सोमवार, 11 नवंबर 2013

बाड़मेर चुनावी रणक्षेत्र में चुनावी योद्धा तैयार।देखिये अपने प्रत्यासियो के बारे में

बाड़मेर चुनावी रणक्षेत्र में चुनावी योद्धा तैयार।देखिये अपने प्रत्यासियो के बारे में 

बाड़मेर। बाड़मेर-जैसलमेर जिले के नौ विधानसभा क्षेत्रों के लिए दोनों मुख्य दलों ने प्रत्याशी घोषित कर दिए है। हालांकि दोनों दलों ने सोशल इंजीनियरिंग फैक्टर पर फोकस रखने की कोशिश की है। भाजपा की सोशल इंजीनियरिंग में मुस्लिम, ब्राह्मण व जैन वर्ग को जगह नहीं मिल पाईहै तो कांग्रेस में राजपूत वर्ग को निराशा हाथ लगी है। हालांकि इस सोशल इंजीनियरिंग के नतीजे क्या रहेंगे यह भविष्य के गर्भ में है,लेकिन प्रमुख दलों ने मतदाताओं को रिझाने में इस फार्मूले के माध्यम से कोई कसर नहीं रखी है।

सामाजिक समीकरण
बाड़मेर जैसलमेर की नौ सीटों के सामाजिक समीकरण पर गौर करें तो कांग्रेस ने दो मेघवाल जैसलमेर से रूपाराम और चौहटन सुरक्षित से पदमाराम, दो अल्पसंख्यक शिव में अमीन खां और पोकरण से सालेह मोहम्मद, दो जाट बायतु से कर्नल सोनाराम और गुड़ामालानी से हेमाराम चौधरी, एक कुम्हार पचपदरा से मदन प्रजापत, एक ब्राह्मण सिवाना से महंत निर्मलदास व एक जैन बाड़मेर से मेवाराम को प्रत्याशी बनाया है।

भाजपा में चार राजपूत शिव से मानवेन्द्रसिंह, सिवाना से हमीरसिंह भायल और जैसलमेर से छोटूसिंह व पोकरण से शैतानसिंह को प्रत्याशी बनाया है।दो जाट बायतु से कैलाश चौधरी व बाड़मेर से प्रियंका चौधरी, एक विश्नोई गुड़ामालानी लादूराम, एक मेघवाल चौहटन से तरूणराय कागा और एक कलबी पचपदरा से अमराराम चौधरी को प्रत्याशी बनाया है।

युवा तीन
भाजपा ने बायतु से 38 वर्षीय कैलाश, बाड़मेर से चालीस वर्षीय प्रियंका चौधरी को टिकट दिया है। इसके अलावा सभी 45 से पार है। कांग्रेस ने मदन प्रजापत को पचपदरा से दुबारा उतारा हैजो 39 वर्ष के है।

छह उम्रदराज
कांग्रेस में शिव के प्रत्याशी अमीन खां 74, कर्नल सोनाराम 68, हेमाराम चौधरी 67 वर्ष के है। भजपा में पचपदरा से अमराराम चौधरी 70 व लादूराम विश्नोई 70 व तरूणराय कागा 67 वष्ाü के है।

महिला एक ही
कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों को मिलाकर एक ही महिला को टिकट मिला है।बाड़मेर से प्रियंका चौधरी इकलौती महिला प्रत्याशी है।

डॉक्टर, वकील, इंजीनियर
बाड़मेर भाजपा प्रत्याशी प्रियंका चौधरी (चिकित्सक) बीडीएस, बायतु कैलाश चौधरी स्नातकोत्तर, सिवाना हमीरसिंह नवमी, पचपदरा अमराराम चौधरी एलएलबी, गुड़ामालानी लादूराम विश्नोई बीई और शिव से मानवेन्द्रसिंह स्नातकोत्तर व चौहटन तरूण राय कागा स्नातक उत्तीर्ण है।

कांग्रेस बाड़मेर मेवाराम मैट्रिक, बायतु कर्नल सोनाराम चौधरी बीई, सिवाना महंत निर्मलदास नवमी, पचपदरा मदन प्रजापत, बीएपी, गुड़ामालानी हेमाराम एलएलबी, शिव अमीनखां साक्षर एवं चौहटन पदमाराम स्नातक उत्तीर्ण है।

बंगले वाले
कांग्रेस के मदन प्रजापत बालोतरा व मेवाराम जैन बाड़मेर के सरदारपुरा में बंगले है। महंत निर्मलदास आश्रम में रहते है। अमीनखां बॉर्डर के निकट देताणी गांव में साधारण ढाणी में रहते है। चौहटन के प्रत्याशी पदमाराम मेघवाल भी हेमावास फागलिया में अपनी ढाणी में रहते है। हेमाराम चौधरी का निवास बाड़मेर शहर में सामान्य मकान है।
भाजपा की बाड़मेर प्रत्याशी प्रियंका का जोधपुर में मकान है और बाड़मेर में उनके दादा का पैतृक जाटावास में सामान्य मकान है। पचपदरा के अमराराम चौधरी बालोतरा में मकान है।सिवाना के प्रत्याशी हमीरसिंह का फार्महाऊस और मकान सिवाना के निकट बना हुआ है। शिव के प्रत्याशी मानवेन्द्रसिंह का जोधपुर में पैतृक फार्म हाउस व जसोल में पैतृक ढाणी है। चौहटन प्रत्याशी तरूणराय कागा का चौहटन में मकान है। गुड़ामालानी के प्रत्याशी लादुराम विश्नोई का उनके गांव में मकान है।

वंशवाद
बाड़मेर से प्रियंका चौधरी के दादा गंगाराम चौधरी और परदादा रामदान विधायक रहे है। इसी तरह शिव से प्रत्याशी मानवेन्द्रसिंह के पिता जसवंतसिंह भाजपा के कद्दावर नेता है। हालांकि मानवेन्द्र पूर्व में सांसद रह चुके है।

नए चेहरे
सिवाना से भाजपा के हमीरसिंह भायल, कांग्रेस के महंत निर्मलदास, बाड़मेर से प्रियंका चौधरी पहली बार चुनाव लड़ रही है। शिव से मानवेन्द्र का विधानसभा का पहला चुनाव है।
दल बदलू

पचपदरा से अमराराम चौधरी 1980, 85 और 90 में कांग्रेस इ से चुनाव लड़े 1993 में निर्दलीय थे। इसके बाद भाजपा में शामिल हुए और तीन चुनाव लड़े। कांग्रेस प्रत्याशी मदन प्रजापत 2003 में बसपा से चुनाव लड़े और 2008 में कांग्रेस में आए।

पहनावा पारंपरिक
शिव से अमीन खां पारंपरिक मुस्लिम पहनावा, मानवेन्द्रसिंह पारंपरिक तेवटा साफा पहनते है। महन्त निर्मलदास सफेद वस्त्र और भगवी पगड़ी पहनते है।

बंदूक वाले भी
सिवाना से हमीरसिंह व महंत निर्मलदास, पचपदरा से मदन प्रजापत के पास रिवाल्वर का लाइसेंस है।

सेना से
भाजपा से कर्नल मानवेन्द्रसिंह और बायतु से कर्नल सोनाराम चौधरी भारतीय सेना से है।

महंत
पहली बार जिले में महंत निर्मलदास को कांग्रेस ने टिकट दिया हैजो कबीर आश्रम के महंत है।

मंत्री रहे है
हेमाराम चौधरी दो बार मंत्री व राज्य के नेता प्रतिपक्ष भी रहे है। अमराराम चौधरी एक व अमीनखां एक बार राज्यमंत्री रहे है।

ये फिर होंगे आमने-सामने
गुड़ामालानी से भाजपा के लादूराम विश्नोईव कांग्रेस के हेमाराम चौधरी तीसरी बार आमने सामने है।दो बार हेमाराम जीते है। पचपदरा से अमराराम चौधरी व मदन प्रजापत दुबारा आमने सामने है। चौहटन से तरूणराय कागा व पदमाराम, बायतु से कैलाश चौधरी व कर्नल सोनाराम चौधरी दुबारा आमने सामने है।

सांसद से विधानसभा चुनाव तक
शिव के भाजपा प्रत्याशी मानवेन्द्र पूर्व में 2004 से 2009 में सांसद रह चुके है। इससे पूर्व ऎसा उदाहरण वृद्धिचंद जैन और कर्नल सोनाराम चौधरी का रहा है। दोनों ही जीते है।

किसका कौनसा चुनाव
बाड़मेर से कांग्रेस प्रत्याशी मेवाराम का यह दूसरा चुनाव है। पहली बार 2008 में जीते थे।
प्रियंका चौधरी का यह पहला चुनाव है।
शिव से अमीन खां का यह सातवां चुनाव है, चार बार जीते है।
मानवेन्द्रसिंह का पहला चुनाव है।
बायतु से कर्नल सोनाराम का दूसरा चुनाव है, पहला जीते है।
कैलाश चौधरी का दूसरा चुनाव है,पहला हारे थे।
गुड़ामालानी से हेमाराम चौधरी का छठा चुनाव है। एक बार बाड़मेर से हारे है, पांच बार गुड़ामालानी से जीते है।
लादूराम विश्नोईयह तीसरा चुनाव है, पहले दो बार हारे है।
चौहटन से पदमाराम का दूसरा चुनाव है, पहली बार जीते है।
तरूणराय कागा का यह तीसरा चुनाव है, दो बार हारे है।
पचदपरा से अमराराम चौधरी का यह सातवां चुनाव है, चार बार जीते है।
मदन प्रजापत का यह तीसरा चुनाव है, एक बार बसपा से हारे, दूसरी बार जीते।
सिवाना के दोनों ही प्रत्याशियों हमीरसिंह और निर्मलदास का यह पहला चुनाव है।

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