रविवार, 3 नवंबर 2013

हेमाराम चौधरी पर संशय बरकरार। . पहली सूचि में नाम नहीं गुड़ा के अलावा कोई विकल्प नहीं

हेमाराम चौधरी पर संशय बरकरार। . पहली सूचि में नाम नहीं गुड़ा के अलावा कोई विकल्प नहीं 


बाड़मेर बाड़मेर जिले कि राजनीती में जो उथल पुथल हो रही थी वो राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी के बाड़मेर से चुनाव लड़ने कि सम्भावना से हुई। हेमाराम चौधरी के बाड़मेर लड़ने से बाड़मेर ,गुड़ा मालानी ,बायतु और सिवाना सीटे प्रभावित हो रही थी। सम्भवतः एक के लिए तीन सीटो के बलिदान को कांग्रेस के आलाकमान ने नहीं मन। बाड़मेर जिले कि सभी सीटे घोषित होने के बाद हेमाराम चौधरी का गुड़ा से नाम ना होना कांग्रेस कि रणनीति का हिस्सा हे या हेमाराम चौधरी द्वारा गुड़ा से चुनाव लड़ने कि सहमति प्रदान नहीं कि। आने वाले दिनों में यह खुलासा भी हो जायेगा  मगर पहली सूचि में उनका नाम न होने से उनकी राजनीती प्रतिष्ठा पर विपरीत प्रभाव  पड़ा हें। जबकि अशोक गलत और उनके विरोधी माने जाने वाले कर्नल सोनाराम चौधरी कि टिकर बायतु से प्रथम सूचि में शामिल हें। 

2 टिप्‍पणियां:

  1. 5 sal tak piche mudkar dekha nahi ab per piche hta rhe h kewal jati hi jeet ka adhar nahi h.inke raj main inke aik pia ne khob kabada kiya

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