उड़ीसा के भुवनेश्वर शहर में एक आदमी ने कम दहेज लाने पर अपनी पत्नी को दरिंदगी की हद तक प्रताड़ित किया. उसने अपनी पत्नी के सिर पर उस्तरा फेरकर उसके सब बाल काट दिए. फिर गरम कील से पत्नी की ठोड़ी पर बने तिल को दाग दिया. उसके बाद पति ने एक टूटी हुई ट्यूबलाइट को अपनी पत्नी के पेट में घोंप दिया और आखिर में पत्नी के यौनांगों को सिलकर उसे खून में सना छोड़ भाग गया. पति के परिवार वाले अपनी बहू को अस्पताल ले गए. मगर फिर वहीं छोड़कर वे भी भाग गए. कुछ दिनों बाद जब हिंसा की शिकार हुई इस महिला के भाई को पता चला, तब मामला सामने आया.
ये घिनौना शर्मसार करने वाला कांड हुए एक हफ्ता बीत गया है. मगर पुलिस को इसका पता तब चला जब उस औरत के भाई ने बीती 28 तारीख को शिकायत दर्ज करवाई.
शादी के एक साल बाद ही शुरू हुआ अत्याचार
एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित खबर के मुताबिक यह घिनाना अपराध करने वाला राजन पांडा 32 साल का है और टेंट और कैटरिंग का कारोबार करता है. अब से आठ बरस पहले साल 2005 में उसकी शादी इस महिला से हुई थी. इन दोनों का सात साल का बच्चा है.
शादी के एक बरस के अंदर ही राजन अपनी पत्नी को कम दहेज लाने के लिए प्रताड़ित करने लगा. फिर वह यह शक भी करने लगा कि उसकी पत्नी का चरित्र ठीक नहीं है.
पति की मारपीट से आजिज आकर महिला ने पिछले बरस महिलाओं के थाने में राजन के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी. पुलिस के सामने पेशी हुई तो राजन ने माफी मांग ली और यकीन दिलाया कि अब वह ठीक से पेश आएगा.मगर इसके बाद भी बकौल लड़की के भाई, राजन का अत्याचार जारी रहा.
नशीली गोलियां खिलाकर किया घिनौना काम
पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक 24 सितंबर की रात को राजन ने अपनी पत्नी को नशीली गोलियां खिला दीं. जब वह इसके चलते बेहोश हो गई, तो राजन की दरिंदगी का दौर शुरू हुआ. उसने पहले अपनी पत्नी का सिर मूंड दिया. फिर कील गरम की और उसे चेहरे पर बने तिल पर दाग दिया. फिर पेट में ट्यूबलाइट का टूटा हुआ टुकड़ा भोंक दिया. आखिर में अपनी विकृत मानसिकता को विस्तार देते हुए अपनी पत्नी के यौनांगों को सिलकर उसे वहीं मरने के लिए छोड़ चला गया.
ससुराल वाले भी निकले क्रूर
जब राजन के परिवार वालों ने देखा कि उसकी पत्नी का बुरा हाल हो गया है तो वे उसे 27 सितंबर को एक प्राइवेट अस्पताल ले गए.जब अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि यह पुलिस केस भी लगता है और मरीज की हालत भी बहुत खराब है, इसे मेडिकल कॉलेज ले जाइए, तो परिवार वाले बहू को वहीं छोड़कर भाग गए.
अस्पताल प्रबंधन से लड़की के भाई को इसके बारे में पता चला और फिर उसने अपनी बहन को मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए दाखिल करवाया. अगले दिन पुलिस को इस बारे में शिकायत की.उसके बाद पुलिस ने राजन को गिरफ्तार कर लिया.
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