बीजिंग। दुनिया में पत्रकार अपनी एकाकी सोच के लिए जाने जाते हैं, लेकिन चीन में वे एक भिन्न मामले में अकेले हैं। इस पेशे में सबसे अधिक संख्या में एकाकी जीवन जीने वाले लोग हैं।
इस आशय का खुलासा एक सर्वे में हुआ है। जोड़े मिलान करने वाली साइट झेनाई डॉट कॉम के मुताबिक, चीन में 4.8 प्रतिशत मीडियाकर्मी एकाकी जीवन जीते हैं। चाइना डेली में मंगलवार को छपी रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से अधिकांश पेशेवर हैं। अखबार ने लिखा है, "अपनी रोजमर्रा की जिंदगी के बारे में मजाक करते हुए पत्रकार कई बार यह कहते हैं कि वे 'अल सुबह एक मुर्गे की तरह जगते हैं और देर रात एक कुत्ते की तरह बिस्तर में घुस जाते हैं।" अब एकाकी जीवन जीने का एक और ही कारण मजाक में उभरा है। झेनाई डॉट कॉम की रिपोर्ट चीन में एकाकी जीवन जीने वाले लोगों की बीच कराए गए सर्वे पर आधारित है। इस सर्वे में 10,000 सदस्यों को नमूने के तौर पर लिया गया। कुछ मीडियाकर्मियों के दुखड़े पर आधारित रिपोर्ट में कहा गया है कि न्यून वेतन और कठिन कार्यपरिस्थिति के कारण पत्रकारों को डेट पर जाने की फुरसत नहीं मिल पाती। अखबार ने एक पत्रकार से साक्षात्कार लिया जिसमें बताया गया कि पत्रकार इसलिए अकेले रह जाते हैं क्योंकि उन्हें समय से ज्यादा काम करना पड़ता है और छुट्टियों एवं साप्ताहिक अवकाश के दिनों में भी खबरों का पीछा करना होता है। पत्रकार ने बताया कि न्यूजरूम में रात की पाली में काम करना आम बात है और यही तलाक की उच्च दर का मुख्य कारण है।
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