श्रीनगर। भारतीय सेना ने पुंछ के बीजी सेक्टर में पाकिस्तान की पांच पोस्ट तबाह कर दी है। फौज ने ये कार्रवाई तब की जब पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए इस इलाके में सीजफायर का उल्लंघन किया। खराब मौसम के बीच पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में एलओसी के अलग-अलग सेक्टरों में करीब एक हफ्ते में कई बार सीजफायर तोड़ा है। पाकिस्तान ने मेंढर सेक्टर में भी गोलीबारी की है। बार-बार हो रही ये फायरिंग आतंकियों की घुसपैठ कराने की बड़ी साजिश की तरफ इशारा कर रही है।
पुंछ के केजी सेक्टर में शनिवार की रात 11 बजकर 5 मिनट पर पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ा। पाकिस्तान ने यहां लगातार सातवें दिन भी फायरिंग की। इस बार पाकिस्तान मोर्टार जैसे भारी और मंझोले हथियारों का भी इस्तेमाल कर रहा है। यही हाल पुंछ के बीजी सेक्टर का भी है, जहां जवाबी कार्रवाई में भारतीय फौज ने पाकिस्तान की पांच पोस्ट को बरबाद कर दिया है। माना जा रहा है कि कश्मीर घाटी में आतंकवाद को फिर हवा देने के लिए पाकिस्तान गोलीबारी के बहाने घुसपैठ कराने की कोशिश कर रहा है।
बीजी बिग्रेड के कमांडर ए सेनगुप्ता ने बताया कि हमने उनके चार पांच पोस्ट बर्बाद कर दिए हैं, उनकी जो भी कोशिश है, टैरेरिस्ट को इधर भेजने की, उनको नाकाम कर दिया है।
पिछले 10 दिन में पाकिस्तान 19 बार सीजफायर का उल्लंघन कर चुका है। भारतीय सेना पाकिस्तान की साजिश को नाकाम करने के लिए मोर्चे पर डटी है। फर्ज के लिए गोलियों और मौसम की परवाह न करने वाले एलओसी पर तैनात सैनिकों का कहना है कि वो पाकिस्तान के नापाक मंसूबे कामयाब नहीं होने देंगे।
सूबेदार सुमेर सिंह का कहना है कि जबरदस्त मुकाबले के साथ जवाब दिया है, जब फायर करते हैं मुंहतोड़ जवाब दिया जाता है। जब भी पाकिस्तान इस तरह की हरकत करता है मिलिटेंट को भारत भेजने की कोशिश करता है।
कुपवाड़ा में भी घुसपैठ की कोशिश नाकाम
पाकिस्तान ने कुपवाड़ा में भी सीज फायर का उल्लंघन किया है। सेना ने दावा किया कि केरन सेक्टर में उस्ताद और मंजीत पोस्ट के पास उसने सीजफायर उल्लंघन के बहाने घुसपैठ कराने की कोशिश नाकाम कर दी है। यहां पाकिस्तान ने रात को करीब 2 बज कर 30 मिनट पर फायरिंग शुरू की जो रुक-रुक कर कई घंटे तक जारी रही। सेना के मुताबिक फायरिंग तब शुरू हुई जब कुछ आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे और एलओसी पर मौजूद सेना के जवानों ने उन्हें ललकारा। सेना का दावा है कि जवाबी कार्रवाई में कुछ घुसपैठिए भी मारे गए। हालांकि खराब मौसम की वजह से फिलहाल मौके से किसी घुसपैठिए की लाश बरामद नहीं की जा सकी।
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