नई दिल्ली। पूर्व सांसद पप्पू यादव ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। यादव का आरोप है कि केवल मनमोहन सिंह और नरसिम्हा राव की सरकार के लिए ही सांसद नहीं खरीदे गए थे,एनडीए सरकार ने भी यही काम किया था।
यादव को हाल ही में सीपीएम नेता अजीत सरकार की हत्या के मामले में बरी किया गया था। यादव का कहना है कि एनडीए सरकार ने पैसे और कारें देकर सांसदों का समर्थन हासिल किया था। यही नहीं एक सांसद को राज्य मंत्री बनाने का वादा किया गया था।
यादव ने ये सारे खुलासे अपनी पुस्तक द्रोहकाल का पथिक में। पुस्तक में यादव ने लिखा है कि पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा दूसरे दलों के सांसदों को टारगेट बनाते थे। 2001 में जब पप्पू यादव सांसद थे तब एनडीए की सरकार थी। यादव के मुताबिक वाजपेयी सरकार का समर्थन करने पर केरल कांग्रेस के नेता पीसी थॉमस को बतौर रिवॉर्ड राज्य मंत्री बनाया गया था।
उस वक्त राजद सांसद अनवरूल हक को एनडीए सरकार का समर्थन करने पर एक करोड़ रूपए कैश और एक कार दी गई थी। इसी तरह सुखदेव पासवान को भी खुश किया गया था। यही नहीं यशवंत सिन्हा ने भारतीय समयुक्त लोकतांत्रिक पार्टी के सांसदों को टारगेट किया था। पप्पू यादव इसी पार्टी के सदस्य थे।
यादव ने सबसे चौंकाने वाला खुलासा यह किया है कि सरकारें सांसदों को ब्लैकमेल करने से भी नहीं चूकती है। अपनी पुस्तक में पप्पू यादव ने बिहार के रहने वाले सुमित नाम के व्यक्ति का जिक्र किया है। सुमित ने कॉल गर्ल सप्लाई कर कई सांसदों को अपने जाल में फंसाया था। यादव ने बताया है कि 1990 में जब लालू प्रसाद यादव ने बिहार में सरकार बनाई थी तब विधायक खरीदे गए थे।
यादव को हाल ही में सीपीएम नेता अजीत सरकार की हत्या के मामले में बरी किया गया था। यादव का कहना है कि एनडीए सरकार ने पैसे और कारें देकर सांसदों का समर्थन हासिल किया था। यही नहीं एक सांसद को राज्य मंत्री बनाने का वादा किया गया था।
यादव ने ये सारे खुलासे अपनी पुस्तक द्रोहकाल का पथिक में। पुस्तक में यादव ने लिखा है कि पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा दूसरे दलों के सांसदों को टारगेट बनाते थे। 2001 में जब पप्पू यादव सांसद थे तब एनडीए की सरकार थी। यादव के मुताबिक वाजपेयी सरकार का समर्थन करने पर केरल कांग्रेस के नेता पीसी थॉमस को बतौर रिवॉर्ड राज्य मंत्री बनाया गया था।
उस वक्त राजद सांसद अनवरूल हक को एनडीए सरकार का समर्थन करने पर एक करोड़ रूपए कैश और एक कार दी गई थी। इसी तरह सुखदेव पासवान को भी खुश किया गया था। यही नहीं यशवंत सिन्हा ने भारतीय समयुक्त लोकतांत्रिक पार्टी के सांसदों को टारगेट किया था। पप्पू यादव इसी पार्टी के सदस्य थे।
यादव ने सबसे चौंकाने वाला खुलासा यह किया है कि सरकारें सांसदों को ब्लैकमेल करने से भी नहीं चूकती है। अपनी पुस्तक में पप्पू यादव ने बिहार के रहने वाले सुमित नाम के व्यक्ति का जिक्र किया है। सुमित ने कॉल गर्ल सप्लाई कर कई सांसदों को अपने जाल में फंसाया था। यादव ने बताया है कि 1990 में जब लालू प्रसाद यादव ने बिहार में सरकार बनाई थी तब विधायक खरीदे गए थे।
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