आने वाला लोकसभा चुनाव केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के लिए मुश्किलों भरा हो सकता है. एक मुस्लिम नेता ने उनके खिलाफ यह कहते हुए मोर्चा खोल दिया है कि मुसलमानों के लिए कपिल सिब्बल मोदी से भी ज्यादा खतरनाक हैं और वे सिब्बल को हराने के लिए कुछ भी कर सकते हैं.
सिब्बल के खिलाफ आवाज उठाने वाले इस नेता का नाम है याह्या बुखारी. याह्या जामा मस्जिद युनाइटेड फोरम के अध्यक्ष और मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी के भाई हैं.
यहया बुखारी ने कहा कि कपिल सिब्बल मुसलमानों के लिए नरेंद्र मोदी से भी ज्यादा खतरनाक हैं और अगले लोकसभा चुनाव में वे कपिल सिब्बल को हराने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं. सिब्बल को वोट नहीं पड़ने देंगे और अगर कोई बेहतर प्रत्याशी नहीं मिला तो नोटा (None of the above) का इस्तेमाल करेंगे.
बुखारी का कहना है कि ‘कपिल सिब्बल ने 2004 में लोकसभा चुनाव से पहले वादा किया था कि वो सरकार में जामा मस्जिद की नुमाइंदगी करवाएंगे और जामा मस्जिद इलाके का विकास करेंगे, लेकिन उन्होंने यह वादा नहीं निभाया. चुनाव जीतने के बाद सिब्बल ने इस इलाके की कोई सुध नहीं ली.
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