विजय दिवस कल
बाड़मेर
अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिशद् बाड़मेर के अध्यक्ष केप्टन हीरसिंह भाटी ने बताया है कि स्वतंत्र भारत के सामरिक इतिहास का सबसे गौरवषाली दिन 16 दिसम्बर 1971 जिस दिन सायं 4.31बजे ढ़ाका (बांग्लादेष) के रेसकोर्स मैदान पर पाकिस्तानी सेना के लेफ्टीनेन्ट जनरल नियाजी ने तिरानवे हजार सैनिको के साथ भारतीय सेना के कमाण्ड़र जनरल अरोड़ा के सामने अपने हथियार डालते हुए आत्मसमर्पण किया था, इसी के साथ इतिहास के एक नए पृश्ठ की रचना हो गई। इस विशय में लेफ्टीनेन्ट जनरल सगतसिंह व जनरल मानेक्षा ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस विजय को प्राप्त करने में भारत के चार हजार रणबांकुरो ने षहादत दी व दस हजार सैनिक घायल हुए, इस षहादत को अक्षुण बनाये रखने के लिये हर वर्श की भांति इस वर्श भी अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिशद् बाड़मेर एवं नगरपरिशद् बाड़मेर के सयुक्त तत्वावधान में विजय दिवस समारोह दिनांक 16 दिसम्बर 2013 को षहीद चैराहा, सिणधरी रोड़ बाड़मेर पर प्रातः 11बजे मनाया जायेगा।
इस समारोह को भव्य बनाने के लिये बैण्ड़ व बिगुलर की धुन पर आर्मी, एयरफोर्स, बीएसएफ व राजस्थान पुलिस के जवानो द्वारा गार्ड आॅफ आनर दिया जायेगा। समारोह में जिला कलक्टर, अतिरिक्त जिला कलक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक, उपखण्ड़ अधिकारी बाड़मेर, वृताधिकारी बाड़मेर, आयुक्त नगरपरिशद् बाड़मेर, श्रीमति मदन कौर जिला प्रमुख, हेमाराम पूर्व राजस्व मंत्री, राज0 सरकार, सोनाराम पूर्व विधायक बायतु, उशा जैन सभापति नगरपरिशद् बाड़मेर, मेवाराम विधायक बाड़मेर, तरुणराय कागा विधायक चैहटन, डाॅ0 जालमसिंह पूर्व विधायक षिव, डाॅ0 प्रियंका चैधरी, एयर कमाण्ड़र ऐयरफोर्स उत्तरलाई, कमाणिड़ंग आफिसर जसाई, स्टेषन कमाण्ड़र जसाई, सेक्टर कमाण्ड़र बीएसएफ, कमाण्ड़िंग आफिसर 99 बीएसएफ, कमाण्ड़िंग आफिसर 107 बीएसएफ, कमाण्डिंग आफिसर जालिपा, भरतराम पूर्व चैयरमैन षिक्षा बोर्ड राजस्थान, वार्ड पार्शद एवं जिला प्रषासन के अधिकारी, कर्मचारी एवं बाड़मेर के आमजन उपस्थित रहेंगे।
बाड़मेर
अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिशद् बाड़मेर के अध्यक्ष केप्टन हीरसिंह भाटी ने बताया है कि स्वतंत्र भारत के सामरिक इतिहास का सबसे गौरवषाली दिन 16 दिसम्बर 1971 जिस दिन सायं 4.31बजे ढ़ाका (बांग्लादेष) के रेसकोर्स मैदान पर पाकिस्तानी सेना के लेफ्टीनेन्ट जनरल नियाजी ने तिरानवे हजार सैनिको के साथ भारतीय सेना के कमाण्ड़र जनरल अरोड़ा के सामने अपने हथियार डालते हुए आत्मसमर्पण किया था, इसी के साथ इतिहास के एक नए पृश्ठ की रचना हो गई। इस विशय में लेफ्टीनेन्ट जनरल सगतसिंह व जनरल मानेक्षा ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस विजय को प्राप्त करने में भारत के चार हजार रणबांकुरो ने षहादत दी व दस हजार सैनिक घायल हुए, इस षहादत को अक्षुण बनाये रखने के लिये हर वर्श की भांति इस वर्श भी अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिशद् बाड़मेर एवं नगरपरिशद् बाड़मेर के सयुक्त तत्वावधान में विजय दिवस समारोह दिनांक 16 दिसम्बर 2013 को षहीद चैराहा, सिणधरी रोड़ बाड़मेर पर प्रातः 11बजे मनाया जायेगा।
इस समारोह को भव्य बनाने के लिये बैण्ड़ व बिगुलर की धुन पर आर्मी, एयरफोर्स, बीएसएफ व राजस्थान पुलिस के जवानो द्वारा गार्ड आॅफ आनर दिया जायेगा। समारोह में जिला कलक्टर, अतिरिक्त जिला कलक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक, उपखण्ड़ अधिकारी बाड़मेर, वृताधिकारी बाड़मेर, आयुक्त नगरपरिशद् बाड़मेर, श्रीमति मदन कौर जिला प्रमुख, हेमाराम पूर्व राजस्व मंत्री, राज0 सरकार, सोनाराम पूर्व विधायक बायतु, उशा जैन सभापति नगरपरिशद् बाड़मेर, मेवाराम विधायक बाड़मेर, तरुणराय कागा विधायक चैहटन, डाॅ0 जालमसिंह पूर्व विधायक षिव, डाॅ0 प्रियंका चैधरी, एयर कमाण्ड़र ऐयरफोर्स उत्तरलाई, कमाणिड़ंग आफिसर जसाई, स्टेषन कमाण्ड़र जसाई, सेक्टर कमाण्ड़र बीएसएफ, कमाण्ड़िंग आफिसर 99 बीएसएफ, कमाण्ड़िंग आफिसर 107 बीएसएफ, कमाण्डिंग आफिसर जालिपा, भरतराम पूर्व चैयरमैन षिक्षा बोर्ड राजस्थान, वार्ड पार्शद एवं जिला प्रषासन के अधिकारी, कर्मचारी एवं बाड़मेर के आमजन उपस्थित रहेंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें