देश की प्रमुख इस्लामी शिक्षण संस्था दारुल उलमू देवबंद ने ईद-उल-अजहा (बकरीद) के मौके पर देश भर के मुसलमानों से अपील की है कि वे गाय की कुर्बानी नहीं करें क्योंकि इससे एक धर्म विशेष के लोगों की भावनाएं आहत होती हैं और ऐसा करने से सामाजिक सद्भाव बिगड़ने का खतरा होता है।
दारुल उलूम के मुहतमिम (कुलपति) मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने एक बयान में कहा कि देश के कुछ राज्यों में गाय की कुर्बानी पर पाबंदी है तथा कुछ राज्यों में नहीं हैं। मुसलमानों से अपील की जाती है कि वे गाय की कुर्बानी से बचें क्योंकि इससे सदभाव बिगड़ सकता है। यह संस्था हर साल बकरीद के मौके पर मुसलमानों को गाय की कुर्बानी से बचने की सलाह देती है। आगामी 16 अक्तूबर को देश में बकरीद का त्यौहार मनाया जाएगा।
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