गुरुवार, 21 नवंबर 2013

सिपाही की राजकीय सम्मान से अंत्येष्टि नाकाबंदी पर बोलेरो ने कुचल दिया था

सिपाही की राजकीय सम्मान से अंत्येष्टि

नाकाबंदी पर बोलेरो ने कुचल दिया था

 मौलासर



निकटवर्ती कीचक गांव में सोमवार अल सुबह नाकाबंदी के दौरान वाहनों की जांच करते वक्त बोलेरो की टक्कर से घायल मौलासर थाने के सिपाही प्रभुराम तेतरवाल की बुधवार अल सुबह अजमेर चिकित्सालय में उपचार के दौरान मौत हो गई। उसका अंतिम संस्कार उसके गांव राणासर में राजकीय सम्मान से किया गया।

थानाधिकारी घनश्याम मीणा ने बताया कि सोमवार को सुबह चुनावों के दौरान वाहनों की जांच के लिए की जा रही नाकाबंदी के तहत मौलासर व कीचक के बीच वे तथा हैड कांस्टेबल दारा सिंह, कांस्टेबल प्रभुराम, सुरेश कुमार, हंसराज व चालक ताराचंद वाहनों की जांच कर रहे थे। इस दरम्यान डीडवाना से कुचामन की ओर तेजी से जा रही बोलेरो ने नाकाबंदी को धता बताते हुए प्रभुराम को चपेट में ले लिया। बोलेरो उसे काफी दूर तक घसीटते ले गई। अनियंत्रित होने से बोलेरो एक पेड़ से टकरा कर रुक गई। उसका चालक वहीं से भाग गया। इस बीच नाकाबंदी पर तैनात अन्य पुलिसकर्मी भी वहां पहुंचे और घायल प्रभुराम को संभाला। उसे पहले कुचामन ले गए। वहां प्राथमिक उपचार के बाद अजमेर भेजा गया। वहां बुधवार सुबह मौत हो गई। सूचना मिलते ही परिजनों व पुलिस कर्मियों में शोक की लहर छा गई। गमगीन परिवार को सहारा देने लोग राणासर पहुंचे। सिपाही प्रभुराम तेतरवाल का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान से किया गया। राणासर गांव में नागौर से आई पुलिस टुकड़ी ने सम्मान में दो राउंड गोलियां चलाई व पुष्प चढ़ाकर सलामी दी। 


यह रहे मौजूद 

दो दिन पहले मौलासर व कीचक के बीच नाकाबंदी के दौरान हुआ था हादसा, प्राथमिक उपचार के बाद भेजा था अजमेर, वहां अस्पताल में हुई मौत 

इस मौके पर डीडवाना डिप्टी अर्जुन राम, कुचामन सीओ विमल नेहरा, मौलासर थानाधिकारी घनश्याम मीणा, डीडवाना रामेश्वर लाल, नावां के महावीर प्रसाद, कुचामन थानाधिकारी प्रकाश मीणा सहित पुलिसकर्मी व क्षेत्र के मौजीज लोग मौजूद थे। पुलिस जनों व ग्रामीणों ने पुष्प चढ़ाकर सिपाही प्रभुराम के प्रति सम्मान व्यक्त किया। हंसमुख व मिलनसार प्रभुराम की मौत की सूचना मिलते ही थानाधिकारी घनश्याम मीणा सहित पुलिसकर्मी हतप्रभ रह गए। पुलिसकर्मियों ने पूरे दिन खाना नहीं खाया। मेस बंद रही। 
> मौलासर. हैड कांस्टेबल प्रभूराम तेतरवाल के शव पर पुष्प अर्पित करता उनका पुत्र।

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