने कहा कि अब हमे परिवार वाद, जातिवाद मिटाना है। बीजेपी सत्ता में आई तो हम संवैधानिक पदों की प्रतिष्ठा बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि मंत्री, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री कोई भी हो सत्ता का विकेन्द्रीकरण होना चाहिए। देश के आम लोगों को मौका मिले तभी सही मायने में प्रगति होगी। देश की जवाबदेही तय करने का समय आ गया है। बीजेपी शासन में पारदर्शिता होगी। सबका साथ सबका विकास हारा नारा है।
शिंदे राज्यों को कानून न सिखाएं
मोदी ने आरोप लगाया कि दिल्ली में बैठी सरकार भारत के संघीय ढांचे को नकार रही है। जितना महत्व केन्द्र सरकार का है उतना ही महत्व राज्य सरकार का है। कांग्रेस ने देश के संघीय ढांचे को नींव से हिला दिया है। हम संघीय ढांचे को और मजबूत बनाएंगे। मोदी ने कहा कि भारत की सभी राज्य सरकारों को केन्द्र सरकार से शिकायत है। केन्द्र राज्यों पर दबाव डालता रहता है। उन्होंने हाल ही में गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे के बयान का उल्लेख करते हुए कहा कि सभी गुनाहागारों के लिए समान कानून हो लेकिन केन्द्र सरकार अब इसके उलट करने की कोशिशों में लगी है।
केन्द्र सरकार कहती है कि अगर किसी मामले में अरेस्ट करने की नौबत आती है तो ध्यान रखा जाए कि मुसलमान अरेस्ट न हो। क्या रिलिजन के आधार पर तय होगा कि कौन अरेस्ट हो कौन नहीं? अपराधी किसी धर्म जाति का हो उसे सजा और बेगुनाह कोई को न्याय मिलना ही चाहिए। मोदी ने कहा कांग्रेस संप्रदाय के आधार पर राजनीति करने से बाज नहीं आ रही है। कानून यवस्था राज्य का विषय है दिल्ली में बैठकर शिंदे को राज्य को कानून पढ़ाने का हक नहीं है। धर्म के आधार पर गिरफ्तारी में भेदभाव क्यों? गुनाहागार का कोई मजहब नहीं होता।
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