/चित्तौड़गढ़। राज्य के बांसवाड़ा तथा चित्तौड़गढ़ में आमसभा को संबोधित करते हुए भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस और गांधी परिवार पर एक बार फिर से निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश की आजादी में एक परिवार ने नहीं वरन लाखों आदिवासियों ने त्याग किया है, बावजूद इसके कांग्रेस उनको महज वोटर समझती है। कांग्रेस ने 60 साल तक देश पर राज किया,लेकिन उनको नहीं पता की देश में आदिवासी भी रहता है। उनकी पहली बार किसी ने सुध ली तो वह अटल बिहारी वाजपेयी थे। कांग्रेस आजादी के बाद से ही जहर फैलाने का काम करती आई है।
उन्होंने भाषण में सोनिया गांधी को मैडम और राहुल गांधी को शहजादे के नाम से कई बार संबोधित किया। उन्होंने अपने भाषण में कई बार कांग्रेस पर जमकर प्रहार किए। उन्होंने सोनिया गांधी की 23 नवम्बर को कोटा में आयोजित सभा में भाजपा पर "दवा नहीं भाजपा जहरीली" का जबाव भी दिया। उन्होंने राहुल गांधी के वक्तव्य का जिक्र करते हुए कहा कि शहजादे एक दिन सवेरे उठकर मम्मी के पास गए तो उनकी मम्मी ने कहा कि सत्ता जहर है। ऎसे में उन्होंने 60 साल तक जहर पिया है। उन्होंने फिर कहा कि जहर पीने वाला ही जहर उगल सकता है। ऎसे में जहर कौन उगल रहा है, यह आप सब जान रहे है। उन्होंने अपनी बात को सिद्ध करने के लिए श्रोताओं से कई-कई बार प्रश्न किए और उन्हीं के जवाब में से अपनी बात को सही ठहराने की कोशिश की।
उन्होंने वादा तोड़ा, तुम नाता तोड़ों
भाजपा की ओर से वष्ाü 2014 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस महंगाई की बात नहीं करती। कांग्रेस ने पांच साल पहले सत्ता पाने के लिए 100 दिन में महंगाई कम करने का वादा किया था। उन्होंने इसका जवाब भी जनता से ही मांगा और जनता के जवाब से ही यह जताने की कोशिश की कि महंगाई घटी नहीं बल्कि और बढ़ गई है। इसके बाद श्रोताओ से अपील की कि उन्होंने अपना वादा तोड़ दिया तो तुम उनसे नाता तोड़ लो। उन्होंने 100 दिन में महंगाई कम नहीं करने के वादे को जनता के साथ धोखाधड़ी करार दिया और कहा कि लोग गलती माफ कर सकते हैं, लेकिन धोखाधड़ी नहीं। वह अपने काम का हिसाब नहीं देते, इसके उलट वह अनाप-शनाप आरोप लगाते हैं।
प्यार मुझे बैचेन कर देता है
नरेन्द्र मोदी ने अपने भाषण की शुरूआत कुशलबाग मैदान में उपस्थित जनता को देखकर यह कहते हुए की कि "आपका प्यार मुझे बैचेन कर देता है। मैं ऎसा क्या करूं की जो काम 60 साल तक नहीं हो सका वह कर पाउं। इस पर जनता ने भी जवाब देते हुए पीएम...पीएम के नारे लगाए। उत्साहित मोदी ने मामा बालेश्वर दयाल, पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत, गोविन्द गुरू व मावजी महाराज को नमन करते हुए कहा कि उनकी तपस्या व लोगों की भावना को भाजपा पूरी करेगी।
पसीने की खुशबू से महक रहा गुजरात
मोदी ने बांसवाड़ा व डूंगरपुर से गुजरात को जोड़ते हुए कहा कि दुनिया में खून का रिश्ता होता है, लेकिन हमारा और आपका पसीने का रिश्ता है। मोदी ने गुजरात में काम कर रहे लोगों के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनके पसीने से पूरा गुजरात महक रहा है। वह चाहते हैं कि राजस्थान बीमारू प्रदेश के कलंक से मुक्ति पाए और गुजरात का गरीब व्यक्ति राजस्थान में आकर काम करे। मोदी ने कांग्रेस पर वार करते हुए कहा कि पांच साल पहले वसुन्धरा राजे ने प्रदेश को बीमारू प्रदेश से बाहर निकाला था, लेकिन कांगे्रस ने इसे फिर बीमारू बना दिया। भाजपा प्रत्याशियों धनसिंह रावत, खेमराज गरासिया, जीतमल खांट, नवनीतलाल निनामा व भीमाभाई के समर्थन में सभा को संबोधित करने आए मोदी ने कहा कि कांग्रेस दलित, आदिवासी, गरीब, अल्पसंख्यक आदि को इंसान नहीं मानती, उनको वह केवल वोटर मानती है।
गरीब है कांग्रेस का वोट बैंक
मोदी ने गरीबी एवं अधिकार देने के मुद्दे पर भी कांग्रेस की खिंचाई की। उन्होंने कहा कि सुबह अखबारों मेे पढ़ा कि मैडम सोनिया कह रही कि भाजपा के लोग जहरीले है एवं भाजपा के लोग जहर बांटते है। मैं हैरान हूं कि राजस्थान में हर बार कांग्रेस को जहर क्यों याद आता है। यहां कांग्रेस के अधिवेशन में राहुल को महासचिव से उपाध्यक्ष बनाया गया तो उस समय उन्होंने भाषण में कहा कि मैं सुबह मां के पास गया तो वह रो रही थी। मां ने कहा कि बेटा सत्ता एक जहर है। उन्होंने जनता से पूछा कि हिंदुस्तान में सबसे ज्यादा समय सत्ता में कौन रहा, सबसे ज्यादा जहर किसने चखा, सबसे ज्यादा जहर किसके पेट में है।, भीड़ ने बार-बार कांग्रेस कहा तो फिर मोदी बोले" सबसे ज्यादा जहर जिसके पेट मेें है, उसके पेट से जहर ही निकलेगा और हमे कहते है कि जहर फैला रहे है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस तो इस तरह से बात कर रही है जैसे कि भाजपा ने चुनाव घोषणापत्र में लिखा हो कि हम सत्ता में आए तो इतने-इतने ग्राम जहर बाटेंगे।
गरीब इंसान नहीं, वोट बैंक
मोदी ने गरीब की थाली में दो सब्जी होने की वजह से मंहगाई बढ़ने जैसे बयानों पर कांग्रेस पर व्यंग्य कसते हहुए कहा कि क्या सीन है। वो लोग देश चला रहे है जिनके गरीब की थाली में दो सब्जी आ जाने पर पेट में चूहे दौड़ते है। यह कांग्रेस का मिजाज है। वह गरीब की हमदर्द या उनके प्रति संवेदनशील नहीं है। कांग्रेस गरीब को इंसान नहीं अपना वोट बैंक मानती है। बातें गरीब की करते है, लेकिन गरीब उनके लिए एक फोटो अपुर्चेनिटी होती है। साल में दो बार गरीब के घर जाते है, उसके बच्चों को उठा लेते है, उसके घर की खा लेते है। चैनल वाले- फोटो वाले आ जाने पर समझते है काम हो गया।
एक प्लेट 7721 की
उन्होंने यूपीए द्वितीय की तीसरी सालगिरह पर प्रधानमंत्री द्वारा दी गई पार्टी में एक प्लेट की कीमत 7 हजार 721 रूपए होने की चर्चा करते हुए कहा कि गरीब को साल भर में सात हजार रूपए का खाना मिल जाए तो गनीमत मानो। खुद 7 हजार रूपए की थाली खाते है और दिन में 26 रूपए खर्च करने वाले को गरीब नहीं मानते है। वर्तमान में 26 रूपए में तो 300 ग्राम प्याज नहीं मिलता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शहजादे की नजर में गरीबी-वरीबी कुछ नहीं होती यह तो मन की अवस्था होती है। उन्होंने कांग्रेस पर गरीबों का मजाक उड़ाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के शहजादे ने कहा कि गरीबी की राजनीति है। जब तक गरीब की बात नहीं करे उनको मजा नहीं आता है। हम गरीब को देखकर बैचेन होते है एवं पीड़ा होती है। शाम को घर का चूल्हा नहीं जले तब पता चलता है कि गरीबी क्या होती है। किसी परिवार का कोई सदस्य ठण्ड में मर जाए तब पता चलता है कि गरीबी क्या होती है।
आईसक्रीम रोज नहीं खाते
मोदी ने केन्द्रीय वित्त मंत्री द्वारा 15 रूपए की पानी की बोतल एवं 20 रूपए की आइसक्रीम खाने वालो द्वारा गेहूं-चावल की कीमत एक रूपए किलो बढ़ जाने पर चिल्लाने सम्बन्धी बयान पर कहा कि आइसक्रीम गेंहू-चावल की तरह रोज नहीं खाई जाती। क्या मध्यम वर्ग इस देश का नागरिक नहीं है, मध्यम वर्ग क्या टेक्स नहीं चुकाता है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं के दौरे में मंहगाई के मुद्दें पर चर्चा नहीं होने का मुद्दा उठाते हुए राहुल गांधी का नाम लिए बिना जनता से पूछा कि शहजादे दौरे में महंगाई का म बोले थे क्या। मैडम सोनिया या प्रधानमंत्री के दौरे में एक बार भी महंगाई का नाम लिया गया। यूपीए के घोषणापत्र में सरकार बनने पर 100 दिन में महंगाई कम करने का वादा किया था,लेकिन ऎसा नहीं करके जनता के साथ वादा खिलाफी की गई है, जिन्होंने वादा तोड़ा उनसे नाता तोड़ना होगा।
अधिकार तो संविधान ने दिए
मोदी ने कांग्रेस नेताओं द्वारा सभाओं में जनता को कई अधिकार देने की बात कहने का भी मुद्दा उठाते हुए कहा कि जनता को मूर्ख बनाने का कार्यक्रम चल रहा है। वो कहते है कि हमने आपको अधिकार दिए है। अम्बेड़कर के संविधान में क्या जनता को अनपढ़,भूखा, अशिक्षित रखने का अधिकार दिया गया है। यह सारे अधिकार संविधान में दिए गए है फिर भी कथा सुनाते है। जनता को कुछ नहीं दे पाते है तो कहा अधिकार दे दिए। अधिकार देने से गरीब की थाली में रोटी, गांव के स्कूल में टीचर नहीं आ सकते।
पान वाले का भी अपमान
मोदी ने चाय वालों के साथ यहां पान वालों का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने पाने वाले की भाषा बोलने के कारण मोदी के प्रधानमंत्री पद के लायक नहीं होने सम्बन्धी कांग्रेस के एक नेता के बयान को पान वालों का अपमान बताते हुए कहा कि क्या पान वाले इस देश के नागरिक नहीं है, क्या पाने वाले को बोलने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की ताकत यही है कि मजदूर एवं जूते पॉलिश करने वाला भी देश के सर्वोच्च पद पर पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एक परिवार के लिए सब रिजर्वेशन करा दिया। इस तरीके से देश नहीं चल सकता।
चुनाव नहीं जन आंदोलन
मोदी ने कहा कि छतीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान एवं दिल्ली का दौरा करने के बाद वह कह सकते है कि यह चुनाव कोई उम्मीदवार या पार्टी नहीं लड़ रही है। वर्ष 1977 के बाद पहली बार देख रहा हूं कि चुनाव जनता स्वंय लड़ रही है। उन्होंने राजस्थान की कांग्रेस सरकार का नाम लिए बिना कहा कि ऎसा बहुत कम होता है कि जनता एक सरकार को बदलने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही हो। एक शासन को उखाड़ फेंकने के लिए जनता स्वंय घंटो तक तप रही हो। ऎसा लगता है कि यह चुनाव एक जन आंदोलन बन गया है। मैं यह कह सकता हूं कि विधानसभा चुनाव वाले चारों राज्यों में भाजपा की आंधी चल रही है। सभा में मंच पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, राज्यसभा सदस्य भूपेन्द्र यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष सीपी जोशी, भाजपा प्रत्याशी श्रीचंद कृपलानी, चन्द्रभान सिंह एवं सुरेश धाकड़ भी मौजूद थे।
उन्होंने भाषण में सोनिया गांधी को मैडम और राहुल गांधी को शहजादे के नाम से कई बार संबोधित किया। उन्होंने अपने भाषण में कई बार कांग्रेस पर जमकर प्रहार किए। उन्होंने सोनिया गांधी की 23 नवम्बर को कोटा में आयोजित सभा में भाजपा पर "दवा नहीं भाजपा जहरीली" का जबाव भी दिया। उन्होंने राहुल गांधी के वक्तव्य का जिक्र करते हुए कहा कि शहजादे एक दिन सवेरे उठकर मम्मी के पास गए तो उनकी मम्मी ने कहा कि सत्ता जहर है। ऎसे में उन्होंने 60 साल तक जहर पिया है। उन्होंने फिर कहा कि जहर पीने वाला ही जहर उगल सकता है। ऎसे में जहर कौन उगल रहा है, यह आप सब जान रहे है। उन्होंने अपनी बात को सिद्ध करने के लिए श्रोताओं से कई-कई बार प्रश्न किए और उन्हीं के जवाब में से अपनी बात को सही ठहराने की कोशिश की।
उन्होंने वादा तोड़ा, तुम नाता तोड़ों
भाजपा की ओर से वष्ाü 2014 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस महंगाई की बात नहीं करती। कांग्रेस ने पांच साल पहले सत्ता पाने के लिए 100 दिन में महंगाई कम करने का वादा किया था। उन्होंने इसका जवाब भी जनता से ही मांगा और जनता के जवाब से ही यह जताने की कोशिश की कि महंगाई घटी नहीं बल्कि और बढ़ गई है। इसके बाद श्रोताओ से अपील की कि उन्होंने अपना वादा तोड़ दिया तो तुम उनसे नाता तोड़ लो। उन्होंने 100 दिन में महंगाई कम नहीं करने के वादे को जनता के साथ धोखाधड़ी करार दिया और कहा कि लोग गलती माफ कर सकते हैं, लेकिन धोखाधड़ी नहीं। वह अपने काम का हिसाब नहीं देते, इसके उलट वह अनाप-शनाप आरोप लगाते हैं।
प्यार मुझे बैचेन कर देता है
नरेन्द्र मोदी ने अपने भाषण की शुरूआत कुशलबाग मैदान में उपस्थित जनता को देखकर यह कहते हुए की कि "आपका प्यार मुझे बैचेन कर देता है। मैं ऎसा क्या करूं की जो काम 60 साल तक नहीं हो सका वह कर पाउं। इस पर जनता ने भी जवाब देते हुए पीएम...पीएम के नारे लगाए। उत्साहित मोदी ने मामा बालेश्वर दयाल, पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत, गोविन्द गुरू व मावजी महाराज को नमन करते हुए कहा कि उनकी तपस्या व लोगों की भावना को भाजपा पूरी करेगी।
पसीने की खुशबू से महक रहा गुजरात
मोदी ने बांसवाड़ा व डूंगरपुर से गुजरात को जोड़ते हुए कहा कि दुनिया में खून का रिश्ता होता है, लेकिन हमारा और आपका पसीने का रिश्ता है। मोदी ने गुजरात में काम कर रहे लोगों के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनके पसीने से पूरा गुजरात महक रहा है। वह चाहते हैं कि राजस्थान बीमारू प्रदेश के कलंक से मुक्ति पाए और गुजरात का गरीब व्यक्ति राजस्थान में आकर काम करे। मोदी ने कांग्रेस पर वार करते हुए कहा कि पांच साल पहले वसुन्धरा राजे ने प्रदेश को बीमारू प्रदेश से बाहर निकाला था, लेकिन कांगे्रस ने इसे फिर बीमारू बना दिया। भाजपा प्रत्याशियों धनसिंह रावत, खेमराज गरासिया, जीतमल खांट, नवनीतलाल निनामा व भीमाभाई के समर्थन में सभा को संबोधित करने आए मोदी ने कहा कि कांग्रेस दलित, आदिवासी, गरीब, अल्पसंख्यक आदि को इंसान नहीं मानती, उनको वह केवल वोटर मानती है।
गरीब है कांग्रेस का वोट बैंक
मोदी ने गरीबी एवं अधिकार देने के मुद्दे पर भी कांग्रेस की खिंचाई की। उन्होंने कहा कि सुबह अखबारों मेे पढ़ा कि मैडम सोनिया कह रही कि भाजपा के लोग जहरीले है एवं भाजपा के लोग जहर बांटते है। मैं हैरान हूं कि राजस्थान में हर बार कांग्रेस को जहर क्यों याद आता है। यहां कांग्रेस के अधिवेशन में राहुल को महासचिव से उपाध्यक्ष बनाया गया तो उस समय उन्होंने भाषण में कहा कि मैं सुबह मां के पास गया तो वह रो रही थी। मां ने कहा कि बेटा सत्ता एक जहर है। उन्होंने जनता से पूछा कि हिंदुस्तान में सबसे ज्यादा समय सत्ता में कौन रहा, सबसे ज्यादा जहर किसने चखा, सबसे ज्यादा जहर किसके पेट में है।, भीड़ ने बार-बार कांग्रेस कहा तो फिर मोदी बोले" सबसे ज्यादा जहर जिसके पेट मेें है, उसके पेट से जहर ही निकलेगा और हमे कहते है कि जहर फैला रहे है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस तो इस तरह से बात कर रही है जैसे कि भाजपा ने चुनाव घोषणापत्र में लिखा हो कि हम सत्ता में आए तो इतने-इतने ग्राम जहर बाटेंगे।
गरीब इंसान नहीं, वोट बैंक
मोदी ने गरीब की थाली में दो सब्जी होने की वजह से मंहगाई बढ़ने जैसे बयानों पर कांग्रेस पर व्यंग्य कसते हहुए कहा कि क्या सीन है। वो लोग देश चला रहे है जिनके गरीब की थाली में दो सब्जी आ जाने पर पेट में चूहे दौड़ते है। यह कांग्रेस का मिजाज है। वह गरीब की हमदर्द या उनके प्रति संवेदनशील नहीं है। कांग्रेस गरीब को इंसान नहीं अपना वोट बैंक मानती है। बातें गरीब की करते है, लेकिन गरीब उनके लिए एक फोटो अपुर्चेनिटी होती है। साल में दो बार गरीब के घर जाते है, उसके बच्चों को उठा लेते है, उसके घर की खा लेते है। चैनल वाले- फोटो वाले आ जाने पर समझते है काम हो गया।
एक प्लेट 7721 की
उन्होंने यूपीए द्वितीय की तीसरी सालगिरह पर प्रधानमंत्री द्वारा दी गई पार्टी में एक प्लेट की कीमत 7 हजार 721 रूपए होने की चर्चा करते हुए कहा कि गरीब को साल भर में सात हजार रूपए का खाना मिल जाए तो गनीमत मानो। खुद 7 हजार रूपए की थाली खाते है और दिन में 26 रूपए खर्च करने वाले को गरीब नहीं मानते है। वर्तमान में 26 रूपए में तो 300 ग्राम प्याज नहीं मिलता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शहजादे की नजर में गरीबी-वरीबी कुछ नहीं होती यह तो मन की अवस्था होती है। उन्होंने कांग्रेस पर गरीबों का मजाक उड़ाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के शहजादे ने कहा कि गरीबी की राजनीति है। जब तक गरीब की बात नहीं करे उनको मजा नहीं आता है। हम गरीब को देखकर बैचेन होते है एवं पीड़ा होती है। शाम को घर का चूल्हा नहीं जले तब पता चलता है कि गरीबी क्या होती है। किसी परिवार का कोई सदस्य ठण्ड में मर जाए तब पता चलता है कि गरीबी क्या होती है।
आईसक्रीम रोज नहीं खाते
मोदी ने केन्द्रीय वित्त मंत्री द्वारा 15 रूपए की पानी की बोतल एवं 20 रूपए की आइसक्रीम खाने वालो द्वारा गेहूं-चावल की कीमत एक रूपए किलो बढ़ जाने पर चिल्लाने सम्बन्धी बयान पर कहा कि आइसक्रीम गेंहू-चावल की तरह रोज नहीं खाई जाती। क्या मध्यम वर्ग इस देश का नागरिक नहीं है, मध्यम वर्ग क्या टेक्स नहीं चुकाता है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं के दौरे में मंहगाई के मुद्दें पर चर्चा नहीं होने का मुद्दा उठाते हुए राहुल गांधी का नाम लिए बिना जनता से पूछा कि शहजादे दौरे में महंगाई का म बोले थे क्या। मैडम सोनिया या प्रधानमंत्री के दौरे में एक बार भी महंगाई का नाम लिया गया। यूपीए के घोषणापत्र में सरकार बनने पर 100 दिन में महंगाई कम करने का वादा किया था,लेकिन ऎसा नहीं करके जनता के साथ वादा खिलाफी की गई है, जिन्होंने वादा तोड़ा उनसे नाता तोड़ना होगा।
अधिकार तो संविधान ने दिए
मोदी ने कांग्रेस नेताओं द्वारा सभाओं में जनता को कई अधिकार देने की बात कहने का भी मुद्दा उठाते हुए कहा कि जनता को मूर्ख बनाने का कार्यक्रम चल रहा है। वो कहते है कि हमने आपको अधिकार दिए है। अम्बेड़कर के संविधान में क्या जनता को अनपढ़,भूखा, अशिक्षित रखने का अधिकार दिया गया है। यह सारे अधिकार संविधान में दिए गए है फिर भी कथा सुनाते है। जनता को कुछ नहीं दे पाते है तो कहा अधिकार दे दिए। अधिकार देने से गरीब की थाली में रोटी, गांव के स्कूल में टीचर नहीं आ सकते।
पान वाले का भी अपमान
मोदी ने चाय वालों के साथ यहां पान वालों का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने पाने वाले की भाषा बोलने के कारण मोदी के प्रधानमंत्री पद के लायक नहीं होने सम्बन्धी कांग्रेस के एक नेता के बयान को पान वालों का अपमान बताते हुए कहा कि क्या पान वाले इस देश के नागरिक नहीं है, क्या पाने वाले को बोलने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की ताकत यही है कि मजदूर एवं जूते पॉलिश करने वाला भी देश के सर्वोच्च पद पर पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एक परिवार के लिए सब रिजर्वेशन करा दिया। इस तरीके से देश नहीं चल सकता।
चुनाव नहीं जन आंदोलन
मोदी ने कहा कि छतीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान एवं दिल्ली का दौरा करने के बाद वह कह सकते है कि यह चुनाव कोई उम्मीदवार या पार्टी नहीं लड़ रही है। वर्ष 1977 के बाद पहली बार देख रहा हूं कि चुनाव जनता स्वंय लड़ रही है। उन्होंने राजस्थान की कांग्रेस सरकार का नाम लिए बिना कहा कि ऎसा बहुत कम होता है कि जनता एक सरकार को बदलने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही हो। एक शासन को उखाड़ फेंकने के लिए जनता स्वंय घंटो तक तप रही हो। ऎसा लगता है कि यह चुनाव एक जन आंदोलन बन गया है। मैं यह कह सकता हूं कि विधानसभा चुनाव वाले चारों राज्यों में भाजपा की आंधी चल रही है। सभा में मंच पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, राज्यसभा सदस्य भूपेन्द्र यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष सीपी जोशी, भाजपा प्रत्याशी श्रीचंद कृपलानी, चन्द्रभान सिंह एवं सुरेश धाकड़ भी मौजूद थे।
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