"मोदी का भाषण सुनना है तो पांच रूपए दो"
हैदराबाद। अभी तक तो यही होता था कि नेता पैसे देकर रैलियों में भीड़ जुटाते थे लेकिन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के मामले में ठीक उल्टा हो रहा है। अगर आपको मोदी का भाषण सुनना है तो पांच रूपए चुकाने होंगे।
अगले महीने हैदराबाद में मोदी की रैली होने वाली है। रैली में मोदी का भाषण होगा। जो लोग मोदी का भाषण सुनने के इच्छुक हैं उन्हें पांच रूपए का टिकट खरीदना होगा। भाजपा की राज्य इकाई ने टिकटें बेचने की योजना बनाई है। पार्टी ने इस कदम को सही ठहराते हुए कहा कि लोग मोदी का भाषण सुनने के लिए कीमत चुकाने को तैयार हैं।
मोदी की लोकप्रियता दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। भाजपा मोदी की लोकप्रियता को तो भुना ही रही है अब वह इसकी वसूली करने में भी लगी है। पार्टी नेताओं ने बताया कि 11 अगस्त को हैदराबाद के लाल बहादुर स्टेडियम में मोदी की रैली प्रस्तावित है। रैली में एक लाख लोगों के जुटने की संभावना है।
इस रैली के जरिए पार्टी दक्षिण भारत में अपने चुनाव प्रचार की औपचारिक शुरूआत करेगी। गौरतलब है कि मोदी को हाल ही में भाजपा की चुनाव प्रचार अभियान समिति का प्रमुख बनाया गया है। चुनाव समिति का प्रमुख बनने के बाद से ही मोदी धड़ाधड़ रैलियां कर रहे हैं।
हैदराबाद। अभी तक तो यही होता था कि नेता पैसे देकर रैलियों में भीड़ जुटाते थे लेकिन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के मामले में ठीक उल्टा हो रहा है। अगर आपको मोदी का भाषण सुनना है तो पांच रूपए चुकाने होंगे।
अगले महीने हैदराबाद में मोदी की रैली होने वाली है। रैली में मोदी का भाषण होगा। जो लोग मोदी का भाषण सुनने के इच्छुक हैं उन्हें पांच रूपए का टिकट खरीदना होगा। भाजपा की राज्य इकाई ने टिकटें बेचने की योजना बनाई है। पार्टी ने इस कदम को सही ठहराते हुए कहा कि लोग मोदी का भाषण सुनने के लिए कीमत चुकाने को तैयार हैं।
मोदी की लोकप्रियता दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। भाजपा मोदी की लोकप्रियता को तो भुना ही रही है अब वह इसकी वसूली करने में भी लगी है। पार्टी नेताओं ने बताया कि 11 अगस्त को हैदराबाद के लाल बहादुर स्टेडियम में मोदी की रैली प्रस्तावित है। रैली में एक लाख लोगों के जुटने की संभावना है।
इस रैली के जरिए पार्टी दक्षिण भारत में अपने चुनाव प्रचार की औपचारिक शुरूआत करेगी। गौरतलब है कि मोदी को हाल ही में भाजपा की चुनाव प्रचार अभियान समिति का प्रमुख बनाया गया है। चुनाव समिति का प्रमुख बनने के बाद से ही मोदी धड़ाधड़ रैलियां कर रहे हैं।
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