जयपुर। राजधानी जयपुर देह व्यापार के दलदल में धंसती जा रही है। शाम ढलते ही शहर के प्रमुख स्थानों पर संदिग्ध गतिविधियां भी शुरू हो जाती हैं। लेकिन फिर भी पुलिस इन पर रोकथाम लगाने में नाकाम दिखती है। हालांकि समय-समय पर पुलिस कुछ कार्रवाई जरूर करती है, लेकिन वो नाकाफी नजर आती है। पिछले सात-आठ महीने में कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच की ओर से भी कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई है। हालांकि नए डीजीपी ओमेंद्र भारद्वाज की फटकार के बाद तीन बड़ी कार्रवाइयां हुई।
शहर के पॉश इलाकों में भी खतरा
पुलिस सूत्र बताते हैं कि राजधानी के पॉश इलाके मालवीय नगर, सांगानेर, मानसरोवर, मोती डूंगरी, अशोक नगर, सोडाला, वैशाली नगर थाना क्षेत्र में ऎसे मामले सबसे ज्यादा सामने आए हैं। किराए का मकान तो कहीं होटल-मसाज पार्लर की आड़ में यह धंधा चल रहा है।
बाहरी राज्यों से आती हैं लड़कियां
जयपुर अब सेक्स ट्यूरिज्म का हब बनता जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि सेक्स वर्कर्स बाहरी राज्यों से शहर में मंगवाई जा रही हैं। पश्चिम बंगाल, दिल्ली, मुंबई से आने वाली ये वर्कर्स देह व्यापार को बढ़ावा दे रही हैं। एक हजार से बीस हजार रूपए तक इन लड़कियों की प्रतिदिन की कमाई हो जाती है। इंटरनेट ने इस धंधे को पंख लगा दिए हैं।
पुलिस की मिलीभगत तो नहीं!
राजधानी में सिर्फ एसीपी स्तर के अधिकारी ही पीटा की कार्रवाई को अंजाम दे सकते हैं। एडीसीपी क्राइम रहे रघुवीर सैनी ने करधनी थाना क्षेत्र स्थित एक होटल में कार्रवाई को अंजाम दिया था, जिसकी शुरूआती जांच में थाना पुलिस की मिलीभगत सामने आई थी। वहीं अशोक नगर थाना क्षेत्र में भी यही बात सामने आई थी। अभी हाल ही में मोती डूंगरी थाना क्षेत्र में हुई कार्रवाई में भी थाना स्तर पर यही आरोप लगे थे। इससे साफ होता है पुलिस खुद कार्रवाई से बचती है।
कुछ मामले जो रहे सुर्खियों में
करधनी थाना क्षेत्र के एक होटल में, अशोक नगर स्थित एक मसाज पार्लर में देह व्यापार पकड़ा गया। इनके अलावा पिछले महीने मानसरोवर में 75 वष्ाीüय एक बुजुर्ग के घर से वेश्यावृत्ति का भंडाफोड़ किया गया। मानसरोवर एसीपी ने टीलावाला में कार्रवाई कर एक दर्जन महिला-पुरूष्ाों को पकड़ा था। दिसंबर में मोती डूंगरी, मानसरोवर में तीन कार्रवाई सामने आई हंै। पिछले दिनों मालवीय नगर एसीपी ने जवाहर सर्किल थाना क्षेत्र में कार्रवाई की लेकिन सिर्फ दलाल पकड़ी जा सकी।
मैं आंकड़ों के बारे में तो कुछ नहीं कह सकता, लेकिन यह सच है कि देह व्यापार का धंधा राजधानी में बढ़ रहा है। हाल ही में कमिश्नरेट की ओर से पीटा की कई कार्रवाई की गई हैं। जल्द ही प्लानिंग बनाकर इसे रोकने का प्रयास किया जाएगा।
भूपेंद्र कुमार दक, पुलिस कमिश्नर जयपुर
शहर के पॉश इलाकों में भी खतरा
पुलिस सूत्र बताते हैं कि राजधानी के पॉश इलाके मालवीय नगर, सांगानेर, मानसरोवर, मोती डूंगरी, अशोक नगर, सोडाला, वैशाली नगर थाना क्षेत्र में ऎसे मामले सबसे ज्यादा सामने आए हैं। किराए का मकान तो कहीं होटल-मसाज पार्लर की आड़ में यह धंधा चल रहा है।
बाहरी राज्यों से आती हैं लड़कियां
जयपुर अब सेक्स ट्यूरिज्म का हब बनता जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि सेक्स वर्कर्स बाहरी राज्यों से शहर में मंगवाई जा रही हैं। पश्चिम बंगाल, दिल्ली, मुंबई से आने वाली ये वर्कर्स देह व्यापार को बढ़ावा दे रही हैं। एक हजार से बीस हजार रूपए तक इन लड़कियों की प्रतिदिन की कमाई हो जाती है। इंटरनेट ने इस धंधे को पंख लगा दिए हैं।
पुलिस की मिलीभगत तो नहीं!
राजधानी में सिर्फ एसीपी स्तर के अधिकारी ही पीटा की कार्रवाई को अंजाम दे सकते हैं। एडीसीपी क्राइम रहे रघुवीर सैनी ने करधनी थाना क्षेत्र स्थित एक होटल में कार्रवाई को अंजाम दिया था, जिसकी शुरूआती जांच में थाना पुलिस की मिलीभगत सामने आई थी। वहीं अशोक नगर थाना क्षेत्र में भी यही बात सामने आई थी। अभी हाल ही में मोती डूंगरी थाना क्षेत्र में हुई कार्रवाई में भी थाना स्तर पर यही आरोप लगे थे। इससे साफ होता है पुलिस खुद कार्रवाई से बचती है।
कुछ मामले जो रहे सुर्खियों में
करधनी थाना क्षेत्र के एक होटल में, अशोक नगर स्थित एक मसाज पार्लर में देह व्यापार पकड़ा गया। इनके अलावा पिछले महीने मानसरोवर में 75 वष्ाीüय एक बुजुर्ग के घर से वेश्यावृत्ति का भंडाफोड़ किया गया। मानसरोवर एसीपी ने टीलावाला में कार्रवाई कर एक दर्जन महिला-पुरूष्ाों को पकड़ा था। दिसंबर में मोती डूंगरी, मानसरोवर में तीन कार्रवाई सामने आई हंै। पिछले दिनों मालवीय नगर एसीपी ने जवाहर सर्किल थाना क्षेत्र में कार्रवाई की लेकिन सिर्फ दलाल पकड़ी जा सकी।
मैं आंकड़ों के बारे में तो कुछ नहीं कह सकता, लेकिन यह सच है कि देह व्यापार का धंधा राजधानी में बढ़ रहा है। हाल ही में कमिश्नरेट की ओर से पीटा की कई कार्रवाई की गई हैं। जल्द ही प्लानिंग बनाकर इसे रोकने का प्रयास किया जाएगा।
भूपेंद्र कुमार दक, पुलिस कमिश्नर जयपुर
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