राष्ट्रीय लोक अदालत का उदघाटन
लोक अदालत के माध्यम से अधिकाधिक प्रकरणों का निस्तारण करवाने का आहवान
बाडमेर, 18 नवम्बर। राष्ट्रीय लोक अदालत का उदघाटन सोमवार को अध्यक्ष ताल्लुका विधिक सेवा समिति एम.आर. सुथार की अध्यक्षता में अपर जिला एवं सेशन न्यायालय परिसर में किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मा सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
इस अवसर पर ताल्लुका विधिक सेवा समिति अध्यक्ष सुथार ने कहा कि लोक अदालत के माध्यम से प्रकरणों का निस्तारण होने से पक्षकारान के मध्य आपसी रंजिश तथा मन मुटाव में सुधार आता है तथा धन व समय की बचत होती है और रिश्तों में मधुरता बनी रहती है। साथ ही मुकदमें के अनितम निपटारे के साथ पक्षकारान के मध्य टूटे रिश्तों का पुनर्जन्म होता है। उन्होने उपसिथत अधिवक्ताओं एवं पक्षकारों से लोक अदालत के माध्यम से अधिक से अधिक मुकदमों का निस्तारण करवाकर राष्ट्रीय लोक अदालत में अपनी सहभागिता निभाने का आहवान किया। उन्होने बताया कि राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देशानुसार 23 नवम्बर तक राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित ने कहा कि राजस्व मामलों के निपटारे के लिए लोक अदालत सशक्त माध्यम हो सकता है। उन्होने लोक अदालत का व्यापक प्रचार कर अधिकाधिक लाभ उठाने का आहवान किया।
बार एसोशिएशन के अध्यक्ष धनराज जोशी ने बताया कि विभिन्न न्यायालयों में मुकदमों का अम्बार लगा हुआ है जिसकों कम करने के लिए लोक अदालतों का आयोजन किया जाता है तथा लोक अदालत के माध्यम से प्रकरणों के निस्तारित होने से एक तरफ मुकदमों की संख्या में कमी आती है वहीं दूसरी तरफ कम मुकदमें बचने पर उनकी पेशीयां भी नजदीक पडती है। विशिष्ट न्यायाधीश कमल छंगाणी ने बताया कि हमारे देश में प्राचीन काल से लोक अदालतों का आयोजन होता रहा है, पहले पंचायती प्रथा अब लोक अदालत का स्वरूप है। वर्तमान में पूरे देश में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है।
कार्यक्रम का संचालन मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट गोपाल बिजोरीवाल द्वारा किया गया। लोक अदालत में जिला पुलिस अधीक्षक सवार्इसिंह गोदारा, अतिरिक्त जिला कलक्टर अरूण पुरोहित, विशिष्ठ न्यायाधीश कमल छंगाणी, बार एसोशिएशन के अध्यक्ष धनराज जोशी, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्टे्रट शैल कुमारी सोलंकी, न्यायिक मजिस्टे्रट पियुष चौधरी, अतिरिक्त न्यायिक मजिस्टे्रट श्रीमती सरोज सींवर, राजस्व अपील अधिकारी स्वरूपलाल पालीवाल तथा स्थानीय बार के अधिवक्तागण करनाराम चौधरी, माधोसिंह चौधरी, किरण मंगल, उदयभानसिंह, राजेश विश्नोर्इ, मुकनसिंह राठौड, पवनगिरी सोडियार व अन्य अधिवक्तागण ने भाग लिया। कार्यक्रम के अन्त में मुख्य न्यायिक मजिस्टे्रट गोपाल बिजोरीवाल ने उपसिथत सभी अधिवक्तागण एवं पक्षकारान को धन्यवाद ज्ञापित किया।
शिक्षा विभाग करेगा मतदाता जागरूकता कार्यक्रम
बाडमेर, 18 नवम्बर। शिक्षा विभाग द्वारा मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
सोमवार को जिला शिक्षा अधिकारी कन्हैयालाल रेगर एवं अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी महेन्द्र कुमार शर्मा ने राजकीय माध्यमिक विधालय रामूबार्इ नेहरू नगर बाडमेर में सभी संस्था प्रधानों एवं नाडल अधिकारियों की बैठक आयोजित कर मतदाता आगरूकता कार्यक्रम आयोजन के निर्देश दिए। उन्होने 21 नवम्बर को मतदीप उत्सव के अन्तर्गत सार्वजनिक स्थलों पर दीप जलाकर मतदाता जागरूकता का कार्यक्रम करने, 22 नवम्बर को कैण्डल मार्च के अन्तर्गत युवा मोमबती जलाकर मतदाता जागरूकता का सन्देश देने, 23 नवम्बर को वमैन स्टण्ड अप टू वोट के अन्तर्गत महिलाओं व बालिकाओं के द्वारा मतदाता जागरूकता का कार्यक्रम करने, 24 नवम्बर को प्लीज टू वोट सैरीमनी के अन्तर्गत राज्य कर्मचारी एवं गैर राजकीय कर्मचारियों के द्वारा रैली कर मतदाता जागरूकता कार्यक्रम करने, 25 नवम्बर को मोटर साइकिल व साइकिल रैली के अन्तर्गत सामाजिक संगठनों एवं विधालय में अध्ययनरत बालिकाओं के द्वारा रैली निकालकर मतदाता जागरूकता करने, 26 नवम्बर को साथी हाथ बढाना के अन्तर्गत विधालयों के एनएसएस व एनसीसी व स्काउट गार्इड के द्वारा मतदाता जागरूकता प्रदर्शन करने तथा 27 नवम्बर को वोट मैराथन के अन्तर्गत खेलकूद प्रभारी शारीरिक शिक्षा व विधार्थियों के द्वारा दौड कर मतदाता जागरूकता अभियान के अन्तर्गत प्रदर्शन करने के निर्देश दिए।
रेगर ने सभी संस्था प्रधानों को विधालयों में अध्ययनरत बालक व बालिकाओं को प्रार्थना सभा मे मतदाता जागरूकता के संबंध में जानकारी देने तथा अध्ययनरत बालक व बालिकाओं से संकल्प पत्र भरवाकर संबंधित उपखण्ड अधिकारी कार्यालय में जमा कराने के निर्देश दिए।
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