रिफायनरी को लेकर जागे बाड़मेर के बड़े जाट नेता
आन्दोलनकारियों को लीलना में रिफायनरी लगाने पर संतुष्ट नहीं कर पाए सांसद
बाड़मेर रिफायनरी की जगह परिवर्तन के बाद राजस्थान के बाड़मेर जिले में बढ़ता रिफायनरी बचाओ सघर्ष समिति के हजारो लोगो के सडको पर उतरने के बाद आज रात अचानक ही बाड़मेर के बड़े कांग्रेस नेताओ की नींद खुल गई और इन नेताओ ने रिफायनरी बचाओ सघर्ष समिति के किसानो के साथ बैठक कर उनकी बात को सुना और इस मामले में सरकार तक बात पहुचाने को लेकर अशवाशन दिया इस बैठक में राजस्थान के केबिनेट मंत्री राजस्व मंत्री हेमाराम चोधरी ,बाड़मेर -जैसलमेर सासंद और कांग्रेस के राष्ट्रिय सचिव हरीश चोधरी बाड़मेर जिला प्रमुख मदन कोर जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष फ़तेह खान राजस्व मंत्री हेमा राम चौधरी सहित दर्जनों किसान शामिल हुए . जाटों की नाराजगी से डरे जन प्रतिनिधियों को आखिर कार जनता के मुद्दे की याद तो आई मगर इतनी देर हो चुकी हें की रिफायनरी पचपदरा से वापस बायतु आना संभव नहीं रहा .सान्सद ने भुण्ड का ठीकरा बायतु की जनता पर फोड़ा की आप लोगो ने ही जमीन नहीं देने की बात कह कर रिफायनरी दूसरी जगह लगाने के लिए सरकार को मजबूर किया .
रिफायनरी की जगह परिवर्तन के बाद बाड़मेर जिले के किसान कई दिने से आन्दोलन पर है यह आन्दोलन सबसे पहले बायतु इलाके में शरू जहा पर किसानो ने एक महापड़ाव कर यह बात कही कि रिफायनरी तो लिलाला में ही लगेगी क्योकि जब तेल हमारा तो रिफायनरी कई और क्यों लगे रही बात किसानो के जमीन देने की तो किसान जमीन देने को तयार है लेकिन कुछ शर्तो पर और हो सकता है दस बीस किसान जमीन नहीं भी दे उसकें बाद पिछले सोमवार को ही बाड़मेर जिला मुख्यालय पर करीब आठ से दस से हजार लोग राजस्थान के कदावर जाट नेता कर्नल सोनाराम चोधरी के साथ सडको पर उतर गए और यह अल्टीमेट दिया कि 25 तारीख तक सरकार ने रिफायनरी का स्थान परिवर्तन नहीं किया तो हम उग्र आन्दोलन करेगे उसके बाद यह किसान लगातार जिला कलेक्टर आगे के धरने पर बेठे है आज अचानक ही बाड़मेर कांग्रेस के बड़े नेता और जयपुर दिल्ली में अपनी धाक रखने वाले नेताओ की नींद खुल गई और इन नेताओ ने अपनी जनता की बात सुनने के लिए वक्त निकला इस पर बाड़मेर जिला प्रमुख मदन कोर का कहना है कि हम लोगो के पास रिफायनरी बचाओ सघर्ष समिति की और से यह कहा गया कि लिलाला के किसान जमीन देने को राजी है इस पर मै , केबिनेट मंत्री राजस्व मंत्री हेमाराम चोधरी , सासंद हरीश चोधरी ने इन लोगो से बातचीत की है अगली बैठक हमने 24 को राखी है इस दोहरान हम सभी जयपुर में जाकर इस बात का पता भी कर रहे है कि अब कुछ हो सकता है या नहीं .इधर राज्य सरकार में राजस्व मंत्री हेमा राम चौधरी पूरी बैठक में मौन धारण किये बेठे रहे
जब इस मसले पोर मीडिया ने सासंद हरीश चोधरी से बातचीत कि तो उनका हमेशा की तरह गोलमाल जबाब देते नजर आए जब उनसे पूछा गया कि आपकी इस पर क्या प्रतिकिरिया है तो उनका कहना है कि रिफायनरी तो बाड़मेर जिले में ही लग रही है इस बैठक के बारे में भी गोलमाल जबाब देकर सवाल को टाल दिया
रिफायनरी बचाओ सघर्ष समिति की और से उनका कहना है कि बायतु के ज्यादतर किसान बाड़मेर जिले के विकास के लिए जमीन देने को तयार है जो नहीं दे रहे है उन्हें हम मना लेगे किसानों की मांग है कि अगर तेल बायतु क्षेत्र से निकल रहा है तो रिफाइनरी का हक भी बायतु का है। ऐसे में किसानों के साथ सरकार धोखा क्यों कर रही है। सरकार को बायतु के लीलाला में रिफाइनरी लगाए जाने की मांग को लेकर 25 जुलाई तक का अल्टीमेटम दिया गया है।
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आन्दोलनकारियों को लीलना में रिफायनरी लगाने पर संतुष्ट नहीं कर पाए सांसद
बाड़मेर रिफायनरी की जगह परिवर्तन के बाद राजस्थान के बाड़मेर जिले में बढ़ता रिफायनरी बचाओ सघर्ष समिति के हजारो लोगो के सडको पर उतरने के बाद आज रात अचानक ही बाड़मेर के बड़े कांग्रेस नेताओ की नींद खुल गई और इन नेताओ ने रिफायनरी बचाओ सघर्ष समिति के किसानो के साथ बैठक कर उनकी बात को सुना और इस मामले में सरकार तक बात पहुचाने को लेकर अशवाशन दिया इस बैठक में राजस्थान के केबिनेट मंत्री राजस्व मंत्री हेमाराम चोधरी ,बाड़मेर -जैसलमेर सासंद और कांग्रेस के राष्ट्रिय सचिव हरीश चोधरी बाड़मेर जिला प्रमुख मदन कोर जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष फ़तेह खान राजस्व मंत्री हेमा राम चौधरी सहित दर्जनों किसान शामिल हुए . जाटों की नाराजगी से डरे जन प्रतिनिधियों को आखिर कार जनता के मुद्दे की याद तो आई मगर इतनी देर हो चुकी हें की रिफायनरी पचपदरा से वापस बायतु आना संभव नहीं रहा .सान्सद ने भुण्ड का ठीकरा बायतु की जनता पर फोड़ा की आप लोगो ने ही जमीन नहीं देने की बात कह कर रिफायनरी दूसरी जगह लगाने के लिए सरकार को मजबूर किया .
रिफायनरी की जगह परिवर्तन के बाद बाड़मेर जिले के किसान कई दिने से आन्दोलन पर है यह आन्दोलन सबसे पहले बायतु इलाके में शरू जहा पर किसानो ने एक महापड़ाव कर यह बात कही कि रिफायनरी तो लिलाला में ही लगेगी क्योकि जब तेल हमारा तो रिफायनरी कई और क्यों लगे रही बात किसानो के जमीन देने की तो किसान जमीन देने को तयार है लेकिन कुछ शर्तो पर और हो सकता है दस बीस किसान जमीन नहीं भी दे उसकें बाद पिछले सोमवार को ही बाड़मेर जिला मुख्यालय पर करीब आठ से दस से हजार लोग राजस्थान के कदावर जाट नेता कर्नल सोनाराम चोधरी के साथ सडको पर उतर गए और यह अल्टीमेट दिया कि 25 तारीख तक सरकार ने रिफायनरी का स्थान परिवर्तन नहीं किया तो हम उग्र आन्दोलन करेगे उसके बाद यह किसान लगातार जिला कलेक्टर आगे के धरने पर बेठे है आज अचानक ही बाड़मेर कांग्रेस के बड़े नेता और जयपुर दिल्ली में अपनी धाक रखने वाले नेताओ की नींद खुल गई और इन नेताओ ने अपनी जनता की बात सुनने के लिए वक्त निकला इस पर बाड़मेर जिला प्रमुख मदन कोर का कहना है कि हम लोगो के पास रिफायनरी बचाओ सघर्ष समिति की और से यह कहा गया कि लिलाला के किसान जमीन देने को राजी है इस पर मै , केबिनेट मंत्री राजस्व मंत्री हेमाराम चोधरी , सासंद हरीश चोधरी ने इन लोगो से बातचीत की है अगली बैठक हमने 24 को राखी है इस दोहरान हम सभी जयपुर में जाकर इस बात का पता भी कर रहे है कि अब कुछ हो सकता है या नहीं .इधर राज्य सरकार में राजस्व मंत्री हेमा राम चौधरी पूरी बैठक में मौन धारण किये बेठे रहे
जब इस मसले पोर मीडिया ने सासंद हरीश चोधरी से बातचीत कि तो उनका हमेशा की तरह गोलमाल जबाब देते नजर आए जब उनसे पूछा गया कि आपकी इस पर क्या प्रतिकिरिया है तो उनका कहना है कि रिफायनरी तो बाड़मेर जिले में ही लग रही है इस बैठक के बारे में भी गोलमाल जबाब देकर सवाल को टाल दिया
रिफायनरी बचाओ सघर्ष समिति की और से उनका कहना है कि बायतु के ज्यादतर किसान बाड़मेर जिले के विकास के लिए जमीन देने को तयार है जो नहीं दे रहे है उन्हें हम मना लेगे किसानों की मांग है कि अगर तेल बायतु क्षेत्र से निकल रहा है तो रिफाइनरी का हक भी बायतु का है। ऐसे में किसानों के साथ सरकार धोखा क्यों कर रही है। सरकार को बायतु के लीलाला में रिफाइनरी लगाए जाने की मांग को लेकर 25 जुलाई तक का अल्टीमेटम दिया गया है।
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