पटना। दीपा मेहता के समलैंगिक प्रेम पर आधारित फिल्म "फायर" की कहानी से सभी परिचिति हैं। कुछ इसी तरह की घटना बिहार की राजधानी पटना में हुई जहां दो सहेलियों ने सिनेमा के इन दो किरदारों को असल जिंदगी में उतार कर साथ रहने का फैसला कर लिया और विवाह के बंधन में बंध गईं।
ये दोनों सहेलियां घर से भागकर न केवल पति-पत्नी की तरह जी रही हैं, बल्कि पत्नी बनी सहेली अपने कथित पति की लंबी आयु के लिए प्रतिदिन मांग में सिन्दूर भी लगा रही है।
यह मामला तब प्रकाश में आया जब दोनों सहेलियां रीमा और सीमा (बदला हुआ नाम) अपने घर से लापता हो गईं और मामला पुलिस के सामने पहुंच गया। पुलिस ने दोनों सहेलियों को रोहतास जिले के सासाराम के एक धर्मशाला से पकड़ लिया, जहां एक के मांग में सिन्दूर था और एक पुरूष की पोशाक में थी।
पटना के एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को बताया कि फुलवारी शरीफ थाना में सीमा के पिता ने छह अक्टूबर को एक मामला दर्ज कराया था जिसमें आरोप लगाया गया था कि उनकी पुत्री को महुआबाग की उसकी दोस्त रीमा और उसके परिजन भगा कर ले गए। इस मामले में छानबीन के बाद पुलिस ने दोनों को सासाराम के एक धर्मशाला से पकड़ा।
फुलवारीशरीफ के थाना प्रभारी एन$ के$ रजक ने बताया कि दोनों को मोबाइल टावर लोकेशन द्वारा पकड़ा जा सका। दोनों ने नर्सरी से लेकर 12 वीं तक की पढ़ाई साथ में की थी और इसी दौरान उनमें गहरी दोस्ती हो गई। सीमा शुरू से ही पुरूषों के लिबास पहनती थी। बाद में दोनों के परिजनों को यह दोस्ती खटकने लगी और दोनों पर परिजनों ने मिलने पर पाबंदी लगा दी।
इसी बीच दोनों सहेलियां चार अक्टूबर को घर से भाग गईं और सासाराम में विवाह कर एक साथ रहने लगीं। रजक के मुताबिक, दोनों का कहना है कि वे एक-दूसरे के बगैर नहीं रह सकतीं।
ये दोनों सहेलियां घर से भागकर न केवल पति-पत्नी की तरह जी रही हैं, बल्कि पत्नी बनी सहेली अपने कथित पति की लंबी आयु के लिए प्रतिदिन मांग में सिन्दूर भी लगा रही है।
यह मामला तब प्रकाश में आया जब दोनों सहेलियां रीमा और सीमा (बदला हुआ नाम) अपने घर से लापता हो गईं और मामला पुलिस के सामने पहुंच गया। पुलिस ने दोनों सहेलियों को रोहतास जिले के सासाराम के एक धर्मशाला से पकड़ लिया, जहां एक के मांग में सिन्दूर था और एक पुरूष की पोशाक में थी।
पटना के एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को बताया कि फुलवारी शरीफ थाना में सीमा के पिता ने छह अक्टूबर को एक मामला दर्ज कराया था जिसमें आरोप लगाया गया था कि उनकी पुत्री को महुआबाग की उसकी दोस्त रीमा और उसके परिजन भगा कर ले गए। इस मामले में छानबीन के बाद पुलिस ने दोनों को सासाराम के एक धर्मशाला से पकड़ा।
फुलवारीशरीफ के थाना प्रभारी एन$ के$ रजक ने बताया कि दोनों को मोबाइल टावर लोकेशन द्वारा पकड़ा जा सका। दोनों ने नर्सरी से लेकर 12 वीं तक की पढ़ाई साथ में की थी और इसी दौरान उनमें गहरी दोस्ती हो गई। सीमा शुरू से ही पुरूषों के लिबास पहनती थी। बाद में दोनों के परिजनों को यह दोस्ती खटकने लगी और दोनों पर परिजनों ने मिलने पर पाबंदी लगा दी।
इसी बीच दोनों सहेलियां चार अक्टूबर को घर से भाग गईं और सासाराम में विवाह कर एक साथ रहने लगीं। रजक के मुताबिक, दोनों का कहना है कि वे एक-दूसरे के बगैर नहीं रह सकतीं।
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