मंगलवार, 23 जुलाई 2013

गुरू के चरणो में ही स्वर्ग है ब्रहमसर में महापूजन का आयोजन



गुरू के चरणो में ही स्वर्ग है ब्रहमसर में महापूजन का आयोजन

गुरू के चरणो में बही भजनो की सरिता

बाड़मेर 23 जुलार्इ। गुरू पूर्णिमा के पावन पर्व पर कुषल दर्षन मित्र मण्डल की ओर से गुरू दर्षन संघ का आयोजन किया गया। जिसमें ब्रहमसर की धर्म धरा पर विराजमान दादा जिनकुषल सुरीष्वर के दर्षन कर भक्तो ने गुरू के चरणो में शीष झुकाया। मण्डल के कपिल मालू ने बताया कि संघ बाड़मेर से ब्रहमसर गुरू पूर्णिमा के दिन रवाना हूआ वहा पर पहुंचने के बाद दादा गुरूदेव के दर्षन के साथ साथ दादा गुरूदेव के महापूजन का आयोजन किया गया। जिसमें राज्यभर से आये भक्तो ने षिरकत की। मालू ने बताया कि महापूजन में स्थानीय कलाकारो की ओर से शानदार भजनो की प्रस्तुतियां दी। महापूजन के बाद सांय को गुरूदेव की 108 दिपक की महाआरती का आयोजन किया गया। ब्रहमसर में आयोजित गुरू-षिष्य की परम्परा का निर्वाहन करते हुए इसका आयोजन किया गया जिसमें लाभार्थी परिवारो का बहुमान किया गया। इस अवसर पर कुषल दर्षन मित्र मण्डल के अध्यक्ष ने गुरू व षिष्य की महिमा पर प्रकाष डाला। उन्होने कहा कि गुरू बिना ज्ञान नही ओर ज्ञान बिना मोक्ष नही मिल सकता। संसार में गुरू ही सच्चा मार्ग दिखला सकता है। उन्होने दादा गुरूदेव के जीवन के कर्इ प्रसंग सुनाकर गुरू महिमा का बखान किया। उसके पश्चात संघ लौद्रवा तीर्थ पहुंचा जहां पर दर्षन पूजा कर खूषहाली की कामना की।

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