लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने निलंबित भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल को आज बहाल कर दिया। 2010 बैच की आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल गौतमबुद्धनगर की उपजिलाधिकारी थीं। जहां 26 जुलाई की रात कादरपुर गांव में निर्माणाधीन मस्जिद की दीवार उन्होंने गिरवा दी थी। इस पर उन्हें निलंबित कर राजस्व परिषद से सम्बंध कर दिया गया था।
वह कल अपने पति अभिषेक सिंह के साथ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिली थीं और उन्होंने अपना पक्ष रखा था। इससे पहले ये दोनों लोग सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव से भी मिले थे। सरकार ने प्रमुख सचिव गृह से मामले की जांच के लिए कहा था। उन्हें दिए गए आरोप पत्र में कहा गया था कि कोई तनाव नहीं होने पर भी वह घटनास्थल गईं और प्रशासनिक क्षमता का उनमें अभाव है।
सरकार का तर्क था कि उनके इस कदम से सांप्रदायिक सौहार्द को खतरा पैदा हो गया था। जबकि उनके सर्मथक आईएएस अधिकारियों का तर्क था कि खनन माफिया के दबाव में उनका निलंबन किया गया। दुर्गा शक्ति ने अपने उत्तर में कहा था कि वह निर्दोष है और उन्होंने केवल उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन किया है।
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