रविवार, 24 नवंबर 2013

मुमुक्षु सीमा छाजेड़ के ऐतिहासिक वर्षीदान वरघोड़े में उमड़ा जन सैलाब

मुमुक्षु सीमा छाजेड़ के ऐतिहासिक वर्षीदान वरघोड़े में उमड़ा जन सैलाब

जगह-जगह पुष्प वर्षा से किया स्वागत


बाड़मेर 24.11.2013 थार नगरी बाड़मेर की मुमुक्षु सीमा छोजेड़ की दीक्षा आगामी 8 दिसम्बर की पालीताणा में पूज्य उपाध्याय प्रवर श्री मणिप्रभ सागर जी मसा की पावन निश्रा में सम्पन होगी। जिसके अनूमोदनार्थ उनके परिवार चुतरभुज डामरचंद छाजेड़ परिवार द्वारा भव्य एवं ऐतिहासिक वरघोड़े का आयोजन सम्पन्न हुआ जिसमें श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा।

आयोजक परिवार के नीरज छाजेड़ ने बताया कि आज प्रात: 9 बजे मुमुक्षु सीमा छाजेड़ के गृह स्थान से साध्वीवर्या श्री प्रियरंजना श्री साध्वीनंदीसिणा श्री साध्वी विनितयषा श्री आदि ढाणा की पावन सानिध्य में एवं साध्वीवर्या श्री प्रियरंजना श्री के मंगलाचरण से एवं शांतिलाल छाजेड़ द्वारा जैन ध्वज दिखाकर वर्षीदान वरघोडें का आगाज सम्पन्न हुआ

इस ऐतिहासिक वरघोड़ें में जगह-जगह विभिन्न एवं रंगीन रंगों से रगोली बनाने वाले बना रहे थे बाद में जगह-जगह पुष्प विमान से पुष्प वर्षा कर रहे थे। हाथों में लिये बैनर चल रहे थे ढोल पार्टी, इन्द्र ध्वजा का रथ, भारतवर्ष के सुप्रसिद्ध बैण्ड अपनी मधुर स्वर लहरीयों से वातावरण को धर्ममय बना रहे थे, ऊट घोड़े पर सवार जैन ध्वज लिये बालक चल रहे थे। बाद में बेड़ा, गैर नृत्य कलाकारों द्वारा नृत्य गुरूदेव का रथ, बालक बालिकाओं द्वारा पताका लिये चल रहे थे अष्टमंगल, रथ, नृत्य करते मेार एवं बंदर बाद में सफेद पोषाक एवं साफा एवं गले में दुपटा से सुसजिजत पुरूष वर्ग जयकारो के साथ चल रहे थे। इसके बाद में हाथी के ओदे पर आयोजक परिवार बैठै थे एवं लोगों का अभिवादन कर रहे थे, इसके बाद में मालेगांव की बालिका मण्डल द्वारा नृत्य एवं तौप से जगह-जगह पुष्प वर्षा हो रही थी। सहनार्इ वादक सहनार्इ के द्वारा चल रहे थे, इसके बाद में मुमुक्षु सीमा छाजेड़ का फुलों से सुसजिजत रथ था उसमें मुमुक्षु सीमा छाजेड़ ने अपने देानेां हाथों से वर्षीदान कर लोगों का आर्षीवाद एवं अभिवादन किया। सड़क के दोनों तरफ सैकड़ों की कतार में श्रद्धालु मुमुक्षु का अभिवादन कर रहे थे बाद में ट्रेडीषनल ग्रुप द्वारा नृत्य कर लोगों को आकर्षित कर रहे थे। बाद में साध्वीवर्या अपनी धवल सैना के साथ चल रहे थे। इनके पीछे जैन समाज की समस्त बालिका मण्डल एवं समस्त महिला मण्डल कतारबद्ध मंगल गीत गाती चल रही थी, इनके पीछे कच्छीनृत्य करते कलाकर चल रहे थेे, बाद में परमात्मा का रथ, उनके पीछे सुसजिजत रथ में दीक्षार्थी के परिवारजन हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन कर रहे थे, बाद में भजन मण्डली एवं झांकीया सहित पुरा वरघोड़ा आकर्षण का केन्द्र बना हुआ था। दीक्षा का ऐसा ऐतिहासिक एवं भव्य वर्षीदान का वरघोड़ा ने लोगों ने पहली बार देखकर अनुमोदन की ।

वर्षीदान वरघोड़े के संयोजक एडवोकेट सम्पत राज बोथरा ने बताया कि वर्षीदान वरघोड़े मुमुक्षु के निवास स्थान से कल्याणपुरा सुरतानमल जैन की गली, सुभाष चौक, रेल्वे स्टेषन, स्टेषन रोड़, गांधी चौक, सब्जीमण्डी, जवार चौक, पीपली चौक, जैन न्याती नोहरा, करमुजी की गली, चौहटन फाटक विधापीढ जूना कैराडू मार्ग, सिथत महावीर जीनालय से बसों द्वारा कुषल वाटिका पहुंचा जहां पर आयोजक परिवार द्वारा सामीवात्सलय का आयोजन किया गया। पुरे शहर को तौरण द्वारों एवं बैनरों द्वारा सजाया गया।

इस अवसर पर मालेगांव इचलकरणजी पाली, जोधपुर बोम्बे, अहमदाबाद, सुरत, तमिलनाडू, बालोतरा, चौहटन, धोरिमन्ना र्इत्यादि कर्इ जगह से सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर दिक्षार्थी के प्रति अपनी अनुमोदना व्यक्त की।

इस अवसर पर बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, नगर परिषद सभापति उषा जैन, जैन श्री संघ के अध्यक्ष नैनमल भंसाली, नाकौड़ा ट्रस्ट के अध्यक्ष अमृतलाल जैन, भाजपा नैत्री डा. प्रियंका चौधरी, खरतरगच्छ संघ के अध्यक्ष मागंीलाल मालू, उपाध्यक्ष भूरचंद सखलेषा,अचलगच्छ संघ के अध्यक्ष बंषराज वडेरा, तैरापंथ समाज के अध्यक्ष सोहनलाल गोलेछा, ब्ऱधचर ट्रस्ट के अध्यक्ष दानमल डूंगरवाल, स्थानक वासी के दिनेष लूणीया, नाकौड़ा ट्रस्टी रतनलाल संखलेषा, रतनलाल बोहरा, वीरचंद वडेरा, हंसराज कोटड़ीया, लूणकरण बोथरा, तथा हस्तीमल बोथरा, मांगीलाल वडेरा, हस्तीमल सिंघवी, शंकरलाल पड़ार्इया,सुनिल छाजेड. एवं मालेगांव के कैलाष मेहता, सतीस मालू, हस्तीमल वडेरा, बाबुलाल संखलेषा, अषोक छाजेड़, षिवाजी ग्रुप के अध्यक्ष कैलाष मेहता, सज्जनलाल मेहता,बाबूलाल टी बोथरा, रतनलाल वडेरा, शंकरलाल धारीवाल, सहित जैन समाज के विभिन्न सस्थाओं द्वारा दीक्षार्थी की अनुमोदना की एंव सैकड़ों की संख्या में श्रृद्धालु उपसिथत थे।

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