रविवार, 17 नवंबर 2013

कांग्रेस ने करा 5 लाख को नौकरी का वादा

जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस की ओर से रविवार को यहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश के प्रभारी गुरूदास कामत की उपस्थिति में 109 सूत्रीय लोक लुभावन घोषणा पत्र जारी किया।
कांग्रेसने अपने घोषणा पत्र में युवा मतदाताओं को लुभाने के लिए पुन: सत्ता में आने पर पांच लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दिलाने का वादा किया है,वही किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य दिलाने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद की पुख्ता व्यवस्था करने का वादा किया है। कस्बों तथा कॉलोनियों में थड़ी एवं ठेला लगाने वालों के लिए जगह चिन्हित की जाएगी। व्यावसायिक पाठयक्रम पूरा करने वाले युवाओं को स्वरोजगार के लिए ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।

गहलोत ने बताया कि पिछले पांच साल में प्रदेश में एक लाख सात हजार युवाओं को नौकरी दी गई, वहीं करीब एक लाख लोगों को भर्ती करने की प्रक्रिया चल रही है।

गहलोत ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आने के बाद घोषणापत्र को कैबिनेट में पारित कराने के बाद मुख्यसचिव से लेकर जिला स्तर तक के अधिकारियों को भेजती है ताकि गांव और गरीब के लिए योजनाए बनाते समय चुनाव में जनता से किए गए वादों को ध्यान में रखा जा सके। उन्होंने बताया कि कांग्रेस सत्ता में आई तो किसानों को कृषिकार्य के लिए सस्ती दर पर बिजली उपलब्ध कराएगी तथा आधुनिक कृषि उपकरणों की खरीद के लिए अनुदान योजना शुरू की जाएगी।

इसबगोल, कैर, सूखी सब्जी, मेंहदी, संतरा, किन्नू, अमरूद, अनार और सीताफल आदि के प्रभावी विपणन एवं निर्यात प्रोत्साहन दिया जाएगा। पशुपालन एवं डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए उपयुक्त पशुधन एवं डेयरी विकास नीति तैयार कर युवाओं को विशेष प्रोत्साहन देेकर रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएंगे। कांग्रेस ने सत्ता में आने पर दुधारू पशु खरीदने के लिए सस्ती दर पर ऋण अनुदान देने का वादा किया है वहीं गौवंश के संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए प्रभावी कदम उठाने और गौवंश की सेवा करने वालों को प्रोत्साहन एवं सम्मानित करने तथा गौशालाओं का अनुदान जारी रखने का वादा किया है।

किसानों को लुभाने के लिए कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में अनाज खरीद, भण्डारण, गोदामों के प्रबंधन एवं वितरण की जिम्मेदारी सहकारी समितियों को देने का वादा किया है, वहीं राजस्व रिकार्ड एवं भू अभिलेखों का कम्प्यूटीकरण कर सभी आलेख प्रलेखों को 2015 तक आन लाइन कराने की बात कही है

2 टिप्‍पणियां: